Lie Detecting Tips: जब कोई व्यक्ति किसी से झूठ बोलता हैं तो अमूमन सामने वाले व्यक्ति को पता नहीं चल पाता हैं कि वो सच बोल रहा हैं या झूठ इसी कारण उनकी कही बातों को लोग सच मान जाते हैं. ऐसे में आप झूठ बोलने वाले व्यक्ति के बॉडी लैंग्वेज से ये जान सकता हैं कि वो झूठ बोल रहा हैं या नहीं. उनकी बॉडी लैंग्वेज से पता लगा सकते हैं उनकी सच्चाई.
घबराहट
झूठ बोलते वक्त व्यक्ति को घबराहट होने लग जाती हैं और उसके पसीने छूटने लग जाते हैं ऐसे में व्यक्ति अपनी बातों को सही ढंग से नहीं बता पाते हैं. उन्हें लगता हैं कि उनकी चोरी पकड़ी जाएगी. ऐसे में बोलते वक्त व्यक्ति अपनी उंगलियों को मोड़ने या फिर अपने पैरों को शेक करने लग जाते हैं.
हद से ज्यादा बोलना
झूठ बोलने वाले व्यक्ति बातों को बढ़ा-चढ़ाकर या अपने मन से कहानियां बना कर बोलने लग जाते हैं. वो तरह-तरह की बनावटी बातें करने लग जाते हैं, ऐसे में आप आसानी उनके झूठ को आइडेंटिफाई कर सकते हैं.
नजरें चुराना
जब कोई झूठ बोलने लग जाता हैं तो वो सामने वाले व्यक्ति से नजरें चुराने लग जाते हैं वो आई कॉन्टैक्ट मेन्टेन नहीं कर पाते हैं.
माइक्रो इक्स्प्रेशन
जब व्यक्ति झूठ बोलता हैं तो अगर आप ध्यान देंगे तो उनके एक्सप्रेशन में बदलाव होने लग जाता हैं जिसकी मदद से आप आसानी से उनके झूठ को पता लगा सकते हैं. उनके इक्स्प्रेशन में हिचक और डर नजर आने लग जाती हैं.
आवाज में उतार-चढ़ाव
अमूमन जो लोग झूठ बोल कर अपनी बातें मनवाना चाहते हैं वो अपनी आवाज को ऊंची करके बोलने लग जाते हैं ताकि लोगों को उनकी सच्चाई का पता न चल सकें. अपनी बातें मनवाने के लिए या उसपर भरोसा करवाने के लिए वे तुरंत में अपने बचाव में अपनी पिच को हाई कर लेते हैं.
बात और काम में मेल न होना
झूठ बोलने वाले व्यक्ति के जेस्चर और बातें एक दूसरे से मेल नहीं खाते हैं. वो बोलते कुछ हैं और उनके एक्शन कुछ अलग ही नजर आते हैं.
गलती से सच निकल जाना
कहा जाता हैं, झूठ बोलने पर कभी न कभी उसकी सच्चाई सामने आ ही जाती हैं ऐसे में कभी-कभी झूठ बोलने वाले व्यक्ति अपने झूठ को इतनी बढ़ा-चढ़ाकर बोलने लग जाता हैं कि गलती से खुद ही उसके मुंह से आधी सच्चाई से निकल जाती हैं और अपने सच को छिपाने की कोशिश करने में लग जाता हैं.
बॉडी पोस्चर
अगर व्यक्ति अपनी बॉडी को टाइट या खुद को कंट्रोल करके कुछ बता रहा हैं तो ऐसा में आप पता लगा सकते हैं कि वो आपसे झूठ बोल रहा है या सच.
आंखों या चेहरे को ढकना
जब व्यक्ति झूठ बोलते हैं तो वो अपने जेस्चर से अपनी आंखे या चेहरे को बार-बार टच करते रहते हैं या फिर अपनी आंखे या चेहरे को छिपाने की कोशिश करते हैं ताकि उनका स्ट्रेस और डर सुनने वाले व्यक्ति को न दिखें.