Republic Day 2022 Speech, Essay, Nibandh, Bhashan, Quotes: भारत हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. भारतीय इतिहास के अनुसार, 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ और 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू किया गया.इस दिन भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के बाद देश को उसका संविधान सौंपा था. उसके बाद से हर साल ये दिन लोगों के लिए बेहद गौरवमयी होता है जिसे देशवासी हर्षोल्लास से मनाया जाता है.कई जगहों पर भाषण, वाद-विवाद व निबंध प्रतियोगिताएं भी करायी जाती हैं. अगर आप भी इस मौके के लिए स्पीच या निबंध लिखने टिप्स ढूंढ़ रहे हैं तो यहां से लें मदद –
भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जो भारत सरकार और भारतीय नागरिकों की प्रक्रियाओं, शक्तियों, कर्तव्यों, मौलिक अधिकारों और सिद्धांतों को निर्धारित करता है. यह दिन भारतीय नागरिकों को अपनी सरकार चुनने के लिए सशक्तिकरण/अधिकार के उत्सव का प्रतीक है. इस दिन राष्ट्रीय अवकाश होता है, गणतंत्र दिवस भारतीय संविधान की स्थापना प्रक्रिया को याद दिलाता है.
भारत में 1950 से हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. आज ही के दिन 1950 में भारतीय संविधान लागू किया गया था. स्वतंत्रता के बाद भारत के संविधान को भारतीय संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को अपनाया गया था और 1 साल बाद 26 जनवरी 1950 को एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ भारत का संविधान लागू किया गया था.
इस दिन भारत के राष्ट्रपति राजपथ, नई दिल्ली में झंडा फहराते हैं. गणतंत्र दिवस परेड में भारत की रक्षा, सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक और सामाजिक विरासत की प्रदर्शनी की जाती है. भारत के राष्ट्रपति, भारतीय सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ भी हैं, इसलिए उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती है. हर साल 26 जनवरी पर राष्ट्रपति पद्म पुरस्कार प्रदान करते हैं, जो भारत रत्न के बाद भारत में दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है.
गणतंत्र दिवस कब मनाया जात रहा है से शुरू करें, फिर भारत की स्वतंत्रता के बारे में कुछ जानकारी के साथ, इसे क्यों मनाया जाता है, इस पर एक संक्षिप्त परिचयात्मक पैराग्राफ लिखें. इसके बाद अगले पैराग्राफ में भारत के संविधान के बारे में लिखें और इसे कैसे तैयार और अधिनियमित किया गया था, उसपर लिखें. भारत के संविधान का महत्व और इसकी मूल विशेषताओं के बार में लिखें. भारत के संविधान के मुख्य निर्मातों के बारे में लिखें. भारत के संविधान द्वारा सभी भारतीय नागरिकों को प्रदान किए गए मौलिक अधिकारों के महत्व के बारे में संक्षेप में लिखें. भारतीय संविधान भारतीय नागरिकों और उसके लोकतंत्र को किस प्रकार सशक्त करता है, इस पर लिखने के बाद आप अपना भाषण भाषण को समाप्त कर सकते हैं.
गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?
भारत के संविधान का महत्व
संविधान और भारतीय नागरिकों के अधिकार
डॉ बीआर अंबेडकर और भारत का संविधान
गणतंत्र दिवस और संविधान दिवस में अंतर
स्पीच 1: हर साल 26 जनवरी को भारत अपना गणतंत्र दिवस मनाता है क्योंकि इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था. इसे हम सभी राष्ट्रीय पर्व के रुप में मनाते है और इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है. इस महान दिन पर भारतीय सेना द्वारा भव्य परेड किया जाता है जो सामान्यत: विजय चौक से शुरू होकर इंडिया गेट पर खत्म होता है. इस दौरान तीनों भारतीय सेनाओं (थल, जल, और नभ) द्वारा राष्ट्रपति को सलामी दी जाती है, साथ ही सेना द्वारा अत्याधुनिक हथियारों और टैंकों का प्रदर्शन भी किया जाता है, जो हमारे राष्ट्रीय शक्ति का प्रतीक है.
स्पीच 2 : भाषण की शुरुआत में सबसे पहले सभी को नमस्कार, करने के बाद कार्यक्रम में मौजूद सभी अतिथियों का धन्यवाद करें. फिर बोलना शुरू करें. हम सभी आज अपने देश का 73वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए यहां एकत्रित हुए हैं. मैं गणतंत्र दिवस पर भाषण देने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं. गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को हमारे देश में बहुत खुशी और गर्व के साथ मनाया जाता है. आज ही के दिन 1950 में भारतीय संविधान लागू हुआ था. हम सभी जानते हैं कि भारत को स्वतंत्रता 15 अगस्त 1947 को मिली थी, लेकिन राष्ट्र का अपना कोई संविधान नहीं था. इसी दिन यानी 26 जनवरी 1950 को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था जिसे बाबा साहब डॉक्टर भीम राव अंबेडकर ने बनाया था. आज इसी संविधान के वजह से हमारा देश पूर्ण गणतंत्र है. इस दिन सबसे पहले भारत के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति पर देश के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं. एक लोकतांत्रिक देश में रहना हम सबके लिए गर्व की बात है. मैं अपना भाषण यह कहकर समाप्त करना चाहूंगा कि एक सच्चे राष्ट्रभक्त की तरह देश को एक बेहतर जगह बनाने में योगदान देते रहना हैं. धन्यवाद! जय हिंद.
स्पीच 3: 26 जनवरी सन् 1950 को हमारे देश को पूर्ण स्वायत्त गणराज्य घोषित किया गया था और इसी दिन हमारा संविधान लागू हुआ था. यही कारण है कि प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को भारत का गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. गांव से लेकर शहर तक, राष्ट्रभक्ति के गीतों की गूंज सुनाई देती है और प्रत्येक भारतवासी एक बार फिर अथाह देशभक्ति से भर उठता है. बच्चों में इस दिन को लेकर बेहद उत्साह होता है. हमें आजादी बहुत ही मुश्किलों के बाद मिली है. इसके माध्यम से हम अपनी आने वाली पीढ़ी को अपने गौरवशाली इतिहास के बारे में बता सकते है. साथ ही हमें देश के सपूतों को देखकर उनसे प्रेरणा मिलती है और देश के लिए कुछ भी कर गुजरने का जज्बा पैदा होता है.