Pollution धरती के लिए सबसे बड़ा खतरा, जानिए 2 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस
विकसित, विकासशील और अविकसित तीनों तरह के देश प्रदूषण की समस्या से जूझ रहे हैं. अमेरिका, चीन भारत समेत कई देशों के बड़े-बड़े शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई है.
National Pollution Control Day 2021: 2 दिसंबर का दिन भारत के लिए बेहद खास है. आज के दिन को हर साल राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस (National Pollution Control Day) के रूप में मनाया जाता है. आज पूरी धरती के लिए प्रदूषण एक विकट समस्या बन चुकी है. विकसित, विकासशील और अविकसित तीनों तरह के देश प्रदूषण की समस्या से जूझ रहे हैं. अमेरिका, चीन भारत समेत कई देशों के बड़े-बड़े शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई है. आलम यह है कि अब लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है.
प्रदूषण प्रकृति की देन नहीं है. धरती पर मानवीय क्रियाकलापों के कारण पूरी पृथ्वी का संतुलन बिगड़ गया है. कल कारखानों की चिमनी से निकलने वाले धुएं, गाड़ी और मोटरों के धुएं, पटाखों का फोड़े जाना समेत अनगिनत कारणों से वायु में गैसों का रिसाव हो रहा है. ये जहरीली गैसें जितना प्रकृति को नुकसान पहुंचा रही हैं उससे कहीं ज्यादा इससे मानव समुदाय को खतरा हो गया है. जिसकी रोकथाम बेहद जरूरी है.
लेकिन अब सवाल है कि हम 2 दिसंबर को ही राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस क्यों मनाते हैं. दरअसल, राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाना है. 2 दिसंबर को यह इसलिए मनाया जाने लगा क्योंकि, इस दिन को भोपाल गैस त्रासदी हुई थी. जिसमें हजारों लोगों की मौत हो गई थी.
गैस त्रासदी में मारे गए लोगों की याद में मनाया जाता है यह दिवस: दरअसल, 2 दिसंबर, 1984 को एमपी की राजधानी भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड कंपनी से एलआईसी या मिक गैस का रिसाव हुआ था. इस जहरीली गैस की चपेट में आकर हजारों लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे थे. गैस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के सम्मान में यह दिवस मनाया जाता है.
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाने का उद्देश्य: हर साल 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है. बता दे इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को जागरूक बनाना है. इसका मकसद पानी, हवा, मिट्टी के साथ-साथ ध्वनि प्रदूषण को भी फैलने से रोकना है. इसका उद्देश्य लोगों को जागरुक करना है ताकी प्रदूषण पर लगाम लग सके.
Posted by: Pritish Sahay