National Youth Day 2022: भारत में 12 जनवरी 2022 यानी आज स्वामी विवेकानंद जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने के लिये वर्ष 1984 में भारतीय सरकार द्वारा घोषणा की गयी थी. इसे मनाने का मुख्य लक्ष्य भारत के युवाओं के बीच स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के महत्व को फैलाना है.
1985 में, भारत सरकार ने एक नोट बनाया इस उद्देश्य के साथ कि विवेकानंद की विचारधारा विशेष रूप से युवाओं को प्रेरित कर सकती है और उनके जीवन को आकार देने में मदद कर सकती है. तभी से उनकी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day 2022) के रूप में मनाया जाता है.
राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का उद्देश्य
इस दिवस का उद्देश्य विवेकानंद की शिक्षाओं एवं आदर्शों को भारतीय युवाओं के लिए रोल मॉडल के रूप में पेश किया जाना है. इस दिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है ताकि देश के युवा स्वामी विवेकानंद के जीवन, कार्य शैली, चेतना और आदर्श से प्रेरणा ले सकें. इस दिन देश भर के विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में तरह-तरह के कार्यक्रम होते हैं. जैसेः रैलियाँ निकाली जाती हैं, योगासन की स्पर्धा आयोजित की जाती है, पूजा-पाठ होता है, व्याख्यान होते हैं, विवेकानन्द साहित्य की प्रदर्शनी लगती है.
स्वामी विवेकानंद की जयंती पर युवा दिवस क्यों मनाया जाता है
स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekanand) का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था. स्वामी विवेकानंद का असली नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था. वह वेदांत के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे. छोटी उम्र से ही उन्हें अध्यात्म में रुचि हो गई थी. पढ़ाई में अच्छे होने के बावजूद जब वह 25 साल के हुए तो अपने गुरु से प्रभावित होकर नरेंद्रनाथ ने सांसारिक मोह माया त्याग दी और संयासी बन गए.
स्वामी विवेकानंद को धर्म, दर्शन, इतिहास, कला, सामाजिक विज्ञान, साहित्य का ज्ञान था. शिक्षा में अच्छे होने के साथ ही वह भारतीय शास्त्रीय संगीत का भी ज्ञान रखते थे. इसके अलावा विवेकानंद जी एक एक अच्छे खिलाड़ी भी थे. वह युवाओं के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं. उन्होंने कई मौकों पर अपने अनमोल विचारों और प्रेरणादायक वचनों से युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया. इसीलिए स्वामी विवेकानंद जी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day 2022) के तौर पर मनाया जाता है.