Lala Lajpat Rai Jayanti 2023, Quotes and Anmol Vichar: लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी 1865 को हुआ था. एक क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी और तीन ‘लाल बाल पाल’ की तिकड़ी में से एक ने उनकी राष्ट्रवाद और उत्साही देशभक्ति की विचारधारा के कारण उन्हें ‘पंजाब केसरी’ और ‘पंजाब का शेर’ की उपाधि दी थी. यहां देखें उनके अनमोल विचार, जिससे बदल सकता है आपका जीवन
नैतिकता की आवश्यकता है कि हमें किसी भी बाहरी विचारों की परवाह किए बिना, दलित वर्गों को न्याय और मानवता की भावना से ऊपर उठाने का काम करना चाहिए.
लाला लाजपत राय
मैं एक हिंदू हूं, पंजाब में हिंदू अल्पसंख्यक हैं और जहां तक मेरा संबंध है, मुझे किसी भी अच्छे मुसलमान या सिख सदस्य द्वारा प्रतिनिधित्व किए जाने के लिए काफी संतुष्ट होना चाहिए.
लाला लाजपत राय
यदि मेरे पास भारतीय पत्रिकाओं को प्रभावित करने की शक्ति होती, तो मेरे पास पहले पृष्ठ पर निम्नलिखित शीर्षक मोटे अक्षरों में छपते: शिशुओं के लिए दूध, वयस्कों के लिए भोजन और सभी के लिए शिक्षा.
लाला लाजपत राय
हमारे लिए सही बात यह है कि हम एक लोकतांत्रिक राज के लिए प्रयास करें, जिसमें हिंदू, मुस्लिम और अन्य समुदाय भारतीय के रूप में भाग ले सकें न कि किसी विशेष धर्म के अनुयायी के रूप में.
लाला लाजपत राय
अंत में जीने की स्वतंत्रता है, हमारी अपनी अवधारणा के अनुसार जीवन क्या होना चाहिए, अपने स्वयं के व्यक्तित्व को विकसित करने के लिए अपने आदर्शों को आगे बढ़ाने के लिए और उद्देश्य की एकता को सुरक्षित करने के लिए जो हमें दुनिया के अन्य राष्ट्रों से अलग करेगा.
लाला लाजपत राय
पराजय और असफलता कभी कभी विजय की ओर बढने के लिए जरुरी कदम होते है.
लाला लाजपत राय
अगर सार्वजनिक जीवन में अनुशासन का होना बहुत जरुरी है वरना प्रगति के रास्ते में बाधा आ जाएगी.
लाला लाजपत राय
देशभक्ति का निर्माण हमेशा न्याय और सत्य की दृढ़ चट्टान पर ही किया जा सकता है.
लाला लाजपत राय
मनुष्य हमेशा प्रगति की मार्ग में अपने गुणों से आगे बढ़ता है किसी दुसरे के भरोसे रहकर आगे नही बढ़ा जा सकता है.
लाला लाजपत राय
नेता वही होता है जिसका नेतृत्व संतोषप्रद और प्रभावशाली हो जो अपनों के लिए सदैव आगे रहता है और ऐसे लोग हमेसा निर्भीक और साहसी होते है.
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