–देवेंद्र कुमार-
Moringa Leaf Benefits: आज भागदौड़ भरी जिंदगी और रोजमर्रा की व्यस्तम दिनचर्या के बीच हम अक्सर अपनी सेहत का नजरअंदाज कर देते हैं, जो समय के साथ कई समस्याओं का कारण बन सकता है. ऐसे में सेहतमंद बने रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषक आहार लेना बहुत जरूरी है. सहजन की पत्तियां, जिन्हें मोरिंगा भी कहा जाता है, शरीर में पौष्टिक तत्वों की पूर्ति के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकती हैं. जानी-मानी आहार विशेषज्ञ सिमरत भुई से जानें आखिर कितनी फायदेमंद हैं सहजन या मोरिंगा की पत्तियां और इसे क्यों सूपरफूड कहा जाता है.
बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद
आहार विशेषज्ञ सिमरत भुई के मुताबिक, सहजन की पत्तियां, जिन्हें ‘मोरिंगा की पत्तियां’ भी कहा जाता है. इसमें 18 प्रकार के अमीनो एसिड होते हैं. यह एक सूपरफूड भी है. सहजन की पत्तियां अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण बहुत फायदेमंद होती हैं. ये हमारे बालों को मजबूत करती हैं. साथ ही इससे हमारी त्वचा पर भी निखार आता है.
रूमेटाइड अर्थराइटिस के लिए कारगर
सहजन की पत्तियों में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होता है, इसलिए ये कई कैल्शियम सप्लीमेंट का विकल्प हो सकती हैं.आहार विशेषज्ञ के मुताबिक, सहजन की पत्तियों में कैल्शियम की मात्रा अधिक होने के कारण ये रूमेटाइड अर्थराइटिस में भी फायदेमंद हैं.
हाइ ब्लड प्रेशर को करती हैं नियंत्रित
आहार विशेषज्ञ सिमरत भुई के मुताबिक, सहजन की पत्तियां हाइ ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी काफी मददगार होती हैं. हाइ ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करके हृदय संबंधी बीमारियों को रोकने में भी मदद करती हैं. सहजन की पत्तियों में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखने में भी सहायता करते हैं. हालांकि, इसके लिए अच्छी डायट लेना और बेहतर जीवनशैली अपनाना भी आवश्यक है.
शरीर में पानी मात्रा बरकरार रखती हैं
सहजन की पत्तियां पोटेशियम और मैग्नीशियम का समृद्ध स्रोत हैं. इसकी पत्तियां डिहाइड्रेशन में एक सपोर्ट सिस्टम का काम करती हैं. गर्मी के महीनों में पसीने के रूप में शरीर से निकलने वाले पानी की कमी की भरपायी करती हैं. हालांकि, संयम सेहत की कुंजी है. मोरिंगा भारत के उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में उगाई जाती हैं, इसलिए वे हाइड्रेटिंग गुणों से भरपूर होती हैं.
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं
मोरिंगा की पत्तियों का सेवन गर्मियों में किया जा सकता है, क्योंकि इनमें विटामिन सी, ए और ई प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और आपको सक्रिय बनाते हैं. साथ ही इसमें फाइबर भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. यह कैलोरी बर्न करने में भी मदद करती हैं. इसके अलावा, सहजन की पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मेटाबॉलिज्म को ठीक करने और फैट को कम करने में भी मदद करती हैं. आहार विशेषज्ञ के मुताबिक,इसकी पत्तियों को काटकर आटे में मिलाकर रोटी या पराठा बनाया जा सकता है या पाउडर के रूप में पानी में मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है.
मोरिंगा की पत्तियों से तैयार करें ये शानदार रेसिपी
अर्ली फूड्स नामक इंस्टाग्राम पेज पर शालिनी संतोष कुमार ने सहजन की पत्तियों या मोरिंगा पराठे की एक शानदार रेसिपी शेयर किया है, जिसे आप 10 मिनट से कम समय में बना सकते हैं. सबसे पहले मोरिंगा की एक-एक पत्तियों को गंठल से तोड़ लें और इन पत्तियों को अच्छी तरह से साफ कर लें. आप चाहें, तो इस काम के लिए घर के दूसरे सदस्यों या छोटे बच्चों की मदद ले सकते हैं. मोरिंगा की पत्तियां कड़वी होती हैं. लिहाजा, इसमें नारियल, मूंगफली और थोड़ी-सी इमली डालकर कड़वापन दूर कर सकते हैं.
मोरिंगा पराठे की सामग्री
घी- 1 चम्मच
मूंगफली – मुट्ठी भर
सरसों के बीज – 1/4 चम्मच
जीरा- 1/2 छोटा चम्मच
हल्दी
लंबी काली मिर्च
सूखी अदरक
नमक- स्वादानुसार
सहजन की पत्तियां- एक बंडल
ताजा कटा हुआ नारियल- मुट्ठी भर
इमली – 1 छोटा इंच
बनाने की विधि
एक पैन में तेल गरम करें, मसालों को तड़कने तक तड़काएं. अब मसाले और नमक डालें. बची हुई सभी सामग्री को सूखने तक भून लें. ठंडा करके बिना पानी डाले दरदरा पीस लें. आपकी स्टफिंग तैयार है! इसे रोटियों में स्टफिंग की तरह डालें और समान रूप से बेल लें.पराठे को थोड़े से घी के साथ मध्यम आंच पर पकाएं. अब अचार, दही या किसी भी सब्जी के साथ इसका लुत्फ उठाएं.