Petticoat cancer : क्या आपको पता है कि साड़ी पहनने से हो सकता है पेटीकोट कैंसर?

Petticoat cancer : पेटीकोट कैंसर से बचने के लिए अपनाएं ये सरल उपाय. नर्म और लूज फिटिंग पेटीकोट पहनें, त्वचा की नियमित जांच करें, और साड़ी पहनने का समय सीमित करें. जानें पेटीकोट कैंसर से बचाव के तरीके.

By Shinki Singh | December 18, 2024 12:30 PM

Petticoat cancer : साड़ी पहनने का फैशन भारत में सदियों से है और यह पारंपरिक परिधान आज भी महिलाओं के वॉर्डरोब का अहम हिस्सा है. लेकिन हाल ही में एक चौंकाने वाली स्टडी सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि साड़ी के साथ पहने जाने वाले टाइट पेटीकोट के कारण एक दुर्लभ और खतरनाक स्किन कैंसर हो सकता है. इस कैंसर को ‘पेटीकोट कैंसर’ कहा गया है और इसका मुख्य कारण है पेटीकोट के नाड़े का शरीर पर लगातार दबाव डालना.

ग्रामीण महिलाओं में ‘पेटीकोट कैंसर’ का असर ज्यादा

एक प्रमुख मेडिकल जर्नल बीएमजे में प्रकाशित इस स्टडी के मुताबिक यह समस्या खासकर ग्रामीण इलाकों की महिलाओं में ज्यादा पाई जाती है जो पारंपरिक रूप से साड़ी पहनती हैं.आइए जानते हैं कि यह पेटीकोट कैंसर क्या है.इसके कारण कौन सी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं और इसका स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ सकता है.

पेटीकोट कैंसर कैसे होता है?

पेटीकोट कैंसर, जिसे मार्जोलिन अल्सर भी कहा जाता है.अगर शरीर के किसी हिस्से पर बार-बार दबाव डाला जाता है तो वहां खून की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है. इस दबाव से उस क्षेत्र की त्वचा में बदलाव आ सकते हैं. जैसे सूजन, घाव या निशान बन सकते हैं. यह स्थिति समय के साथ मार्जोलिन अल्सर में बदल सकती है जो एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन सकती है. जब यह पेटीकोट के टाइट नाड़े के कारण होता है, तो इसे पेटीकोट कैंसर कहा जाता है.

Also Read : घर में लगा लें यह फूल,शुरू हो जाएगी पैसों की बारिश

पेटीकोट कैंसर से बचाव के उपाय

  • नर्म और लूज पेटीकोट पहनें: टाइट पेटीकोट से बचें और हमेशा नर्म और लूज फिटिंग वाला पेटीकोट पहनें. इससे कमर पर दबाव कम होगा और रगड़ की समस्या से बचाव होगा.
  • साड़ी पहनने का समय सीमित करें: साड़ी पहनने का समय ज्यादा लंबा न रखें. लंबे समय तक पेटीकोट में दबाव डालने से शरीर की त्वचा पर नुकसान हो सकता है इसलिए साड़ी पहनने का समय सीमित करें.
  • साफ-सफाई का ध्यान रखें: पेटीकोट और साड़ी की सफाई पर ध्यान दें क्योंकि गंदगी और पसीने से रगड़ और जलन बढ़ सकती है. नियमित रूप से सफाई से त्वचा की सुरक्षा होगी और संक्रमण का खतरा भी कम होगा.
  • संचालित कपड़े पहनें: साड़ी पहनते समय आरामदायक और हल्के कपड़े चुनें जो शरीर को सांस लेने का मौका दें. यह त्वचा की सेहत को बेहतर बनाए रखेगा.
  • डॉक्टर की सलाह लें: अगर साड़ी पहनने के दौरान पेटीकोट की वजह से किसी प्रकार की तकलीफ महसूस हो, तो डॉक्टर से सलाह लें. वे त्वचा की स्थिति का मूल्यांकन कर आपको सही उपचार बता सकते हैं.

Next Article

Exit mobile version