Shocking News: महिला के गर्भ में बच्चा, बच्चे के पेट में बच्चा, जी हां ये कोई कहानी नहीं सत्य घटना है. भारत के मध्यप्रदेश का ये मामला पूरे देश में हड़कंप मचा दिया है. ये मामला सामने आते ही लोगों के मुहं से एक सवाल निकल रहा आखिर कैसे. तो आइए बारे में आपको पूरी जानकारी देते हैं. दरअसल, एक महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे के अंदर एक बच्चा भी पल रहा था. अल्ट्रासाउंड कराने पर डॉक्टरों को इस बात का पता चला. अब महिला ने बच्चे को जन्म दिया है. इस स्थिति को मेडिकल भाषा में फीटस इन फीटस कहा जाता है. डॉक्टरों के मुताबिक ऐसा लाखों महिलाओं में से एक के साथ होता है. जन्म के बाद से ही नवजात जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती है, डॉक्टर उसे बचाने के लिए सर्जरी करने की चर्चा कर रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सागर जिले की एक गर्भवती महिला में यह दुर्लभ मामला सामने आया है. बताया जा रहा कि केसली की एक गर्भवती महिला नौवें महीने में जांच के लिए प्राइवेट क्लीनिक आई थी. जांच में संदेह हुआ कि महिला के गर्भ में पल रहे नवजात के अंदर बच्चा है. इसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज बुलाया गया, जहां जांच के दौरान महिला के गर्भ में दूसरे बच्चे या टेराटोमा की मौजूदगी देखी गई. इसके बाद महिला को मेडिकल कॉलेज में ही बच्चे को जन्म देने की सलाह दी गई. लेकिन वह एक आशा कार्यकर्ता के साथ यहां आई थी. ऐसे में वह महिला को वापस केसली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई, जहां सामान्य प्रसव हुआ.
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बच्चे के पेट में दिखी गांठ
डॉक्टर ने बताया कि अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे के पेट में गांठ दिखी. हमने डॉपलर किया तो खून आने लगा. ऐसे में फीटस इन फीटस की संभावना जताई गई, जिसमें बच्चे के अंदर बच्चा पल रहा है.
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ऐसा मामला कभी नहीं देखा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मेडिकल इतिहास में ऐसे मामले बहुत कम होते हैं. ऐसा पांच लाख महिलाओं में से एक में होता है. दुनिया में अब तक ऐसे सिर्फ 200 मामले ही सामने आए हैं. गर्भवती महिला ने सामान्य प्रसव से बेटी को जन्म दिया है. नवजात बच्ची का सीटी स्कैन कराया गया है. जिसमें उसके गर्भ में बच्चा होने की संभावना अधिक नजर आ रही है. टेराटोमा की संभावना कम है.