Shardiya Navratri 2023 : देश में अलग अलग नाम से मनाया जाता है दुर्गा पूजा
Navratri Celebration 2023 : नवरात्रि भारत देश में मनाया जाने वाला एक महत्वपर्ण त्योहार है. जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. लेकिन यह पर्व के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग नाम से मनाया जाता है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे की दक्षिण भारत में नवरात्रि का उत्सव कैसे मनाया जाता है?
नौ दिनों का नवरात्रि पूरे देश में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है. इस त्योहार को लोग बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं. यह नौ दिनों के त्योहार में देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. लेकिन मां पार्वती, देवी लक्ष्मी और देवी सरस्वती की पूजा खास रूप से की जाती है. हलांकि पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, झारखंड और असम राज्यों में नवरात्रि को दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है. हमारे देश के विभिन्न हिस्सों में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है. आइए यहां देखें कि पूरे भारत में कौन से अलग-अलग नाम से मनाए जाते हैं.
नवरात्रि : उत्तर भारत में नवरात्रि एक लोकप्रिय त्योहार है. यह पंजाब, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भी मनाया जाने लगा है. नवरात्रि का नाम इस विचार से लिया गया है कि इसे नौ दिनों तक मनाया जाता है.
दुर्गा पूजा : पश्चिम बंगाल में नवरात्रि को दुर्गा पूजा के रूप में जाना जाता है. दुर्गा पूजा इस क्षेत्र के सबसे मुख्य त्योहारों में से एक है. इसे बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे अन्य राज्यों में भी दुर्गा पूजा के नाम से ही मनाया जाता है.
मैसूर दशहरा : कर्नाटक में नवरात्रि को मैसूर दशहरा के नाम से मनाया जाता है. दसवें दिन, आभूषण पहने हाथियों का जुलूस निकाला जाता है जो देवी चामुंडी की मूर्ति ले जाते हैं.
कुल्लू दशहरा : कुल्लू दशहरा हिमाचल प्रदेश की कुल्लू घाटी के लिए विशिष्ट है. इस क्षेत्र में उत्सव के दसवें दिन भगवान राम और अन्य देवताओं के साथ ‘रथ यात्रा’ निकाली जाती है.
बोम्मई कोलू : तमिलनाडु में, नवरात्रि को बोम्मई कोलू के रूप में मनाया जाता है. यह केवल महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एकमात्र त्यौहार है. महिलाएं गुड़िया रखती हैं जो देवताओं, गांवों या शादी के परिदृश्यों को चित्रित करती हैं. गुड़ियों को कला और दिव्यता के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है.
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