Marriage Certificate: मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के हैं कई फायदे, इन जगहों पर आता है काम
Marriage Certificate: अगर आपकी शादी हो गई है तो मैरिज सर्टिफकेट जरूर बनवाएं. इसके अनेको फायदे हैं. आज इस लेख में जानेंगें की कहां कहां हम मैरिज सर्टिफिकेट का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं.
Marriage Certificate: शादी दो लोगों के बीच एक पवित्र बंधन है. इसमें दो लोग ही नहीं बल्कि दो परिवार भी एक दूसरे से मिलते हैं. शादी की प्रक्रिया सभी धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ पूरी होती है. भारत में अलग-अलग धर्मों के हिसाब से शादी को लेकर कानून हैं. इसलिए शादी के बाद हर किसी को मैरिज सर्टिफिकेट बनवाना चाहिए.
जानिए कहां से आता है काम
शादी के बाद मैरिज सर्टिफिकेट बनवाना चाहिए, क्योंकि यह बहुत काम आ सकता है. अगर शादी पर किसी तरह का सवालिया निशान उठता है तो मैरिज सर्टिफिकेट शादी का कानूनी सबूत होता है। अगर कोई बैंक में ज्वाइंट अकाउंट खोलना चाहता है तो ऐसी स्थिति में मैरिज सर्टिफिकेट काम आ सकता है. इसके अलावा पासपोर्ट के लिए अप्लाई करते समय भी मैरिज सर्टिफिकेट काम आ सकता है.
अगर आप शादीशुदा हैं और किसी देश का परमानेंट वीजा चाहिए तो मैरिज सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ सकती है. इसके अलावा अगर आप इंश्योरेंस लेने की सोच रहे हैं तो भी इसकी जरूरत पड़ सकती है। अगर कोई महिला शादी के बाद अपना नाम बदलना चाहती है तो भी यह काम आता है. कई बार ऐसा देखा जाता है कि शादी के बाद लोग एक दूसरे से अलग हो जाते हैं. ऐसी स्थिति में मैरिज सर्टिफिकेट कानूनी मदद कर सकता है. यह लोगों को कानूनी अधिकार दिलाने में मददगार साबित होता है.
मैरिज सर्टिफिकेट कैसे बनवाया जा सकता है?
मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आप मैरिज रजिस्ट्रार के ऑफिस में जाकर अप्लाई कर सकते हैं. अगर आपके इलाके में मैरिज रजिस्ट्रार ऑफिस नहीं है तो आप गांव के अधिकारी के पास जाकर अप्लाई कर सकते हैं. इसके अलावा आप मैरिज सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन अप्लाई भी कर सकते हैं. मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए पति-पत्नी की पासपोर्ट साइज फोटो, शादी समारोह की फोटो, शादी का कार्ड, पति-पत्नी का आईडी प्रूफ, पति-पत्नी का हलफनामा और दो गवाहों का आईडी प्रूफ चाहिए होता है.