Panchak 2021: 11 मार्च को Mahashivratri पर 09 बजकर 21 मिनट से आरंभ हो रहा पंचक, भूल कर भी न करें ये पांच काम, जानें क्या बरतनी होंगी सावधानियां
Mahashivratri 2021 Date And Time, Panchak 2021: हिंदू धर्म के अनुसार फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि 2021 व्रत (Mahashivratri 2021 Vrat) रखा जाना है. इस बार 11 मार्च को शिवरात्रि (Shivratri) पर पंचक (Panchak March 2021 Date) भी लग रहा है. आपको बता दें कि इस दिन चतुर्दशी तिथि 02 बजकर 41 मिनट से 12 मार्च की दोपहर 03 बजकर 03 मिनट से शुरू होगी. 10 मार्च से 23 घंटे के लिए अर्थात 11 मार्च की सुबह 09 बजकर 24 मिनट तक शिव योग रहेगा फिर सिद्ध योग की शुरूआत हो जायेगी जो 12 मार्च की सुबह 08 बजकर 29 मिनट तक रहेगी. वहीं, पंचक 11 मार्च की सुबह 9 बजकर 21 मिनट से शुरू हो जायेगा जो 15 मार्च को पूरा दिन और रात्रि के बाद अगली भोर 4 बजकर 44 मिनट तक रहेगा.
Mahashivratri 2021 Date And Time, Panchak 2021: हिंदू धर्म के अनुसार फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि 2021 व्रत (Mahashivratri 2021 Vrat) रखा जाना है. इस बार 11 मार्च को शिवरात्रि (Shivratri) पर पंचक (Panchak March 2021 Date) भी लग रहा है. आपको बता दें कि इस दिन चतुर्दशी तिथि 02 बजकर 41 मिनट से 12 मार्च की दोपहर 03 बजकर 03 मिनट से शुरू होगी. 10 मार्च से 23 घंटे के लिए अर्थात 11 मार्च की सुबह 09 बजकर 24 मिनट तक शिव योग रहेगा फिर सिद्ध योग की शुरूआत हो जायेगी जो 12 मार्च की सुबह 08 बजकर 29 मिनट तक रहेगी. वहीं, पंचक 11 मार्च की सुबह 9 बजकर 21 मिनट से शुरू हो जायेगा जो 15 मार्च को पूरा दिन और रात्रि के बाद अगली भोर 4 बजकर 44 मिनट तक रहेगा.
पंचक की तिथि और मुहूर्त
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11 मार्च: सुबह 09 बजकर 21 मिनट से आरंभ
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16 मार्च: सुबह 04 बजकर 44 मिनट तक
क्या है महाशिवरात्रि पर पंचक लगने का मतलब
दरअसल, पंचक के दौरान कुछ मांगलिक कार्य वर्जित हो जाते है. यही कारण है कि पंचक को महत्वपूर्ण माना गया है. इस दौरान पांच तरह के कार्य नहीं किए जाते हैं.
पंचक लगने के बाद नहीं करें ये पांच शुभ कार्य
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इस दिन लकड़ी को एकत्र नहीं करना चाहिए
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पलंग की खरीदारी नहीं करनी चाहिए
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लकड़ी से बनी चीजों का मरम्मत व निर्माण नहीं करवाना चाहिए
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घर का निर्माण या मरम्मत भी इस दौरान वर्जित होता है
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इसके अलावा दक्षिण की यात्रा करना भी शुभ नहीं माना गया है
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कैसे लगता है पंचक
जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि पर रहता है तो पंचक मुहूर्त का निर्माण होता है. आपको बता दें कि हिंदू पंचांग के अनुसार 11 मार्च को सुबह 09 बजकर 21 मिनट पर चंद्रमा मकर राशि से कुंभ राशि में गोचर करने वाले है. ऐसे में बनने वाले घनिष्ठा, शतभिषा, उत्तरा भाद्रपद, पूर्वा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र को पंचक कहा जाता है.
Posted By: Sumit Kumar Verma