Mystery of Number 9: आपने बहुत-सी जगहों पर देखा होगा कि 9 नंबर का प्रयोग किया जाता है जैसे की 9 दुर्गा, 9 रात्रि यहां तक की बच्चे का जन्म भी 9 महीनों में ही होता है. आपने अक्सर गौर किया होगा कि सभी को 9 का पहाड़ा भी आसानी से याद हो जाता है. 9 नंबर का हमारे जीवन पर किस तरह से प्रभाव है जानने के लिए आगे पढ़ें…
आप चेक कर सकते हैं कि 9 अंक एक मात्र ऐसा अंक है जिसका पहाड़ा हम सभी को आसानी से याद हो जाता है साथ ही साथ अगर आप गौर करेंगे तो आपको पता चलेगा कि 9 के पहड़े में जीतने भी अंक गुणा करने में आते हैं अगर उन अंक को आप अलग कर के जोड़ो तो उसका उत्तर 9 ही आएगा उदाहरण के तौर पर 9*2=18 अब अगर हम इन्हें अलग कर के जोड़े तो 9 ही आएगा 1+8=9 देखा आपने इसी प्रकार किसी भी अंक को 9 के साथ गुणा किया जाए और बाद में उन्हें अलग कर के जोड़ा जाए तो टोटल नंबर 9 ही आएगा ऐसा किसी और अंक के साथ नहीं होता है. साथ ही साथ 9 अकेला एक मात्र बड़ा अंक है इससे आगे बड़े अंक में जाने के लिए आपको एक अतिरिक्त अंक की जरूरत पड़ेगी.
आपने अगर ध्यान दिया होगा तो आपने देखा होगा कि पूजा के दौरान 9 ग्रह की ही पूजा की जाती है ये 9 ग्रह हैं सूर्य, चन्द्रमा, बुध, शुक्र, मंगल, गुरु, शनि, राहु और केतु इसके अलावा 9 दुर्गा 9 रात्रि ऐसे ही कई और जगहों पर 9 अंक का विशेष प्रभाव पड़ता है.
9 अंक का प्रभाव हमारे जन्म से ही हम पर रहता है जब एक बच्चे का जन्म होता होता है, तो वह जन्म लेने से पूर्व 9 महीने का समय लेता है. इन्हीं 9 महीने में वो पूरी तरह से विकसित हो पता है अगर किसी बच्चे का जन्म 9 महीने से पहले हो जाता है तो उस बच्चे में कुछ ना कुछ कमियां अवश्य होती हैं या तो फिर वह इस धरती पर जीवित ही नहीं रह पाता है.
स्टोरी: वैभव विक्रम
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