National Women Day: भारत में हर वर्ष 13 फरवरी को राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. यह दिन ‘भारत कोकिला’ सरोजिनी नायडू के जयंती के अवसर पर मनाया जाता है. इस दिन को महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए भी मनाया जाता है. यह दिवस महिलाओं के द्वारा अलग-अलग क्षेत्र में किए गए कार्यों और योगदान को लेकर समर्पित है. यह दिन 8 मार्च को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से अलग है. तो जानते हैं इस दिन से जुड़ा इतिहास और खास बातें.
13 फरवरी को क्यों मनाया जाता है
राष्ट्रीय महिला दिवस सरोजिनी नायडू की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है. सरोजिनी नायडू के द्वारा महिला उत्थान के लिए किए गए कार्य सदा ही प्रेरणादायक रहेंगे. सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हैदराबाद में हुआ था. उनका योगदान कई क्षेत्रों में देखने को मिलता है. वह एक प्रसिद्ध कवयित्री के साथ-साथ महान स्वतंत्रता सेनानी भी थी. उन्होंने कई आंदोलन में भी भाग लिया. महिला उत्थान और महिलाओं से जुड़े अधिकारों को लेकर भी उनकी भूमिका बहुत अहम रही. वह भारत में पहली महिला राज्यपाल बनीं.
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इस दिन का महत्व
राष्ट्रीय महिला दिवस हर वर्ष मनाया जाता है. आज के समय में महिलाएं कई क्षेत्रों में अपना नाम कमा रही हैं और साथ ही साथ देश का भी नाम ऊपर कर रही हैं. यह दिन इसी सफलता का उत्सव मनाता है और उनके द्वारा किए गए कार्यों को सम्मान करने के लिए भी मनाया जाता है. महिला दिवस इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह महिला उत्थान और सशक्तिकरण की बातों को ऊपर करता है और साथ ही जेंडर इक्वलिटी जैसे विषयों को हाईलाइट करता है. यह दिन समाज में महिलाओं को लेकर लैंगिक असमानता और अन्य कठिनाई जो उनके विकास को रोकती है उन विषयों पर भी प्रकाश डालता है. यह दिन ना सिर्फ सरोजिनी नायडू के जयंती रूप में मनाया जाता है बल्कि ये दिन हर महिला के योगदान और उपलब्धियां को पहचानने का दिन है.