Junk Food Addiction:आजकल बच्चों में फास्ट फूड या जंक फूड खाने की लत काफी बढ़ गयी है, लेकिन जंक फूड बच्चों की सेहत के लिए अच्छा नहीं है. इससे बच्चे के शरीर पर काफी बुरा असर पड़ता है. क्योंकि, फास्ट फूड या जंक फूड में बहुत अधिक फैट, शुगर और नमक होता है. जबकि, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और खनिज जैसे अन्य पोषक तत्व अपेक्षाकृत कम होते हैं. जंक फूड के सेवन से मोटापा, कब्ज, नींद में कमी और मधुमेह जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. आज बच्चों में जंक फूड की बढ़ती लत से माता-पिता काफी चिंतित है, जिससे उनके लिए यह सुनिश्चित करना चुनौतीपूर्ण हो गया है कि बच्चे संतुलित आहार कैसे लें. हालांकि, कुछ चुनिंदा तरीकों को अपना कर बच्चों को जंक फूड की लत छुड़ा सकते हैं.
बच्चे के लिए दैनिक लंच बॉक्स मेनू की योजना बनाएं
बच्चों को एक संतुलित आहार मिले, इसके लिए पहले से ही प्लानिंग कर लें. उदाहरण के लिए रविवार को बच्चे के लिए दैनिक लंच बॉक्स मेनू क्या देना है, इसकी सूची तैयार कर लें, जिससे पूरे सप्ताह के लिए आवश्यक सामग्री और किराने का सामान तैयार रहे. बिना किसी की तैयारी के अगर आप भोजन बनाने की सोच रही है, तो जल्दीबाजी में कभी स्वादिष्ट और स्वस्थ खाना नहीं बन पायेगा.यह बच्चों की सेहत के लिए भी अच्छा नहीं है.
बच्चों के लिए भोजन को आकर्षक बनायें
बच्चों के लिए भोजन को आकर्षक और स्वादिष्ट बनाने के लिए काफी प्रयास करना पड़ता है. इसके लिए आप आसान तरीका अपना सकते हैं. उदाहरण के लिए, सब्जियां खाने को प्रोत्साहित करने के लिए भरवां सब्जी परांठे दें. नाश्ते में प्रोटीन की जरूरतों को पूरा करने के लिए बेसन का चीला या दाल का डोसा जैसे हेल्दी फूड ट्राई करें. जो बच्चे चावल पसंद करते हैं, उन्हें नयी-नयी चीजों खाने के लिए प्रोत्साहित करें. साथ ही फैंसी आकार में रोटियां बनाने की कोशिश करें.
खाने में वैरायटी का ध्यान रखें
यदि रोजाना एक ही प्रकार का भोजन दिया जाये, तो वयस्कों की तरह बच्चों में भी अरुचि पैदा हो सकती है. उनके आहार में अलग-अलग फल, सब्जियां, फलियां और दालें शामिल करें. उदाहरण के लिए अगर नाश्ते में रोजाना इडली खाते हैं, तो रागी इडली बना सकते हैं. साथ ही बैटर का रंग बदलने के लिए उसमें सब्जी प्यूरी मिलाएं. कभी-कभी मिनी इडली खाने में दें या नाश्ते के अन्य विकल्पों को शामिल करने पर विचार करें.
Also Read : छात्राएं जंक फूड का सेवन कम करें, प्रचूर मात्रा में लें हरी सब्जियां
घर में बड़े भी स्वस्थ खान-पान की आदतें अपनाएं
अक्सर बच्चे अपने माता-पिता की आदतों को देखते हैं और उनकी नकल करते हैं. खासकर, अपनी शुरुआती उम्र में. माता-पिता के लिए यह जरूरी है कि वे स्वयं स्वस्थ खान-पान की आदतें अपनाकर सही उदाहरण स्थापित करें. यदि बच्चे माता-पिता को टीवी देखते और पॉपकॉर्न या चिप्स खाते हुए देखते हैं, तो बच्चे भी इन आदतों को अपनाते हैं.
बच्चों को जागरूक करें
बच्चों को संतुलित आहार के लाभों और अनहेल्दी स्नैक्स के हानिकारक प्रभावों के बारे में बताएं, ताकि वे समझ सकें कि उनके लिए क्या बेहतर है.
खाना बनाने की प्रक्रिया में बच्चों को शामिल करें
घर में खाना बनाते समय इस प्रक्रिया में बच्चों को भी शामिल करें. इससे न केवल उनमें जिम्मेवारी की भावना पैदा होती है, बल्कि वे स्वस्थ भोजन के प्रति उत्साहित भी होते हैं.
जंक फूड खाने की सीमाएं निर्धारित करें
जंक फूड पर सख्ती और पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की बजाय एक सीमाएं निर्धारित करें, जिनका बच्चे आसानी से पालन कर सकें. अगर आपका बच्चा स्कूल के किसी कार्यक्रम और प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करता है, तो उसे पुरस्कार के रूप में जंक फूड देने से बचें.
हेल्दी स्नैक्स के विकल्पों को बढ़ावा दें
बच्चों को जंक फूड के हेल्दी, लेकिन स्वादिष्ट विकल्पों से भी अवगत करायें. बच्चों के पसंदीदा स्नैक्स घर पर ही तैयार करें. आप चाहें, तो इसमें अतिरिक्त स्वाद के लिए मसालों और डिप्स का उपयोग कर सकते हैं.
घर में न रखें जंक फूड या स्नैक्स
अक्सर घर जब पर जंक फूड या स्नैक्स उपलब्ध रहता है, तो बच्चों बार-बार उसी चीज की तरफ आकर्षित होते हैं. ऐसे में अभिभावक जंक फूड और स्नैक्स को घर पर आसानी से उपलब्ध रखने से बचें. प्रलोभन को कम करने के लिए अपने घर में उसकी जगह हेल्दी स्नैक्स रखें.
हेल्दी स्नैक्स के लिए प्रोत्साहित करें
बच्चों को चिप्स, बिस्कुट और फ्रूट्स जूस की जगह पर फल, मुरमुरे और अंकुरित भेल खाने के लिए प्रोत्साहित करें. यह उनकी सेहत के लिए भी फायदेमंद है.