Khushwant Singh Birth Anniversary, know quotes, anmol vachan and suvichar in hindi: भारतीय बेबाक लेखक, वकील, राजनयिक, पत्रकार और राजनीतिज्ञ खुशवंत सिंह का जन्म आज ही के दिन 2 फरवरी 1915 को पंजाब के हदाली में हुआ था. उन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली में प्राप्त की एवं सेंट स्टीफन कॉलेज, और किंग्स कॉलेज लंदन में कानून की पढ़ाई की. आठ साल तक लाहौर कोर्ट में वकील के रूप में काम करने के बाद, वह 1947 में ब्रिटिश साम्राज्य से भारत की स्वतंत्रता पर भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए. उन्हें 1951 में ऑल इंडिया रेडियो में पत्रकार नियुक्त किया गया, और फिर जनसंचार विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया. खुशवंत सिंह एक लेखक भी थे, यहां देखें उनके अनमोल विचार और कोट्स
“जब दुनिया खुद को रात के दलदल में लिपटी रहती है, तो मन का दर्पण आकाश की तरह होता है जिसमें विचार सितारों की तरह टिमटिमाते हैं.”
– खुशवंत सिंह
“मेरा कोई दोस्त नहीं है. दोस्ती को आगे बढ़ाने के लिए बैठ कर गॉसिप करनी होती है. और मेरा पास इस चीज़ के लिए वक्त नहीं है.”
– खुशवंत सिंह
“स्वतंत्रता उन शिक्षित लोगों के लिए है जिन्होंने इसके लिए संघर्ष किया. हम अंग्रेजों के गुलाम थे, अब हम शिक्षित भारतीयों-या पाकिस्तानियों के गुलाम होंगे.”
– खुशवंत सिंह
“आदमियों में बहुत सारे दोष होते हैं, लेकिन औरतों में सिर्फ दो: वो सभी कुछ जो वो कहती हैं, और जो वो करती हैं.”
– खुशवंत सिंह
“यदि मनुष्य के भाग्य का कंबल काला हो गया है, तो भी ज़म ज़म और कौसर के पानी इसे सफेद नहीं धो सकते हैं.”
– खुशवंत सिंह
“मैं एक गंभीर व्यक्ति नहीं हूं. मैं अपने लेखन में किसी के लिए गहनता का दावा नहीं करता.”
– खुशवंत सिंह
“हमारा सिद्धांत सब कुछ देखने और कुछ न कहने का होना चाहिए. दुनिया इतनी तेजी से बदलती है कि यदि आप चाहते हैं कि आप किसी भी व्यक्ति या बिंदु के साथ खुद को संरेखित नहीं कर सकते.”
– खुशवंत सिंह
“जब आपने अस्सी वर्ष और उससे अधिक की गिनती की है, तो टाइम एंड फेट आपके दरवाजे पर बैन करेगा, लेकिन अगर आपको सौ होने के लिए जीवित रहना चाहिए, तो आपका जीवन बहुत ही महत्वपूर्ण होगा.”
– खुशवंत सिंह