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Madan Mohan Malviya: पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर पढ़ें उनके अनमोल विचार

पंडित मदन मोहन मालवीय का जन्म 25 दिसंबर, 1861 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुआ था. उन्हें भारत की शिक्षा प्रणाली में उनके योगदान और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता है.

By Nutan kumari | December 25, 2023 8:11 AM

Pandit Madan Mohan Malviya’s Birth Anniversary: 25 दिसंबर को पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती मनाई जाती है. महामना के रूप में जाने जाने वाले वे एक भारतीय शिक्षाविद् और स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की थी. 1861 में पैदा हुए मदन मोहन मालवीय ने पूरे देश में आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने में एक अभिन्न भूमिका निभाई और बाद में 1916 में वाराणसी में बीएचयू की स्थापना की. वह भारत स्काउट्स और गाइड्स के संस्थापक सदस्य भी थे.

पंडित मदन मोहन मालवीय के बारे में कुछ अन्य बातें

  • पंडित मदन मोहन मालवीय को महात्मा गांधी ने ‘महामना’ या महान आत्मा की उपाधि दी थी, जो उन्हें बड़ा भाई मानते थे.

  • पंडित मदन मोहन मालवीय को 1916 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की स्थापना के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है. बीएचयू एशिया के सबसे बड़े और सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक है.

  • सबसे प्रसिद्ध नारों में से एक, ‘सत्यमेव जयते’ पांडिया मालवीय ने 1918 के सत्र में कहा था जब वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे.

  • पंडित मालवीय को पत्रकारिता में उनके योगदान के लिए जाना जाता है. वह 1924 से 1946 तक हिंदुस्तान टाइम्स के अध्यक्ष रहे, और उन्होंने कई हिंदी और अंग्रेजी समाचार पत्रों की भी स्थापना की, जैसे: द लीडर, हिंदुस्तान दैनिक, मर्यादा, आदि.

  • भारत में शिक्षा को लेकर उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए मालवीय को मरणोपरांत 24 दिसंबर 2014 को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.

  • बता दें कि 1909 में मालवीय ने समाचार पत्र द लीडर की स्थापना की, जिसे अत्यधिक प्रभावशाली समाचार पत्रों में से एक माना जाता है. 1924 से 1946 तक, उन्हें हिंदुस्तान टाइम्स के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया और बाद में 1936 में इसका हिंदी संस्करण हिंदुस्तान दैनिक लॉन्च किया.

Madan Mohan Malviya Quotes: मदन मोहन मालवीय के विचार

धार्मिकता और धर्म की जीत होने दें, और सभी समुदायों और समाजों की प्रगति हो, हमारी प्यारी मातृभूमि को अपना खोया गौरव वापस मिले, और भारत के पुत्र विजयी हों.

Madan Mohan Malviya Quotes: आपसी सद्भावना और सद्भाव

देश तभी ताकत हासिल कर सकता है और खुद को विकसित कर सकता है जब भारत के विभिन्न समुदायों के लोग आपसी सद्भावना और सद्भाव में रहते हैं.

Madan Mohan Malviya Quotes: विनम्रता के बिना ज्ञान बेकार

  • निर्भयता ही स्वतंत्रता का एकमात्र मार्ग है. निडर बनो और न्याय के लिए लड़ो.

  • विनम्रता के बिना ज्ञान बेकार है.

Madan Mohan Malviya Quotes: अशुद्ध या अपवित्र नहीं

यदि आप मानव आत्मा की आंतरिक शुद्धता को स्वीकार करते हैं, तो आप या आपका धर्म किसी भी व्यक्ति के स्पर्श या संबंध से किसी भी तरह से अशुद्ध या अपवित्र नहीं हो सकता है.

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Madan Mohan Malviya Quotes: लोगों के सभी वर्गों के बीच राजनीतिक एकता

मैं सभी हिंदुओं और मुसलमानों, सिखों, ईसाइयों और पारसियों और अन्य सभी देशवासियों से सभी सांप्रदायिक मतभेदों को दूर करने और लोगों के सभी वर्गों के बीच राजनीतिक एकता स्थापित करने के लिए विनती करता हूं.

Madan Mohan Malviya Quotes: मानव सुख का सच्चा स्रोत

हम धर्म को चरित्र का पक्का आधार और मानव सुख का सच्चा स्रोत मानते हैं. हम मानते हैं कि देशभक्ति एक शक्तिशाली उत्थान प्रभाव है जो पुरुषों को उच्च विचार वाले निःस्वार्थ कार्रवाई के लिए प्रेरित करती है.

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