भारत के सबसे बहादुर और सबसे प्रगतिशील शासकों में से एक नाम छत्रपति शिवाजी महाराज का है. हर साल 19 फरवरी को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के रुप में मनाया जाता है. मराठा साम्राज्य के संस्थापक, छत्रपति शिवाजी महाराज एक स्वाभाविक नेता और महान योद्धा थे. इस वर्ष मराठा राजा की 394वीं जयंती है. शिवाजी जयंती के रूप में जाZना जाने वाला यह दिन पूरे महाराष्ट्र और भारत के विभिन्न मराठा-भाषी समुदायों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. ऐसे में जानें उन वीर योद्धा के बारे में ये 8 अनसुनी बातें.
- शिवाजी महाराज अपनी मां जीजाबाई के प्रति समर्पित थे, जो एक अत्यंत धार्मिक और साहसी महिला थी.
- छत्रपति शिवाजी को ‘माउंटेन रैट’ कहा जाता था और वो अपनी गुरिल्ला युद्ध रणनीति के लिए व्यापक रूप से जाने जाते थे.
- शिवाजी महाराज मुगल शासकों के साथ गठबंधन और युद्ध दोनों में शामिल होने के लिए जाने जाते थे.
- शिवाजी महाराज की धार्मिक शिक्षाओं में रुचि थी और वे नियमित रूप से हिंदू संतों की संगति चाहते थे.
- आम धारणा के विपरीत, शिवाजी महाराज का नाम भगवान शिव के नाम पर नहीं रखा गया था – उनका नाम एक क्षेत्रीय देवी शिवई के नाम पर रखा गया था.
- शिवाजी महाराज की कोई औपचारिक स्कूली शिक्षा नहीं हुई थी, इसके बावजूद उन्हें रामायण और महाभारत का व्यापक ज्ञान था और वो नयी चीजें सीखने में भी हमेशा बहुत उत्सुक रहते थे.
- शिवाजी महाराज एक धर्मनिरपेक्ष शासक थे. वह धार्मिक भेदभाव के पक्ष में नहीं थे और उनकी नौसेना में इब्राहिम खान और दौलत खान जैसे कई मुस्लिम शामिल थे.
- छत्रपति शिवाजी महाराज महिलाओं के अधिकारों के महान समर्थक थे और उन्होंने महिलाओं का अपमान करने पर रोक लगाने के लिए कई कानून बनाए थे. उनके शासन के दौरान महिलाओं के विरुद्ध होने वाले किसी भी अपराध से कठोरता से निपटा जाता था.