Raksha Bandhan 2024 : रक्षाबंधन भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत बनाने का पर्व है. यही एक त्योहार है, जिसके माध्यम से भाई और बहन के बीच नजदीकियां लायी जा सकती हैं. आज के डिजिटल युग में एक ही घर में रहनेवाले भाई-बहन एक दूसरे के साथ वक्त नहीं बिताते. उनमें आपस में बातचीत कम हो पाती है. ऐसे में रक्षाबंधन बच्चों के बीच प्यार बढ़ाने का खास दिन हो सकता है.
बच्चों को समझाएं इस त्योहार का महत्व
घर के बच्चों को उनके माता-पिता यह समझाने की कोशिश करें कि यह दिन खास क्यों है. इस त्योहार को यूं ही न जाने दें. बच्चों को इस दिन की महत्ता और इसके ऐतिहासिक महत्व भी बताएं. बच्चों को प्रेरित करें कि वह इंटरनेट पर रक्षाबंधन से जुड़ी जानकारी एकत्रित करें.
जुड़ाव बनाये रखने का करें प्रयास
बच्चों को प्रेरित करें कि वे रक्षाबंधन के दौरान घर से दूर रहनेवाले भाइयों से फोन पर बात जरूर करें. संभव हो तो उन्हें राखी भेजें. रक्षाबंधन में बहन, भाई एक-दूसरे को तोहफे देते हैं, जिसके चलते बच्चे इस त्योहार के महत्व पर कम और गिफ्ट पर ज्यादा ध्यान देने लगते हैं. ऐसे में बच्चों को यह समझाना जरूरी है कि इस रिश्ते की पवित्रता क्या है.
बच्चों के संग बच्चे बन जाएं
रक्षाबंधन के दिन आप भी बच्चों के साथ बच्चे बनने की कोशिश करें. अगर बच्चों को डोरेमॉन, छोटा भीम व अन्य कार्टून से जुड़ी राखियां ही पसंद आ रही हैं, तो उन्हें वही राखी खरीद कर दें. इससे भी बच्चों में रक्षाबंधन की महत्ता बढ़ेगी. उन्हें लगेगा कि वह उनके जीवन और खेल का हिस्सा है.
कविताओं से बढ़ाएं बच्चों में प्यार
बच्चों को प्रेरित करें कि इस दिन भाई अपनी बहन और बहन अपने भाई के लिए कोई अच्छी-सी कविता लिखे, पेंटिंग बनाये या कोई गीत लिखे और राखी बांधते वक्त वह एक दूसरे को सुनाये. इससे भी बच्चों में प्यार बढ़ेगा. यदि खुद से कविता तैयार करने के लिए बच्चे छोटे हैं, तो इस काम में आप उनकी मदद करें.
न पैदा होने दें गिफ्ट का लालच
इस बात का खास ख्याल रखें कि बच्चों से कभी भी राखी में महंगे तोहफे न दिलवाएं. उन्हें बच्चों की तरह ही बरताव करने दें. उन्हें यह बात समझने दें कि यह पर्व गिफ्ट लेने या देने का त्योहार नहीं है. इसलिए सामान्य से तोहफे ही दिलवाएं.
विकसित करें बचत की आदत
बच्चों को राखी के जो पैसे शगुन के रूप में मिले हैं, उन्हें प्रेरित करें कि उन पैसों को वह अपनी गुल्लक में डालें. हर साल राखी पर वह गुल्लक तोड़ें और फिर उन पैसों से कुछ जरूरत के सामान खरीद कर बच्चे को दें.
हैंड मेड राखी तैयार करने में करें मदद
यूं तो इस पर्व के दौरान स्कूलों में बच्चों से हैंड मेड राखी बनवायी जाती है. यदि आपके बच्चे के स्कूल में ऐसा नहीं हुआ है, तो घर पर उससे राखी बनाने को कहें.