इन उपायों से करियर में आ रही बाधाओं को करें दूर
Astrological Tips For Career : ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, अगर दशम व छठे भाव में कोई संबंध हो, तो जातक नौकरी करेगा. दशम व छठे भाव के स्वामी अच्छी स्थिति में होकर परिवर्तन योग बनाते हैं तथा दशम भाव में सूर्य अथवा मंगल या दोनों कारक होकर बैठते हैं, तो जातक सरकारी नौकरी करता है तथा बहुत अच्छे पद प्राप्त होते हैं. यदि राहु आपकी कुंडली के दसवें घर में है और अच्छी स्थिति में है, तो यह करियर और व्यावसायिक विकास में सफलता दिलाता है. जबकि राहु या केतु दशम भाव के स्वामी के साथ स्थित हो, तो करियर में समस्याओं का सामना करना पड़ेगा. शनि एक अशुभ ग्रह है, अगर यह दशम घर में है, तो नौकरी मिलने में देरी होगी. ऐसे में कुछ आसान उपायों से करियर में आ रही बाधाओं को दूर किया जा सकता है.
सोमवार को शिव मंदिर में भोलेनाथ की पूजा
मनचाही नौकरी पाना चाहते हैं, तो सोमवार को शिव मंदिर में भोलेनाथ को कच्चा दूध, साबुत चावल अर्पित कर आशीर्वाद लें. समय-समय पर रुद्राभिषेक जरूर करें.
एकादशी और पूर्णिमा व्रत
सुहागिन द्वारा किये गये पूजा-पाठ और व्रत का फल पति को जरूर मिलता है. अत: एकादशी और पूर्णिमा व्रत अवश्य रखें.
माता-पिता का आशीर्वाद
नित्य माता-पिता का आशीर्वाद आपको पद-प्रतिष्ठा दिला सकता है, क्योंकि ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा माता का प्रतिनिधित्व करता है, जो मन का कारक है तथा सूर्य पिता का कारक है, जो हमारे शरीर का प्रतिनिधित्व करता है.
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गायत्री महामंत्र
शास्त्रों में गायत्री मंत्र को बेहद शक्तिशाली बताया गया है. ऋषि विश्वामित्र द्वारा रचित गायत्री महामंत्र “ॐ भूर्भव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्” 24 अक्षरों से बना है. ये 24 अक्षर चौबीस अवतार, चौबीस ऋषियों, चौबीस शक्तियां, चौबीस सिद्धियों का प्रतीक हैं. इस मंत्र को एकाग्रता के साथ जाप किया जाये, तो जातक का शरीर सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है और नकारात्मक शक्तियां दूर चली जाती हैं.
प्रत्येक दिन सूर्य नारायण स्वामी को जल से अर्घ्य
प्रत्येक दिन सूर्य नारायण स्वामी को जल से अर्घ्य दें. सूर्य ही एकमात्र ऐसे देवता हैं, जो नियमित भक्तों को साक्षात् दर्शन देते हैं. ज्योतिष के अनुसार, करियर के मालिक सूर्य देव हैं. यदि कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में है, तो व्यक्ति को जीवन में खूब कामयाबी और यश की प्राप्ति होगी. वहीं यदि कुंडली में सूर्य कमजोर हैं, तो जीवन में परेशानियां आती हैं. सूर्य देव को अर्घ्य देने से भाग्योदय होता है और मान-सम्मान बढ़ता है.
ॐ घृणि सूर्याय नम:” मंत्र का जाप
जल अर्पित करते समय ग्यारह बार “ॐ घृणि सूर्याय नम:” मंत्र का जाप करें. इससे मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
नौकरी के कारक दंडाधिकारी श्री शनिदेव जी हैं. हर शनिवार की शाम शनि मंदिर में दीपक जलाएं. “ॐ शं शनैश्चराय नमः” शनि मंत्र का 108 बार जाप करें. इससे शनि के दुष्प्रभाव कम होते हैं और रोजी-रोजगार में तरक्की मिलती है