Premanand Ji Maharaj: समलैंगिक संबंध पर प्रेमानंद जी महाराज ने कह दी बड़ी, मां-बाप को जरूर सुननी चाहिए

Premanand Ji Maharaj: आध्यात्मिक गुरु और राधा रानी के अनन्य भक्त प्रेमानंद जी महाराज का समलैंगिक संबंधों को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब तेजी से वायरल हो रहा है.

By Shashank Baranwal | January 21, 2025 7:27 PM
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Premanand Ji Maharaj: समलैंगिक संबंधों को लेकर पिछले कुछ सालों में चर्चा तेज हो गई है. आज के समय में यह लोगों के लिए नई बात नहीं हैं. मीडिया में इस तरह के कई मामले में सामने आते रहते हैं. समलैंगिक संबंधों के अंतर्गत महिला का महिला से और पुरुषों का पुरुषों से संबंध शामिल होता है. इसको लेकर देश-विदेश में कई जागरुकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं. इसी बीच आध्यात्मिक गुरु और राधा रानी के अनन्य भक्त प्रेमानंद जी महाराज का समलैंगिक संबंधों को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल, एक युवक ने महाराज से समलैंगिक संबंध को लेकर अपनी इच्छा जाहिर की थी. इस दौरान उसने महिला की बजाय पुरुष के प्रति आकर्षण की बात कही थी. इस पर प्रेमानंद जी महाराज ने जो बात कही थी, उसे हर बच्चे और माता-पिता को सुनना चाहिए.

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युवक ने जाहिर की थी इच्छा

प्रेमानंद जी महाराज के सत्संग में एक युवक ने कहा कि मेरे माता-पिता जबरदस्ती एक महिला के साथ शादी कराना चाह रहे हैं. लेकिन मेरा आकर्षण महिलाओं के प्रति न होकर पुरुषों के प्रति है. मैं इस बारे में माता-पिता से बात करने में संकोच कर रहा था. इस पर प्रेमानंद जी ने कहा कि अगर आप महिलाओं के बजाय पुरुषों के प्रति आकर्षित हैं, तो किसी महिला को धोखा मत दीजिए. ऐसे में शादी करके महिला के जीवन को दुःखी न करें. आप अपने माता-पिता से खुलकर अपनी बात कहिए. प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि लड़की की जिंदगी बर्बाद करने में शर्म महसूस नहीं हो रही है, लेकिन सच्चाई बताने में शर्म महसूस हो रही है. उन्होंने कहा कि अपनी भावनाओं को साझा करना इज्जत पर दाग नहीं होता है.

माता-पिता को दी ये सलाह

समलैंगिक मामले में प्रेमानंद जी महाराज ने माता-पिता से अपील की है कि बच्चे का साथ दें और उनकी भावनाओं को समझने का प्रयास करें. भगवान के बनाए गए स्वभाव को क्या डांट फटकार के नहीं बदला जा सकता है. ऐसे में बेहतर यही होगा कि एक दूसरे की भावनाओं का समर्थन कर प्रेम के साथ आगे बढ़ना चाहिए.

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Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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