Restless Legs Syndrome: अगर आपको भी है बैठे बैठे पैर हिलाने की है आदत, तो आप हो सकते हैं कंगाल, जानें नुकसान
Restless Legs Syndrome, Shaking Legs While Sitting Personality Trait: कई लोग तो चेयर पर बैठते हैं तो लगातार पैरों को हिलाते रहते हैं. कई लोग इसे रेस्टलेस सिंड्रोम से जोड़ते हैं वैसे तो पैर हिलाने की आदत को अशुभ माना ही जाता है. आइए जानें बैठे बैठे पैर हिलाने आपके लिए किस तरह नुकसान देह है.
Restless Legs Syndrome: आप कुछ लोगों को बैठे बैठे पैर हिलाते दिखते होंगे. कई लोग तो चेयर पर बैठते हैं तो लगातार पैरों को हिलाते रहते हैं. कई लोग इसे रेस्टलेस सिंड्रोम से जोड़ते हैं वैसे तो पैर हिलाने की आदत को अशुभ माना ही जाता है, लेकिन इसका सेहत पर गलत असर भी पड़ता है जिसका वैज्ञानिक कारण मौजूद है. धर्म-शास्त्रों में माना गया है कि यह आदत मां लक्ष्मी को नाराज करती है और कंगाल बनाती है. आइए जानें बैठे बैठे पैर हिलाने आपके लिए किस तरह नुकसान देह है.
रेस्टलेस सिंड्रोम क्या है?
रेस्टलेस सिंड्रोम नर्वस सिस्टम से जुड़ी एक बीमारी है. पैर हिलाने पर इनसान के शरीर में डोपामाइन हॉर्मोन रिलीज होता है जिसके कारण उसे अच्छा लगता है. अच्छा लगने की वजह से इनसान इस आदत को बार-बार दोहराता है. इसे स्लीप डिसऑर्डर भी कहते हैं, क्योंकि नींद पूरी नहीं होने की वजह से व्यक्ति को थकाम महसूस होती है.
नींद पूरी न होना
पैर हिलाने से हमारे शरीर में डोपामाइन हॉर्मोन निकलता है, जिसकी वजह से व्यक्ति को बार-बार पैर हिलाने का मन करता है. इस समस्या को स्लीप डिसऑर्डर से भी जोड़कर देखा गया है. कई हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि नींद पूरी न होने की वजह से भी लोग पैर हिलाते हैं. इस स्थिति में आपको तुरंत ब्लड टेस्ट कराने की जरूरत होती है.
धर्म-शास्त्रों में कही गई है ये बात
सुख, धन-समृद्धि की होती है कमी
जो लोग बैठे-बैठे पैर हिलाते हैं उनकी ये आदत उन्हें समय के साथ गरीब बनाती है. इस तरह पैर हिलाना मां लक्ष्मी को नाराज करता है. इससे व्यक्ति के जीवन से सुख, धन-समृद्धि कम होती है.
संचित धन का होता है नाश
ज्योतिष के अनुसार पैर हिलाने से संचित धन का भी नाश होने लगता है. ऐसे लोगों पर मां लक्ष्मी कृपा नहीं करती हैं.
पूजा-प्रार्थना का नहीं मिलता है फल
जो लोग पूजा-पाठ, प्रार्थना करते समय या कोई भी धार्मिक अनुष्ठान करते समय पैर हिलाते हैं उन्हें पूजा का फल नहीं मिलता है. उनकी पूजा-प्रार्थना व्यर्थ चली जाती है.