Parenting Tips: भूलकर भी कभी अपने बच्चे से न कहें ये बातें, दिल और दिमाग पर पड़ता है बुरा असर
Parenting Tips: आज हम आपको कुछ ऐसी चीजें बताने वाले हैं जिन्हें आपको कभी भी अपने बच्चे से नहीं कहना चाहिए. आपके इन चीजों के कहने की वजह से उनके दिल और दिमाग पर काफी बुरा असर पड़ता है.
Parenting Tips: पैरेंट्स होने के नाते हम अपने बच्चों के लिए हमेशा बेहतरीन चीजें ही चाहते हैं. लकिन, कई बार हमारी कुछ कही गयी बातें ही हमारे बच्चे के दिल और दिमाग पर बैठ जाती है और उनके जीवन पर काफी बुरा असर डाल देती है. आज की यह आर्टिकल उन पैरेंट्स के लिए काफी काम की होने वाली है जो बिना सोचे-समझे अपने बच्चे से कुछ भी कह देते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको अपने बच्चे से कभी नहीं कहना चाहिए. तो चलिए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से.
मुझे चीजें क्यों दोहरानी पड़ रही है?
अगर आप अपने बच्चे से हमेशा यह कहते रहते हैं कि ‘मुझे चीजें दोहरानी क्यों पड़ रही है?’ तो आपक ऐसा कहना आपके चिड़चिड़ाहट को दर्शाता है. ऐसा कहने की जगह पर आपको अपने बच्चे से कहना चाहिए कि ‘मैंने पहले भी तुमसे इस बारे में बताया था’. आपका ऐसा कहना आपका कोऑपरेशन को दर्शाता है न कि चिड़चिड़ाहट को.
पैरेंटिंग से जुड़ी ट्रेंडिंग खबरें यहां पढ़ें
ये भी पढ़ें: Parenting Tips: रात में बच्चों के कपड़े घर से बाहर क्यों नहीं सुखाने चाहिए? जानें धार्मिक और वैज्ञानिक कारण
ये भी पढ़ें: Parenting Tips: हर सुबह अपने बच्चों से जरूर कहें ये बातें
तुम ठीक हो, तुम्हें कुछ नहीं हुआ
जब आपका बच्चा दुखी हो या फिर उसे चोट लगी हो तो आपको उसके कभी ऐसा नहीं कहना चाहिए कि ‘तुम ठीक हो, तुम्हें कुछ नहीं हुआ है’. जब आप ऐसा कहते हैं तो उन्हें लगता है कि आप उनकी भावनाओं की कद्र नहीं करते हैं और उन्हें नजरअंदाज भी कर रहे हैं. इसकी जगह पर आपको उनसे कहना चाहिए कि ‘तुम बहुत बुरी तरह से गिरे हो, तुम्हारा दुखी होना बनता है’ आपके ऐसा कहने से आपके बच्चे को सहानुभूति का एहसास होता है.
क्योंकि मैंने ऐसा कहा है इसलिए
आपको कभी भी अपने बच्चे से यह नहीं कहना चाहिए कि ‘तुम ऐसा करो क्योंकि मैंने ऐसा करने को कहा है’. इसकी जगह पर आपको अपने बच्चे से तक सहित कहना चाहिए कि अपने अपने बच्चे को इस काम को करने को क्यों कहा है. जब आप ऐसा करते हैं तो आपके बच्चे रूल्स को फॉलो करना सीखते हैं और साथ ही आपका सम्मान करना भी.
ये भी पढ़ें: Parenting Tips: तेरह साल की उम्र से पहले आने बच्चों को सिखाएं ये चीजें
हम इसे अफोर्ड नहीं कर सकते हैं
अगर आप किसी भी चीज को खरीदते समय अपने बच्चे से यह कहते हैं कि ‘हम इसे अफोर्ड नहीं कर सकते हैं’ तो आपके बच्चे के मन में पैसों को लेकर डर बैठ जाता है. अगर आप किसी चीज को नहीं अफोर्ड कर सकते हैं तो अपने बच्चे को समझाने के लिए एक सही तरीका अपनाएं. अपने बच्चे से कहें कि ‘हम इस समय किसी खास चीज के लिए पैसे बचा रहे हैं’. आपके ऐसा कहने से आपके बच्चे जिम्मेदारियों को समझना शुरू कर देते हैं.
तुम्हें शर्म आनी चाहिए
अपने बच्चे से ऐसा कहना कि ‘तुम्हें शर्म आनी चाहिए’ उनके सेल्फ एस्टीम को चोट पहुंचाता है. उन्हें ऐसा लगने लगता है कि वे गलत हैं. इससे बेहतर होगा कि आप अपने बच्चे की मदद उनके एक्शंस को समझने में करें. जब आप ऐसा करते है तो उन्हें जीवन में बेहतर चीजें चुनने में मदद मिलती है.
ये भी पढ़ें: Parenting Tips: बच्चों के भविष्य को बर्बाद कर देती हैं आपकी ये गलतियां, बचपन भी हो जाता है खराब