75वें गणतंत्र दिवस पर शुक्रवार को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर दुनिया भारत की शक्ति को देखेगी. 90 मिनट के कार्यक्रम में 30 झांकियां निकाली जाएगी, जो विकसित भारत और भारत-लोकतंत्र की जननी थीम पर आधारित होगी. इसमें झारखंड की झांकी भी दिखेगी, जिसमें तसर उत्पादन को दर्शाया जाएगा. वहीं, बिहार की झांकी को लगातार 8वें साल रिजेक्ट कर दिया गया है. 2016 के बाद से बिहार झांकी से अलग है. इस बार 26 राज्यों की झांकियों को शामिल गया है. आइए विस्तार से जानते हैं पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा…
गणतंत्र दिवस की परेड के लिए काफी समय पहले से तैयारी शुरू की जाती है. रक्षा मंत्रालय इसकी पूरी तैयारी की जिम्मेदारी लेता है. रक्षा मंत्रालय यह तय करती है कि किस राज्य और किस विभाग की झांकी परेड में शामिल होगी. एक्सपर्ट कमिटी का गठन होता है जो विभिन्न राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों से प्राप्त झांकियों के प्रस्ताव को देखती हैं. विषय, डिजाइन और उसके विजुअल इंपैक्ट के आधार पर जांच की जाती है. पहले पड़ाव में सेलेक्शन के बाद राज्यों को 3 डी मॉडल के साथ आना होता है. इसे मॉडल स्टेज कहते हैं. सेलेक्शन प्रक्रिया आम तौर पर 6 से 7 राउंड की बैठक के बाद पूरी होती है. इस सेलेक्शन कमिटी में आर्ट, कल्चर, पेंटिंग, स्कल्पचर, म्यूजिक, आर्किटेक्चर, कोरियोग्राफी क्षेत्र के नामचीन लोग होते हैं.
झांकियों का चयन करने के लिए सेलेक्शन कमिटी झांकी की विजुअल अपील, झांकी का लोगों पर प्रभाव, आइडिया, थीम और म्यूजिक के अलावा कई और फैक्टर पर भी ध्यान नहीं देती है. इसके बाद इस स्टेज से पास होने पर परेड के लिए एक तय समय होता है. परेड में भाग लेने पर झांकियों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है. सेलेक्टेड झांकियों को रक्षा मंत्रालय द्वारा एक ट्रैक्टर और एक ट्रेलर मुहैया कराया जाता है. इसके अलावा अगर कोई और गाड़ी चाहिए होती है तो वो राज्य को खुद रक्षा मंत्रालय की परमिशन से इंतजाम करना होता है.
इस बार चयनित राज्यों में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, राजस्थान, ओडिशा, मणिपुर, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हरियाणा, गोवा, मेघालय, लद्दाख, कर्नाटक, झारखंड, गुजरात, छत्तीसगढ़, असम, अरुणाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश शामिल हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार के कई मंत्रालय भी इस परेड में शामिल होंगे. इसके साथ ही भारतीय थल, जल और वायु सेना समेत अर्धसैनिक बलों की कई टुकडियां इस परेड में देश की ताकत को दिखाएंगी.
Also Read: गणतंत्र दिवस पर पहनें ये ट्राई कलर ऑउटफिट और एसेसरीज, ट्रेडिशनल और फैशनेबल लुक का मिलेगा कॉम्बोलोगों को झांकी के पास जाने की इजाजत नहीं होती है. इसीलिए लोग दूर से ही उस झांकी को देख पाते हैं. लेकिन दिल्ली में इनकम टैक्स ऑफिस क्षेत्र के पास परेड के बाद सभी झांकियों को लाया जाता है.अगर किसी को पास से झांकी देखनी हो तो वह इस जगह जाकर झांकियां को करीब से देख सकता है.
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