दिखावे की दोस्ती : वे सिर्फ दिखावे के लिए हमारे दोस्त बनते हैं, लेकिन उनके दिल से हमारी भलाई और समृद्धि में रुचि नहीं होती.
स्वार्थीपन : नकली दोस्त आपके साथ तब रहते हैं जब उनको आपसे कुछ चाहिए हो, लेकिन जब आपकी मदद की आवश्यकता होती है, तो वे अक्सर अनदेखा करते है.
चुपके से आलोचना : नकली दोस्त अक्सर आपकी आलोचना करते हैं और आपके प्रति नकारात्मक भावनाओं को प्रकट करते हैं.
सांत्वना का अभाव : वे आपके खुशियों और दुखों में साथ नहीं देते हैं, बल्कि सिर्फ अपने लाभ की सोच में होते हैं.
ईर्ष्या और प्रतिस्पर्धा : वे आपकी सफलताओं से ईर्ष्या कर सकते हैं और आपकी उपलब्धियों का मजाक उड़ाने का प्रयास कर सकते है.
संचार में कमी : नकली दोस्त अक्सर बातचीत में असंगत होते हैं और आपके संदेशों का उत्तर देने में लापरवाही दिखाते हैं.
स्वार्थी व्यवहार : उनका व्यवहार स्वार्थी होता है . नकली दोस्त आपकी सहायता करने के बजाय आपकी मदद से अपने लक्ष्य की प्राप्ति करने का प्रयास करते हैं.
सच्ची मित्रता का मूल्य अनमोल होता है और हमें अपने जीवन में ऐसे लोगों को खोजना चाहिए जो हमारे सच्चे और सहायक साथी होते हैं. नकली दोस्तों के प्रभाव से बचने के लिए हमें सतर्क रहना चाहिए और अपने आत्मविश्वास को मजबूत रखना चाहिए.
सीमाएं स्थापित करें: आपको अपनी सीमाओं को स्थापित करना होगा और नकली दोस्तों के साथ समय बिताने की आवश्यकता को कम करना होगा. आपके कल्याण पर आपके दोस्तों के व्यवहार के असर पर विचार करें कि क्या वे आपकी दोस्ती के लायक हैं.
धीरे-धीरे दूर हों : आपको धीरे-धीरे उन लोगों से दूर होना चाहिए जो आपके लिए केवल नकली दोस्त है.
सच्चे दोस्तों के साथ समय बिताएं : आपको अपने सच्चे और विश्वासी दोस्तों के साथ समय बिताने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो आपके लिए वास्तविक और सहायक होते हैं.
स्पष्टता से व्यक्त करें : यदि आपको लगता है कि किसी व्यक्ति का आपके जीवन में नकली दोस्त के रूप में कोई योगदान नहीं है, तो आपको स्पष्टता से उनसे बात करके या संबंधों को समाप्त करके आगे बढ़ना चाहिए.
सकारात्मकता पर केंद्रित रहें : आपको सकारात्मकता पर ध्यान केंद्रित रखना चाहिए और उन लोगों के साथ समय न बर्बाद करने का प्रयास करना चाहिए .
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