Shani Jayanti Mantra, Shani Jayanti Ke Upay, Shani Ki Dhaiya, Shani Ki Sadesati, Rashifal: ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को शनि जयंती (Shani Jayanti) मनायी जाएगी. जिसे श्नैश्चर अमावस्या भी कहा जाता है. इस दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण भी पड़ने वाला है. विशेषज्ञों की माने तो शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से परेशान जातकों के लिए यह दिन है शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए अच्छा मौका है. ऐसे में आइए जानते हैं कौन से शनि मंत्र (Shani Mantra) आपके लिए लाभदायक हो सकते है…
दरअसल, शनि को कर्मों का देवता माना जाता है. कर्म व न्याय न्याय का देवता माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि शनि कर्म के आधार पर ही फल देते हैं. कुछ लोग इन्हें क्रूर देवता भी मानते हैं. फिलहाल धनु मकर और कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. वही मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि की ढैया चल रही है. ऐसे में इन लोगों को शनि जयंती के दिन. ॐ शं शनैश्चराय नमः के अलावा शनि के बीज मंत्र, वैदिक मंत्र, तांत्रिक व गायत्री मंत्र भी पढ़ने से जॉब, करियर, व्यापार में तरक्की के मार्ग खुलेंगे.
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अमावस्या तिथि आरंभ: जून 09, 2021, बुधवार की दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से
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अमावस्या तिथि समाप्त: जून 10, 2021, गुरुवार की शाम 04 बजकर 22 मिनट तक
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शनि जयंती शुभ मुहूर्त आरंभ: 9 जून की देर रात्रि, 2 बजकर 25 मिनट से
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शनि जयंती शुभ मुहूर्त समाप्त: 10 जून की सुबह 4 बजकर 24 मिनट तक
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शनि देव के सामान्य मंत्र
ॐ शं शनैश्चराय नमः.
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शनि देव के बीज मंत्र
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः.
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शनि देव के वैदिक मंत्र
ऊँ शन्नोदेवीर-भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः.
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शनि देव के तांत्रिक मंत्र
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः.
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शनि गायत्री मंत्र
ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्