Planet Parade: 1000 साल बाद इस सप्ताह एक सीधी रेखा में होंगे शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि, डिटेल पढ़ें
Planet Parade : इस सप्ताह शनि, मंगल, शुक्र और बृहस्पति एक रेखा में दिखाई देंगे. इस पृथ्वी से नंगी आंखों से आसानी से देखा जा सकेगा.
planet parade : जल्द ही चार ग्रह आकाश में एक पंक्ति में दिखाई देंगे. इस दृश्य को देखने के लिए लोगों को दूरबीन की जरूरत नहीं पड़ेगी. नंगी आंखों से आप आसमान में इस दुर्लभ नजारे को देख सकते हैं. अप्रैल के अंतित हफ्ते यानी इस सप्ताह में शनि, मंगल, शुक्र और बृहस्पति एक पंक्ति में दिखाई देंगे. यह दृश्य पहले 947 में देखा गया था. यह नजारा सूर्योदय से एक घंटे पहले आसमान में देखा जा सकता है.
सबसे पहले 947 ई. में देखा गया था ऐसा दृश्य
पठानी सामंत तारामंडल, भुवनेश्वर के उप निदेशक डॉ एस पटनायक के अनुसार शनि, मंगल, शुक्र और बृहस्पति ग्रह इस सप्ताह एक पंक्ति में दिखाई देंगे. यह दृश्य सबसे पहले 947 ई. में देखा गया था. यह अत्यंत दुर्लभ खगोलीय घटनाओं में से एक है.
भारत के लोग भी देख सकेंगे यह घटना
भूमध्य रेखा के ऊपरी भाग उत्तरी गोलार्ध में रहने वाले लोग इस दुर्लभ दृश्य को देख सकेंगे. भारत में भी लोग इस दृश्य को देख सकेंगे. इस नजारे को देखते हुए आसमान में प्रदूषण की मात्रा कम होनी चाहिए. इस नजारे को देखने के लिए आपको सूर्योदय से एक घंटे पहले पूर्व की ओर आकाश की ओर देखना होगा.
Saturn, Mars, Venus&Jupiter will align in a parade this week. It's a rare combination, same took place in 947 AD*. It can be seen with naked eye. Will appear in eastern sky before an hr the sunrise:Dr S Pattnaik, Dy Director, Pathani Samanta Planetarium on planetary parade(26.04) pic.twitter.com/5ifIq138ag
— ANI (@ANI) April 26, 2022
1000 साल होगी यह दुर्लभ खगोलीय घटना
1,000 वर्षों के बाद, अप्रैल के अंतिम सप्ताह के दौरान एक दुर्लभ और अनोखी खगोलीय घटना होगी जब शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि सहित चार ग्रह सूर्योदय से लगभग एक घंटे पहले पूर्वी आकाश में एक सीधी रेखा में संरेखित होंगे, पठानी सामंत तारामंडल, भुवनेश्वर के उप निदेशक, शुभेंदु पटनायक के अनुसार अप्रैल 2022 के अंतिम सप्ताह के दौरान, एक दुर्लभ और अद्वितीय ग्रह संरेखण होगा, जिसे लोकप्रिय रूप से ‘ग्रह परेड’ के रूप में जाना जाता है, हालांकि ‘ग्रह परेड’ की कोई वैज्ञानिक परिभाषा नहीं है, इसे एक घटना को दर्शाने के लिए खगोल विज्ञान में व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है जब सौर मंडल के ग्रह आकाश के एक ही क्षेत्र में एक पंक्ति में होते हैं.