Mahashivratri 2023: फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि के रूप में भी मनाया जाता है. भारत के कई हिस्सों में, महाशिवरात्रि को बहुत भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस दिन देवों के देव महादेव और मां पार्वती की श्रद्धा पूर्वक पूजा आराधना की जाती है. इस दिन भक्त भोलेनाथ के लिए न सिर्फ पूरे दिन व्रत रखते हैं, बल्कि ऐसे कपड़ों को पहनना पसंद करते हैं जो उन्हें आध्यात्मिकता से कनेक्ट करें.
पंचांग के अनुसार इस वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 18 फरवरी दिन शनिवार को 08 बजकर 2 मिनट से हो रहा है. चतुर्दशी तिथि का समापन अगले दिन 19 फरवरी दिन रविवार को शाम 04 बजकर 18 मिनट पर हो रहा है. साथ ही इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग भी बन रहा है.ऐसे में शिवरात्रि पर भोलेनाथ की पूजा करना विशेष रूप से लाभदायक और फलदायी रहेगा.
भगवान शंकर को काला रंग बिल्कुल भी पसंद नहीं है. महाशिवरात्रि के दिन काले रंग के कपड़े पहनना पूरी तरह वर्जित माना गया है. मान्यताओं के मुताबिक काले रंग के कपड़े शिव जी को बिल्कुल पसंद नहीं हैं. खासतौर से जो लोग इस दिन व्रत रखते हैं उन्हें काला या फिर किसी भी गहरे रंग के कपड़े बिल्कुल भी नहीं पहनने चाहिए. इस दिन पूजा में साफ और धुले कपड़े पहनने चाहिए.
शिवरात्री के दिन हरे रंग का कपड़ा पहनना बहुत शुभ माना जाता है. भोलेनाथ की पूजा में हरे रंग के इस्तेमाल से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. हरे रंग के सूती कपड़ों के अलावा इस दिन लाल, सफेद,पीला और संतरी रंग के कपड़े पहनना भी बहुत शुभ माना जाता है. शिवरात्रि की पूजा में लड़कों का धोती पहनना अच्छा माना जाता है.
नोट – इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है. prabhatkhabar.com इसकी पुष्टि नहीं करता है. अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से संपर्क करें.