जी हां, यह दिन है देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन का. देश- विदेश से उनके लिए बधाईयों का तांता लगा है. ऐसे में देश की महिलाएं भी प्रधानमंत्री के प्रति आभार जता रही है क्योंकि इन नौ सालों में मोदी सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं ने उनकी जिंदगी को आसान बनाने के साथ आत्मविश्वास की नई ताकत दी हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही सरकार ने महिलाओं के हित में कई बड़े फैसले लिए हैं. महिलाओं में सुविधा, सुरक्षा, सम्मान का भाव जगा है. उज्ज्वला योजना हो या फिर जन-धन योजना. ऐसी कई योजनाएं हैं. गैस कनेक्शन के लिए उज्ज्वला, महिला शौचालयों के लिए स्वच्छता और घरों में नल के पानी के लिए जल-जीवन जैसी योजनाओं ने न केवल महिलाओं के जीवन को सरल बनाया, बल्कि उन्हें आत्मसम्मान के साथ आत्मविश्वास की भावना भी प्रदान की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारी शक्ति को भारत की विकास यात्रा में अहम स्थान दिया है. महिलाओं के दैनिक जीवन से कठिनाई को दूर करते हुए उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी सिलेंडर के बढ़ते उपयोग ने धुआं-मुक्त रसोई उपलब्ध कराई है, इससे करोड़ों महिलाओं को धुएं से होने वाली सांस की पुरानी बीमारियों से बचाया है.
स्वच्छ भारत अभियान की सफलता के साथ, करोड़ों महिलाएं अब सुरक्षा या गरिमा के साथ निडर रहकर अपने घरों में ही शौचालय तक पहुंच में सक्षम बनी हैं.दैनिक उपयोग के लिए लंबी दूरी तक पैदल चलकर पानी लाना अतीत की बात होती जा रही है क्योंकि देश भर के घरों में जल जीवन मिशन के तहत नल के पानी के कनेक्शन मिल रहे हैं.
महिला सशक्तिकरण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर निर्भर है. मुद्रा योजना कार्यक्रम के अंतर्गत 27 करोड़ से अधिक महिलाओं को 68 फीसदी ऋण प्रदान किये गए हैं. इसने देश भर में करोड़ों महिलाओं को उद्यमी बनाकर वित्तीय रूप से स्वतंत्र होने में सक्षम किया है.
पीएम आवास योजना के अंतर्गत, महिलाओं को परिवार का स्वामित्व दिया जा रहा है, इस प्रकार वे घरेलू निर्णय लेने में सक्रिय रूप से भागीदार बन रही हैं. मोदी सरकार के 9 साल के कार्यकाल में महिलाएं सुदृढ़ रूप से आगे बढ़ी हैं.
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना : इस योजना में बड़ी संख्या में गरीब परिवार की महिलाओं को फ्री गैस कनेक्शन दिए जाते हैं. उज्ज्वला योजना महिलाओं के लिए केन्द्र की मोदी सरकार की सबसे सफल योजना है. 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया से इस योजना की शुरुआत हुई थी. इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर गृहणियों को रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराई जाती है. इस योजना का उदेश्य लकड़ी या कोयले के धुएं से महिलाओं को मुक्त कराना है.
Also Read: Ujjwala Scheme: त्योहार से पहले सरकार का बड़ा गिफ्ट, उज्ज्वला स्कीम के तहत 75 लाख मुफ्त कनेक्शन को मिली मंजूरीबेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना : बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के पानीपत में की थी. इस योजना का उद्देश्य बालिका लिंग अनुपात में गिरावट रोकना एवं महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है. यह योजना भारत के अलग अलग क्षेत्रों में चलाई जा रही है. यह योजना उन महिलाओं की मदद करती है जो घरेलू हिंसा या किसी भी प्रकार की हिंसा का शिकार होती हैं. अगर कोई महिला ऐसी किसी भी प्रकार की हिंसा का शिकार होती है तो उसे पुलिस, कानूनी, चिकित्सा जैसी सेवाएं दी जाती है. पीड़ित महिला टोल फ्री नंबर 181 पर बंसस करके मदद ले सकती हैं.
सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना : इस योजना के तहत 100 फीसदी तक अस्पतालों या प्रशिक्षित नर्सों की निगरानी में महिलाओं के प्रसव को किया जाता है. ताकि प्रसव के दौरान मां और उसके बच्चे के स्वास्थ्य की उचित देखभाल की जा सके. सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना की शुरुआत 10 अक्टूबर 2019 को गई थी. इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की जीवन सुरक्षा के लिए निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं सरकार द्वारा प्रदान की जा रही है. इस योजना का उद्देश्य माता और नवजात शिशुओं की मृत्यु को रोकना है.
फ्री सिलाई मशीन योजना : जो महिलाएं सिलाई-कढ़ाई में रुचि रखती हैं, उनके लिए केंद्र सरकार की ओर से फ्री सिलाई मशीन योजना चलाई जाती है. इस योजना का लाभ देश के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की आर्थिक रूप से कमजोर महिलाएं उठा सकती हैं. भारत सरकार की तरफ से हर राज्य में 50,000 से अधिक महिलाओं को निशुल्क सिलाई मशीन प्रदान की जाएगी. इस योजना के अंतर्गत केवल 20 से 40 वर्ष की आयु की महिलाएं आवेदन कर सकती हैं.
महिला शक्ति केंद्र योजना: यह योजना महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से साल 2017 को लॉन्च की गई थी. यह योजना महिलाओं के संरक्षण और सशक्तिकरण के लिए तैयार की गई है. इस योजना के तहत गांव-गांव की महिलाओं को सामाजिक भागीदारी के माध्यम से सशक्त बनाने और उनकी क्षमता का अनुभव कराने का काम किया जाता है. यह योजना राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर काम करती है.
सुकन्या समृद्धि योजना: मोदी सरकार ने 22 जनवरी 2015 को सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की थी. यह स्कीम 10 साल से कम उम्र की लड़कियों/बच्चियों की उच्च शिक्षा और शादी के लिए है. यानी लड़कियों के सुरक्षित भविष्य के लिए यह बचत योजना है. किसी भी बैंक और पोस्ट ऑफिस में जाकर आप अपनी 10 साल से कम उम्र की बेटी के लिए अकांउट खुलवा सकते हैं. स्कीम पूरी हो जाने के बाद सारा पैसा उसे मिलेगा
पीएम जन धन योजना: देश के हर परिवार के लिए बैंक अकाउंट सुनिश्चित करने के लिए मोदी सरकार ने 28 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री जन धन योजना की शुरुआत की थी. इसमें हर परिवार के दो सदस्य जीरो बैलेंस में खाता खोल सकते हैं.
पीएम मुद्रा योजना: मोदी सरकार ने 8 अप्रैल, 2015 को पीएम मुद्रा योजना की शुरुआत की थी. इस योजना में लघु और सूक्ष्म उद्योग में लगे लोगों को 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है. इसमें शिशु, किशोर और तरुण कैटेगरी शामिल हैं..
पीएम आवास योजना : देश में हर किसी के लिए पक्का मकान सुनिश्चित करने के लिए पीएम मोदी की सरकार ने 25 जून, 2015 को पीएम आवास योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत लोगों को होम लोन पर सब्सिडी दी जाती है.
आयुष्मान भारत योजना : देश में सभी के लिए हेल्थकेयर सुविधाओं की पहुंच आसान बनाने के लिए मोदी सरकार ने 1 अप्रैल 2018 से आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की. जिसमें लोगों को गंभीर बीमारियों के लिए 5 लाख रुपये तक का बीमा मिलता है.
किसान सम्मान निधि योजना : छोटे किसानों को राहत देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने 24 फरवरी, 2019 को किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत किसान परिवारों को साल के 6 हजार रुपये तीन बराबर किस्तों में दी जाती है.
पीएम स्वनिधि योजना :रेहड़ी-पटरी और खोमचे वाले को राहत देने के लिए सरकार ने 1 जून 2020 को पीएम स्वनिधि योजना की शुरुआत की. इसमें रेहड़ी-पटरी और खोमचे वाले को बिना किसी जमानत के सस्ता कर्ज दिया जाता है.
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