Shaniwar Ke Upay:  शनिवार को शनि देव को प्रसन्न करने के लिए करें ये अचूक उपाय

Shaniwar Ke Upay, Shani Dev Remedies: जो व्यक्ति शनि की महादशा या शनि दोष से परेशान है तो उसे शनिवार के दिन कुछ विशेष उपाय अपनाने चाहिए. आइए जानते हैं शनिवार के दिन कौनसे उपाय अपनाने से आपको लाभ मिलेगा.

By Shaurya Punj | March 18, 2023 6:50 AM

Shaniwar Ke Upay, Shani Dev Remedies: ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को बहुत ही पूजनीय माना जाता है.ऐसी मान्यता है कि यदि शनि आपके ऊपर नाराज हो जाएं तो आपके रिश्तों में दरार तक पड़ सकती है और बनते काम भी बिगड़ जाते हैं.ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को कलयुग का न्यायाधीश कहा जाता है.वह लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं.इसलिए हर कोई शनिदेव को प्रसन्न करना चाहता है.जो व्यक्ति शनि की महादशा या शनि दोष से परेशान है तो उसे शनिवार के दिन कुछ विशेष उपाय अपनाने चाहिए. आइए जानते हैं शनिवार के दिन कौनसे उपाय अपनाने से आपको लाभ मिलेगा.

शनिवार के उपाय अचूक उपाय (Shaniwar Ke Upay)

पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं

ब्रह्म मुहूर्त में पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और ‘ऊं शं शनैश्चराय नम:’ मंत्र का जाप करें.फिर पीपल को छूकर प्रणाम करने के बाद सात परिक्रमा करें.

काले तिल लेकर पीपल के पेड़ के पास चढ़ा दें

सुखी वैवाहिक जीवन के लिए शनिवार के दिन कुछ काले तिल लेकर पीपल के पेड़ के पास चढ़ा दें.इसके बाद पीपल की जड़ में जल अर्पित कर दें.मान्यता है कि ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में आने वाली परेशानियां खत्म हो जाती हैं.

काले कुत्ते, काली गाय को रोटी खिलाएं

शनिवार को काले कुत्ते, काली गाय को रोटी और काली चिड़िया को दाने डालने से जीवन की रूकावटें दूर होती हैं.

उड़द, तिल, तेल, गुड़ का लड्डू बनाकर करें ये काम

शनिवार के दिन उड़द, तिल, तेल, गुड़ का लड्डू बना लें और जहां हल न चला हो वहां गाड़ दें.

लोबान का करें प्रयोग

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शनिदेव को लोबान अति प्रिय है और इसलिए शनिवार की रात को घर में लोबान जलाएं. कहते हैं कि इसे धुएं के साथ घर में मौजूद सारी नकारात्मकता बाहर चली जाती है और घर के लोगों की सेहत भी बेहतर होती है.

शनिदेव की आरती

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी।
सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी॥
जय जय श्री शनि देव….

श्याम अंग वक्र-दृ‍ष्टि चतुर्भुजा धारी।
नी लाम्बर धार नाथ गज की असवारी॥
जय जय श्री शनि देव….

क्रीट मुकुट शीश राजित दिपत है लिलारी।
मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी॥
जय जय श्री शनि देव….

मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी।
लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी॥
जय जय श्री शनि देव….

देव दनुज ऋषि मुनि सुमिरत नर नारी।
विश्वनाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी॥
जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी।।
शनि देव की जय…जय जय शनि देव महाराज…

शनि देव की जय!!!

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. prabhatkhabar.com इसकी पुष्टि नहीं करता है)

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