आज के समय में लड़कियां भी लड़कों के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रही हैं. वो दौर कुछ और था, जब लड़कियां घर की चारदीवारी में बंधकर रह जाती थीं. आज के समय में लड़कियां चांद तक पहुंच चुकी हैं. अगर आप भी चाहते हैं कि आपकी बेटी आत्मनिर्भर बने और बिना किसी से डरे अपने सपनों को पूरा करे, तो आपको उसमें आत्मविश्वास पैदा करना होगा. एक अभिभावक के रूप में आपकी यह जिम्मेदारी बनती है कि आप अपनी बेटी के आत्मसम्मान और कॉन्फिडेंस को बढ़ाने में उसकी सहायता करें. इन टिप्स को फॉलो कर आप भी अपनी बेटी के भीतर आत्मविश्वास भर सकते हैं.
फैसले खुद लेने की आजादी दें
अपनी बेटी को फैसले खुद लेने की आजादी दें. खुद की देखभाल कैसे करनी है, इस बारे में बचपन से ही अपनी बेटी को ट्रेंड करें. आप जीवन के हर मोड़ पर आप उसके साथ उसकी ताकत बनकर खड़े रहें. इससे वह किसी भी नयी चीज को आजमाने से डरेगी नहीं. साथ ही उसके भीतर आत्मविश्वास में पैदा होगा.
बेटी के अच्छे कामों की सराहना करें
माता-पिता को हमेशा अपनी बेटी के अच्छे कामों की प्रशंसा करनी चाहिए. अगर आप उसकी तारीफ करेंगे, तो इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वह खुद को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित होगी. अगर आप अपनी बेटी की प्रशंसा करेंगे, तभी बाहर वाले भी उसकी सराहना करेंगे.
सही और गलत का फर्क समझाएं
आपको अपनी बेटी का दोस्त बनना चाहिए. उसके साथ हर विषय पर खुलकर बात करनी चाहिए. अपनी बेटी को यह सीख दें कि उसके लिए क्या सही है और क्या गलत. अपनी बेटी को पूरी तरह बोलने का मौका दें और उसकी बातों को ध्यान से सुनें. उसे खुद को खुलकर एक्सप्रेस करने दें, ताकि वह अपने मन की बातें आपके साथ साझा कर सके.
आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें
लड़कियों को अक्सर यह सुनने को मिलता है कि यह लड़कियों का काम नहीं है. कई बार माता-पिता ही कह देते हैं कि यह तुमसे नहीं हो पायेगा, पर यह वाक्य उसके कॉन्फिडेंस को बुरी तरह तोड़ सकता है. अगर आपकी बेटी कुछ नया करने की कोशिश कर रही है, तो उसे आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट करें. अपनी बेटी को यह सीख दें कि लड़की हर वह कम कर सकती है, जो एक लड़का कर सकता है.