Gardening tips: आपके पौधों के पत्ते भी पड़ गए हैं पीले? ऐसे करें इन टिप्स से सर्दियों में देखभाल

ठंड के मौसम में प्लांट्स की पत्तियों में पीलापन आना आम बात है. इस पीलेपन को ठीक करने के लिए कई तरीके हैं. आइये जानते हैं कैसे किया जा सकता हैं इन्हें ठीक.

By Neha Singh | January 20, 2024 1:29 PM
an image

अगर बढ़ती ठंड के साथ आपके घर के पौधे पीले पड़ रहे हैं तो आपके पौधे को विंटर केयर की जरूरत है. पौधों की पत्तियों के पीले होने के पीछे नाइट्रोजन पोषक तत्व जिम्मेदार होते हैं और इसकी कमी होने के कारण पत्ते पीले पड़ जाते हैं. अगर आपने होमगार्डनिंग करते समय मिट्टी में जैविक खाद या उर्वरक नहीं मिलाए या फिर प्लांटेशन के बाद कभी अपने पौधों को पोषक तत्व नहीं दिए हों तो जाहिर सी बात है कि पौधों के पत्ते पीले पड़ जाएंगे. अपने गार्डन में हरियाली लाने के लिए आप मिट्टी में पुरानी सड़ी हुई गोबर को खाद की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं. सर्दियों में पौधों की बेहतर सुरक्षा के लिए आप एक शीतकालीन देखभाल योजना बना सकते हैं जो आपके पौधों की आवश्यकताओं को पूरा करती है. इससे उन्हें सबसे ठंडे महीनों में भी जीवंत और स्वस्थ पत्ते बनाए रखने में मदद मिलती है.

ठंड-सहिष्णु पौधे पौधों की ऐसी किस्मों का चयन करें जो ठंडे तापमान के लिए उपयुक्त हों. ये पौधे पीली पत्तियाँ विकसित किए बिना सर्दियों की परिस्थितियों का सामना करने की अधिक संभावना रखते हैं.

मिट्टी की उचित तैयारी जड़ों में जल जमाव को रोकने के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी सुनिश्चित करें, जिससे पोषक तत्वों की कमी हो सकती है और पत्तियां पीली हो सकती हैं. मिट्टी की संरचना और पोषक तत्वों को बढ़ाने के लिए इसमें कार्बनिक पदार्थ शामिल करें.

पानी देना पौधे की जरूरतों और पर्यावरणीय परिस्थितियों के आधार पर पानी देने की आवृत्ति को समायोजित करें. मिट्टी में जलभराव को रोकने के लिए सर्दियों में पानी कम दें. अतिरिक्त नमी को वाष्पित करने के लिए दिन में जल्दी पानी डालें, जिससे फंगल रोगों का खतरा कम हो जाएगा.

पाले से बचाएं ठंडी रातों के दौरान कमजोर पौधों को ठंढ से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए ठंढे कंबल या कपड़े से ढक दें. ठंड की चपेट में आने वाले नए विकास को रोकने के लिए देर से शरद ऋतु में संवेदनशील पौधों की छंटाई करने से बचें।

लाइट एक्सपोजर पौधों को सर्दियों में भी पर्याप्त धूप मिले. उन्हें ऐसे क्षेत्रों में रखें जहां उन्हें अधिकतम उपलब्ध रोशनी मिल सके. आस-पास के पेड़ों या संरचनाओं को ट्रिम करें जो पौधों पर छाया डाल सकते हैं, जिससे उनके सूर्य के प्रकाश के संपर्क को सीमित किया जा सकता है।

हवा से सुरक्षा पौधों को कठोर सर्दियों की हवाओं से बचाने के लिए बर्लेप स्क्रीन या अन्य सामग्री जैसे विंडब्रेक का उपयोग करें. युवा पेड़ों के तनों को पेड़ की चादर से लपेटने से धूप की झुलसन और ठंडे तापमान से होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है.

निरीक्षण समय-समय पर तनाव, बीमारी या कीट संक्रमण के लक्षणों के लिए पौधों का निरीक्षण करें. शीघ्र पता लगाने से समय पर हस्तक्षेप की अनुमति मिलती है. रोगजनकों के प्रसार को रोकने के लिए किसी भी मृत या रोगग्रस्त पत्ते को हटा दें.

आंतरिक स्थितियां गमले में लगे पौधों के लिए, अत्यधिक ठंड के दौरान उन्हें घर के अंदर लाने या किसी सुरक्षित स्थान पर रखने पर विचार करें. सुनिश्चित करें कि तापमान और आर्द्रता जैसी इनडोर स्थितियाँ विशिष्ट पौधों की प्रजातियों के लिए उपयुक्त हों.

काट-छांट सर्दियों के अंत या शुरुआती वसंत में मृत या क्षतिग्रस्त शाखाओं की छंटाई करें, जिससे स्वस्थ विकास को बढ़ावा मिलेगा. सर्दियों के महीनों के दौरान भारी छंटाई से बचें, क्योंकि इससे पौधे पर दबाव पड़ सकता है और ठंड की स्थिति का सामना करने की उसकी क्षमता में बाधा आ सकती है.

पर्याप्त वेंटिलेशन पौधों के चारों ओर उचित वायु संचार से फंगल रोगों का खतरा कम हो जाता है. पौधों की अधिक भीड़ लगाने से बचें और उचित दूरी सुनिश्चित करें. अतिरिक्त नमी के संचय को रोकने के लिए कवर या रैप्स के साथ सावधानी बरतें, जिससे फंगल समस्याएं हो सकती हैं.

Also Read: Gardening tips: ठंड में पौधों को शीतलहर से बचाव जरुरी, इन टिप्स से करें देखभाल
Also Read: Gardening Tips: ठंड में घर में उगाएं फ्रेश सब्जियां, जानें इस समय कौन सी सब्जी उगाना है बेस्ट

Exit mobile version