Parenting Tips: एक बच्चे का जिंदगी में आना जितनी खुशियां बिखेरता है उतना ही ज्यादा मुश्किल होता है मैनेज करना. एक न्यू बोर्न बेबी के पालन-पोषण को लेकर हमेशा सतर्क रहना पड़ता है. उन्हें बार-बार खिलाना, उनके सोने के समय को प्रबंधित करना जो कुछ ही दिनों में बदल जाते हैं. इस प्रक्रिया में, आपको यानी पैरेंट्स को पर्याप्त नींद नहीं मिल पाती है जिससे चिड़चिड़ापन, थकान और नींद से वंचित-सा महसूस होता है. हालांकि, अगर दोनों पार्टनर बराबर पहल करें तो इन आसान टिप्स से वे पर्याप्त नींद और आराम पा सकते हैं साथ ही अपने बच्चे की अच्छी तरह से देखभाल भी कर सकते हैं.
पैरेंटिंग दो-व्यक्ति का काम है. चूंकि माताओं को बच्चे को स्तनपान कराने की आवश्यकता होती है, इसलिए वे बच्चे के प्रति अधिक सतर्क रहती हैं, लेकिन पिता को भी समान रूप से जिम्मेदार होने की आवश्यकता होती है. बारी-बारी से बच्चे की देखभाल करें. जब मां बच्चे को दूध पिला रही हो तो आप आराम करें और जब वह फ्री हो तो पिता को बच्चे की देखभाल करनी चाहिए और मां को सोने देना चाहिए.
जब बच्चा सो रहा हो तो सोएं कुछ अच्छी नींद लेने की यह बेहतरीन कुंजी है. बच्चे के सोने के बाद काम करने के बारे में न सोचें, बल्कि आराम करने की कोशिश करें.
हालांकि ऐसा कोई तरीका नहीं है जिससे बच्चा अपनी इच्छानुसार सो सके या खा सके, आप प्रतिदिन एक विशेष समय पर बच्चे को दूध पिलाने, खेलने और सोने की दिनचर्या बनाने की कोशिश कर सकते हैं. साथ ही उन्हें एक निश्चित समय पर बेड पर ले जाएं. समय के साथ, बच्चा भी दिनचर्या के अनुकूल हो जाएगा.
परिवार के किसी सदस्य से मदद मांगने में कोई शर्म नहीं है. जब भी आपको थकान महसूस हो, तो अपने परिवार और दोस्तों को फोन करें और उन्हें कुछ समय के लिए बच्चे की देखभाल करने के लिए कहें ताकि आप आराम कर सकें.
जब आपने अभी-अभी एक बच्चे को जन्म दिया है, तो कई मेहमान होंगे जो बच्चे से मिलना चाहेंगे. हालांकि, आपको कम से कम एक महीने के लिए उन्हें ना कहने के लिए पर्याप्त सहज होना चाहिए. यह न केवल आपको बच्चे और घर को संभालने की आदत डालने के लिए पर्याप्त समय देगा बल्कि टीकाकरण से पहले नवजात शिशु को संक्रमित होने से भी रोकेगा.