Laughing Buddha in Gift : लाफिंग बुद्धा का उपहार देना भारतीय संस्कृति में एक शुभ और सकारात्मक आस्था से जुड़ा हुआ है. यह न केवल एक सुंदर सजावट का हिस्सा होता है, बल्कि फेंगशुई और वास्तु शास्त्र के अनुसार इसे घर में समृद्धि, सुख और खुशहाली लाने के लिए रखा जाता है. लाफिंग बुद्धा को लेकर एक मान्यता है कि इसे खुद के लिए खरीदने की बजाय किसी और को उपहार के रूप में देना चाहिए, क्योंकि यह स्वार्थी नहीं बल्कि दयालुता और खुशी का प्रतीक माना जाता है.
लाफिंग बुद्धा से जुड़ी है एक दिलचस्प कहानी
लाफिंग बुद्धा से जुड़ी एक दिलचस्प कहानी है जो चीन से आती है. चीन में एक भिक्षुक अनुयायी थे जिनका नाम हनोई था. हनोई हमेशा हंसते रहते थे और लोगों को खुश करने के लिए हंसी-मजाक किया करते थे. उनके मोटे पेट और बड़े शरीर के कारण लोग उनका मजाक उड़ाते थे, लेकिन उन्होंने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया और जीवन का उद्देश्य दूसरों को खुशी देना बना लिया. इस कारण वे अब भी लोगों के बीच लाफिंग बुद्धा के रूप में प्रसिद्ध हैं.
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लाफिंग बुद्धा को रखने के कुछ नियम
- जमीन से ढाई फीट ऊपर रखें: लाफिंग बुद्धा की मूर्ति को जमीन से ढाई फीट ऊंचाई पर रखा जाना चाहिए ताकि इसके प्रभाव से सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो.
- मुख का दिशा: मूर्ति का मुख हमेशा घर या दुकान के प्रवेश द्वार की ओर होना चाहिए, ताकि यह अधिक प्रभावी हो और घर में शुभता का संचार हो.
- उपहार के रूप में दें: लाफिंग बुद्धा को हमेशा दूसरों को उपहार के रूप में दें. इसे खुद के लिए खरीदना स्वार्थी माना जाता है और इससे उसका प्रभाव कम हो सकता है.
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