Social Skill: समाज में मान-सम्मान और अपनी छवि को खास बनाना चाहते हैं, तो फॉलो करें ये सोशल रूल्स
हरेक इंसान की ख्वाहिश होती है कि समाज में उसे मान-सम्मान मिले. भले ही वह घर-परिवार में हो, दोस्तों के बीच हो या फिर दफ्तर में ही क्यों न हो. मगर मान-सम्मान पाने के लिए वैसा काम भी करना पड़ता है.
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Social Skill: “मान-सम्मान हासिल करने में लोगों को वर्षों लग जाते हैं, मगर इसे खोने में ज्यादा समय नहीं लगता है” ये बात काफी हद तक सही है. हरेक इंसान की दिली ख्वाहिश होती है कि समाज में उसे मान-सम्मान मिले. भले ही वह घर-परिवार में हो, दोस्तों के बीच हो या फिर दफ्तर में ही क्यों न हो. मगर मान-सम्मान पाने के लिए वैसा आचरण और काम भी करना पड़ता है. दरअसल, सभ्य समाज के कुछ नियम कायदे होते हैं. एक प्रतिष्ठित जीवन जीने के लिए इन्हें जानना हर किसी के लिए जरूरी है. इन आसान टिप्स को फॉलो करके भी आप भी समाज में मान-सम्मान पा सकते हैं. साथ ही आप अपनी छवि को खास बना सकते हैं.
किसी को लगातार दो बार से ज्यादा कॉल न करें
माना कि आपने किसी को जरूरी काम से ही कॉल किया है, लेकिन आपके लगातार दो बार कॉल करने पर भी सामने वाला व्यक्ति जवाब नहीं दे रहा है, तो समझ लें कि या तो वह असुविधाजनक स्थिति में है या फिर आपसे फिलहाल बात नहीं करना चाहता. इसलिए तुरंत तीसरी बार कॉल करने की गलती न करें.
उधार ली गयी रकम समय पर चुकाएं
वक्त बेवक्त आपात स्थिति में पैसा उधार लेना पड़ता है इसमें कोई बुराई भी नहीं, लेकिन सभ्य, शिष्ट और सामाजिक लोग किसी से पैसा उधार लेने पर उसे लौटाने के लिए तकादे की उम्मीद नहीं करते. समय पर बिना मांगे वापस चुका देते हैं. ऐसे लोगों को प्रतिकूल परिस्थितियों में आसानी से मदद भी मिल जाती है.
होटल की पार्टी में रहें संयमित
फर्ज करें कि किसी रिश्तेदार, मित्र या कुलीग ने खुशी के मौके पर आपको किसी रेस्त्रां या होटल में लंच या डिनर के लिए बुलाया है और मेनू कार्ड आपके हाथ में देकर खाना ऑर्डर करने का विकल्प दिया है. ऐसे में कभी वहां की सबसे महंगी चीजें न मंगाएं. ऐसा लालची लोग करते हैं. साथ ही वहां के वेटर व अन्य स्टाफ के साथ अच्छे से पेश आएं.
सबके विचारों का सम्मान करें
दुनिया बहुत बड़ी है. यहां हर मुद्दे पर हर किसी के अलग विचार हैं. अगर आपके किसी सहयोगी, परिजन या मित्र के राजनीतिक, धार्मिक या अन्य मुद्दों पर विचार अलग हैं, तो उनसे सहमत भले न हों, लेकिन उनका सम्मान अवश्य करें. विचारों की भिन्नता झगड़े या रिश्तो में खटास का कारण न बने, इसका ध्यान रखें.
बोलते वक्त दूसरों को न रोकें
जहां भी कहीं विचार-विमर्श चल रहा हो और चार लोग साथ बैठकर बातें कर रहे हों, तो हर किसी को अपनी बात बोलने का मौका दें. अपनी बारी आने पर अवश्य बोलें, लेकिन दूसरों को रोक कर या टोक कर बातें न करें.
आभार जताना सीखें
वैसे तो कृतज्ञता प्रकट करना मन को सुकून देने वाला होता है. यह कई वैज्ञानिक अनुसंधान में प्रमाणित हो चुका है, लेकिन इसके और भी कई फायदे हैं. आभार जताने वाले लोगों को दूसरे की तुलना में ज्यादा सफलता और समृद्धि मिलती है. क्योंकि, इन्हें लोगों से निरंतर और हर संभव सहयोग मिलता रहता है. साथ ही ऐसे लोगों की सामाजिक छवि भी काफी अच्छी रहती है.
दूसरों के राज खुद तक सीमित रखें
अपने मन को हल्का करने के लिए या आपसे सुझाव मांगने के लिए किसी रिश्तेदार दोस्त सहकर्मी ने आपको अपने पारिवारिक या व्यवसायिक जीवन की कोई गुप्त बात बतायी हो, तो उसे किसी भी कीमत पर दूसरों को न बताएं. अगर संबंधित व्यक्ति को इसका पता चल गया, तो आप की विश्वसनीयता खत्म हो जायेगी.
हमेशा समय के पाबंद रहें
कुछ लोग कहीं भी देर से पहुंचने में अपनी शान समझते हैं. उन्हें लगता है कि इससे उनका रुतबा बढ़ता है. वहीं, कई लोग गैर अनुशासित जीवनशैली और टाइम मैनेजमेंट का ज्ञान न होने के कारण हमेशा लेट हो जाते हैं. ऐसे लोग न सिर्फ सामाजिक रूप से, बल्कि व्यवसायिक रूप से भी पिछड़ जाते हैं.
अमीरी का बखान न करें
आपकी आर्थिक स्थिति कैसी है, यह आपको तब तक नहीं बताना चाहिए, जब तक किसी वित्तीय संस्था या व्यक्ति से लोन लेने या व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने के लिए न पूछा गया हो. बेवजह डींग हांकने या अपनी गाड़ी, मकान, कपड़ों, घड़ी, गहनों और गैजेट्स का प्रदर्शन करने वालों को लोग कभी पसंद नहीं करते हैं.
इनपुट : शिखर चंद जैन
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