Navratri 2024: नवरात्रि, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. हर देवी का एक विशेष स्वरूप होता है और उनके साथ कुछ विशेष फूल भी जुड़े होते हैं. देवी की आराधना में फूलों का महत्वपूर्ण स्थान होता है क्योंकि फूल न सिर्फ देवी को प्रसन्न करते हैं, बल्कि भक्तों के मन की पवित्रता और श्रद्धा का भी प्रतीक होते हैं.
अगर नवरात्रि में सही फूलों से मां दुर्गा की पूजा की जाए, तो उनके आशीर्वाद की प्राप्ति और भी सुलभ हो सकती है. आइए जानते हैं नौ देवियों के प्रिय फूल कौन-कौन से हैं:
मां दुर्गा के रुप | प्रिय फूल के नाम |
शैलपुत्री | गुलाब या चमेली के फूल |
ब्रह्मचारिणी | सफेद रंग के फूल खासकर कमल चमेली के फूल |
चंद्रघंटा | लाल रंग के फूल गुड़हल |
कूष्मांडा | पीले रंग के गेंदे के फूल |
स्कंदमाता | लाल और पीले रंग के फूल गुलाब और गेंदे के फूल |
कात्यायनी | लाल गुड़हल के फूल |
कालरात्रि | नीलकमल और चमेली के फूल |
महागौरी | चमेली और बेली के फूल |
सिद्धिदात्री | गुलाब और गुड़हल |
1. शैलपुत्री
नवरात्रि के पहले दिन देवी शैलपुत्री की पूजा की जाती हैं. उन्हें सफेद और गुलाबी रंग के फूल विशेष रूप से प्रिय हैं. इसलिए भक्तगण गुलाब या चमेली के फूल चढ़ाकर उनकी पूजा करते हैं.
2. ब्रह्मचारिणी
दूसरे दिन भक्तजन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना करते हैं, जिन्हें सफेद रंग के फूल बहुत पसंद हैं. खासकर कमल और चमेली के फूल उनकी पूजा में विशेष माने जाते हैं. इन फूलों से माता प्रसन्न होकर भक्तों को सादगी और संयम का वरदान देती हैं.
3. चंद्रघंटा
तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा की पूजा होती है. उन्हें लाल रंग के फूल विशेष प्रिय होते हैं. गुड़हल का फूल उनकी पूजा में विशेष महत्व रखता है. इस फूल से पूजा करने पर शौर्य और साहस का आशीर्वाद मिलता है.
4. कूष्मांडा
कूष्मांडा माता को पीले रंग के फूल चढ़ाना शुभ माना जाता है. सूरजमुखी और गेंदे के फूल इनकी पूजा में विशेष रूप से उपयोग किए जाते हैं, जिससे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है.
5. स्कंदमाता
पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा होती है. इन्हें लाल और पीले रंग के फूल अत्यंत प्रिय होते हैं. गुलाब और गेंदे के फूल अर्पित कर भक्त उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं.
6. कात्यायनी
छठे दिन की देवी कात्यायनी हैं. उन्हें लाल गुड़हल के फूल अत्यंत प्रिय होते हैं. गुड़हल का फूल माता को चढ़ाने से सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है.
7. कालरात्रि
देवी कालरात्रि की पूजा सातवें दिन की जाती है. इन्हें नीलकमल और चमेली के फूल चढ़ाए जाते हैं. इन फूलों से पूजा करने से भय और कष्टों से मुक्ति मिलती है.
8. महागौरी
आठवें दिन महागौरी की पूजा होती है. इन्हें सफेद रंग के फूल बहुत प्रिय होते हैं. खासकर चमेली और बेली के फूल उनकी पूजा में विशेष माने जाते हैं. इनसे माता का आशीर्वाद मिलता है.
9. सिद्धिदात्री
नवें और अंतिम दिन देवी सिद्धिदात्री की पूजा होती है. इन्हें लाल रंग के फूल अत्यंत प्रिय होते हैं. गुलाब और गुड़हल के फूल अर्पित करने से सिद्धि और सफलता का वरदान मिलता है.
नवरात्रि में सही फूलों का चुनाव करके भक्तजन देवी मां को प्रसन्न कर सकते हैं और उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति प्राप्त कर सकते हैं.
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