Pearl: कैसे करें असली और नकली मोती की पहचान, ये है आसान तरीका

Pearl: अगर मोती असली न हो तो आपको क्या फायदा होगा? दरअसल, इस कीमती रत्न की खोज के बाद लोगों ने मशीनों के ज़रिए मोती बनाना शुरू कर दिया है. इससे असली और नकली की पहचान करना मुश्किल हो जाता है.

By Bimla Kumari | November 3, 2024 3:45 PM
an image

How to do Pearl Check: बहुत से पंडित आपकी राशि और ग्रहों के अनुसार मोती पहनने की सलाह देते हैं. वे सभी आपको बताते हैं कि मोती पहनने के कितने फायदे हैं. लेकिन अगर मोती असली न हो तो आपको क्या फायदा होगा? दरअसल, इस कीमती रत्न की खोज के बाद लोगों ने मशीनों के ज़रिए मोती बनाना शुरू कर दिया है. इससे असली और नकली की पहचान करना मुश्किल हो जाता है.

असली और नकली में अंतर समझने से पहले ज़रूरी है कि आप इन दोनों के बीच बुनियादी अंतर को भी पहचानें. आइए जानते हैं असली और नकली मोती में कैसे अंतर करें?

Mother of pearl with real pearls in a sea shell

also read: Vastu Tips for Sleeping: पति पत्नी के लिए अशुभ है ये दिशा, जानें शुभ…

असली मोती कैसा होता है?

मोती की खेती भी जाती है, इसे पहनने के कई फायदे बताए गए हैं. लेकिन कई बार हम असली और नकली मोती की पहचान नहीं कर पाते हैं. असली मोती ताजे या खारे पानी में पाए जाने वाले सीपों में निकलता है. ऐसे मोती बहुत दुर्लभ और कीमती होते हैं, इसलिए इन्हें आमतौर पर संग्रहालयों आदि में रखा जाता है. अगर अगली बार आप किसी संग्रहालय में किसी से प्राकृतिक मोती शब्द सुनें तो समझ लें कि वह असली मोती की बात कर रहा है.

नकली मोती कैसा होता है?

सबसे प्रचलित नकली मोती मेजरिका है, जो कांच से बना होता है और इसे इतनी परफेक्शन के साथ बनाया जाता है कि आप इसे पहचानने में गलती कर सकते हैं. नकली मोती मानव निर्मित मोतियों से बनाए जाते हैं. ये आमतौर पर कांच, प्लास्टिक, अलबास्टर और सीप से बने होते हैं जो असली मोती जैसे दिखते हैं. कुछ मोतियों को आप देखकर ही पहचान सकते हैं, लेकिन कुछ को पहचानना मुश्किल होता है.

A group of pearl on the shell

आइए जानते हैं इन्हें पहचानने की तरकीबें-

also read: Baby Name on Sun: सूर्य देव के नाम पर रखें बेटे…

छूकर तापमान महसूस करें

पहला तरीका है मोती को छूकर पहचानना।. जब आप असली मोती को अपने हाथों में पकड़ते हैं, तो यह पहले कुछ सेकंड के लिए ठंडा लगता है और फिर आपकी त्वचा की गर्मी से गर्म हो जाता है. वहीं, प्लास्टिक के मोती का तापमान कमरे के तापमान जितना ही होता है. इसी तरह, कांच के मोतियों से बने मोती को पकड़ने पर आपको शुरुआत में ठंड लगेगी, लेकिन उन्हें गर्म होने में काफी समय लगता है.

रंग को ध्यान से देखें

असली और नकली मोतियों का रंग लगभग एक जैसा होता है, जो मोती की ऊपरी सतह पर दिखाई देता है. अच्छी क्वालिटी के मोतियों में हमेशा यह चमक होती है. इनमें बहुत हल्की गुलाबी चमक भी होती है. अगर आपका मोती फीका या गहरा न लगे तो समझ लीजिए कि वह नकली है.

Three australian south sea pearl inside an oyster

also read: Chhath Puja Hairstyle Ideas: छठ पूजा में ट्राई कीजिए ये 5…

जब आप किसी असली मोती को ध्यान से देखेंगे तो आपको हर मोती की सतह पर छोटी-छोटी अनियमितताएं और धारियां नजर आएंगी. अच्छी क्वालिटी के कल्चर्ड मोतियों में भी आप उनके बीच बहुत छोटे-छोटे अंतर देख सकते हैं. अगर मोती का आकार, साइज़ और रंग एकदम सही है या बिल्कुल एक जैसा है तो समझ लीजिए कि वह नकली मोती है.

Trending Video

Exit mobile version