Lal Bahadur Shastri quotes, anmol vachan and vichar in hindi: देश के दूसरे प्रधानमंत्री और ‘जय किसान, जय जवान’ का नारा देने वाले लाल बहादुर शास्त्री की आज 57वीं पुण्यतिथि है.11 जनवरी 1966 को देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री इस दुनिया को अलविदा कह गए थे. उनका जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था और निधन 11 जनवरी 1966 को 61 साल की उम्र में हो गया. शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर हम आपके लिए उनके कोट्स, लेकर आए हैं, जिसे भेज आप लाल बहादुर शास्त्री जी को याद कर सकते हैं.
“विज्ञान और अनुसंधान के काम में सफलता बड़े और असीमित संसाधनों पर निर्भर नहीं होती है बल्कि यह परेशानियों और लक्ष्यों को संभलकर चुनने से जुड़ी हुई है. सबसे ज्यादा जरूरत समर्पण और लगातार प्रयास करते रहने की है.”
– लाल बहादुर शास्त्री
“कानून के शासन का सम्मान किया जाना चाहिए ताकि हमारे लोकतंत्र की बुनियादी संरचना को बनाए रखा जा सके और इसे और मजबूत बनाया जा सके.”
– लाल बहादुर शास्त्री
“अनुशासन और संयुक्त प्रयास देश के लिए ताकत के सबसे बड़े और असली स्रोत हैं.”
– लाल बहादुर शास्त्री
“भारत को अपना सिर शर्म से झुकाना पड़ेगा अगर एक भी व्यक्ति बचा हो जो किसी भी तरह से अछूत कहलाता हो.”
– लाल बहादुर शास्त्री
“हमें शांति के लिए वैसे ही लड़ना होगा जैसा
कि युद्ध की स्थिति में लड़ाई करते हैं.”
– लाल बहादुर शास्त्री
“मेरी समझ से प्रशासन का मूल विचार यह है कि समाज को एकजुट रखा जाये ताकि वह विकास कर सके और अपने लक्ष्यों की तरफ बढ़ सके”.
-लाल बहादुर शास्त्री
“हम ना केवल अपने लिए बल्कि पूरे विश्व के लोगों के लिए शांति और विकास में विश्वास करते हैं.
-लाल बहादुर शास्त्री
“यदि हम लगातार लड़ते रहेंगे तो हमारी ही जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा”, “हमे लड़ने के बजाय गरीबी, बीमारी और अशिक्षा से लड़ना चाहिए”.
– लाल बहादुर शास्त्री
भारत को अपना सिर शर्म से झुकाना पड़ेगा अगर एक भी ऐसे व्यक्ति कोछोड़ दिया जाए जिसे किसी भी तरह से अछूत कहा जाता है.
– लाल बहादुर शास्त्री
हम शांतिपूर्ण तरीकों से सभी विवादों के समाधान में, युद्ध के उन्मूलन में और विशेष रूप से परमाणु युद्ध को शांत रखने में विश्वास करते हैं.
– लाल बहादुर शास्त्री
दोनों देशों की आम जनता की समस्याएं, आशाएं और आकांक्षाएं एक समान है. उन्हे लड़ाई-झगड़ा और गोला-बारूद नहीं, बल्कि रोटी, कपड़ा और मकान की आवश्यकता है
– लाल बहादुर शास्त्री
शासन का मूल विचार समाज को एक साथ रखना है ताकि यह विकास कर सके और कुछ लक्ष्यों की ओर अग्रसर हो सके.
– लाल बहादुर शास्त्री
हम दुनिया का सम्मान तभी हासिल कर सकते हैं जब हम आंतरिक रूप से मजबूत हों और अपने देश से गरीबी और बेरोजगारी को दूर कर सकें.
– लाल बहादुर शास्त्री
हमारा रास्ता सीधा और स्पष्ट है – स्वतंत्रता और स्वतंत्रता के साथ घर में समाजवादी लोकतंत्र का निर्माण
– लाल बहादुर शास्त्री