Navratri 2024 : नवरात्रि का पर्व देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का अवसर है, नवरात्रि के दूसरे दिन मां बृह्मचारिणी की पूजा की जाती है, मां बृह्मचारिणी ज्ञान, तप और ब्रह्मचर्य का प्रतीक मानी जाती हैं, यहां हम जानेंगे कि इस दिन उनकी पूजा कैसे करनी है:-
1. पूजा की तैयारी करें
– स्थान का चयन: पूजा के लिए एक स्वच्छ और पवित्र स्थान चुनें, इसे दीपक, फूल और अन्य पूजा सामग्री से सजाएं.
– सामग्री इकट्ठा करें: मां बृह्मचारिणी की पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे फूल, फल, चंदन, धूप, दीपक, प्रसाद और पानी इकट्ठा करें.
2. नवागत का स्वागत करें
– पूजा आरंभ करने से पहले अपने मन और स्थान को शुद्ध करें.
– गायत्री मंत्र या देवी मंत्र का जाप करें.
आरती और भजन कराएं3. मां का आगमन करें
पूजा स्थल पर एक साधारण आसन तैयार करें और मां बृह्मचारिणी की मूर्ति या तस्वीर को स्थापित करें.
मां का आह्वान करने के लिए मंत्रों का जाप करें, जैसे: “ॐ देवी बृह्मचारिण्यै नमः”
4. अभिषेक और स्नान कराएं
मां को पवित्र जल या दूध से अभिषेक करें.
इसके बाद, उन्हें चंदन, पुष्प और हल्दी अर्पित करें.
5. दीप जलाएं
दीपक जलाकर मां के समक्ष रखें और उनका ध्यान करें.
दीप जलाने का अर्थ है ज्ञान और अंधकार से प्रकाश की ओर जाना.
6. आरती और भजन कराएं
पूजा के बाद मां की आरती करें और भजन गाएं.
इससे पूजा का महत्व और भी बढ़ जाता है.
7. संतोष और समाप्ति का भाव
पूजा के बाद मन में संतोष और धन्यवाद का भाव रखें.
यह सुनिश्चित करें कि पूजा के सभी सामग्रियों का सही तरीके से समर्पण किया गया है.
मां बृह्मचारिणी की पूजा न केवल आध्यात्मिक लाभ देती है, बल्कि हमें तप और संयम की प्रेरणा भी देती है, इस नवरात्रि, उनकी कृपा से हम अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं.
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