Miss Diva Universe 2022: हार न मानने की जिद ने बनाया ब्यूटी क्वीन

बचपन में ब्यूटी क्वीन बनने का सपना अब 18 साल बाद साकार हुआ है. हम बात कर रहे हैं पेशे से आर्किटेक्ट और सुपर मॉडल दिविता राय की, जिन्होंने हाल ही में मिस दीवा यूनिवर्स (Miss Diva Universe 2022) का खिताब अपने नाम किया.

By Prabhat Khabar News Desk | September 5, 2022 8:33 AM

Miss Diva Universe 2022: मुंबई की रहने वाली 23 वर्षीया दिविता राय ने बीते दिनों मिस दीवा यूनिवर्स 2022 (Miss Diva Universe 2022) का खिताब अपने नाम किया है, जबकि तेलंगाना की प्रज्ञन्या अय्यागरी लिवा मिस दीवा सुपरनेशनल 2022 और ओजस्वी शर्मा मिस पॉपुलर चॉइस 2022 चुनी गयी हैं. मिस यूनिवर्स 2021 हरनाज संधु ने अपनी उत्तराधिकारी दिविता को ताज पहनाया. दिविता आज जिस मुकाम पर पहुंची हैं, वहां तक पहुंचना इतना आसान नहीं है. यह उनकी कई सालों की मेहनत, लगन और अथक प्रयास का नतीजा है.

71वें मिस यूनिवर्स 2022 में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी

प्रतियोगिता में 19 प्रतिभागियों ने अंतिम राउंड में जगह बनायी थी, लेकिन अपनी सूझबूझ और प्रतिभा की बदौलत दिविता ने कड़ी टक्कर देते हुए इस साल मिस दीवा यूनिवर्स का खिताब हासिल करने में सफल रही हैं. अब वह 71वें मिस यूनिवर्स 2022 प्रतियोगिता में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी, जहां हरनाज संधु अगली मिस यूनिवर्स को ताज पहनायेंगी.

छोटी-सी उम्र में देखा था ख्वाब 18 साल बाद अब हुआ साकार

कर्नाटक के मंगलुरु में 11 मई, 1999 को जन्मीं पेशे से आर्किटेक्चर, सुपर मॉडल और अब मिस दीवा यूनिवर्स दिविता राय ने अपनी शुरुआती पढ़ाई बेंगलुरु के नेशनल पब्लिक स्कूल से की हैं. उनके पिता दिलीप राय इंडियन ऑयल में काम करते थे. लिहाजा, बार-बार ट्रांसफर होने की वजह से देश के अलग-अलग शहरों में उनका बचपन समय बीता. उन्हें बेंगलुरु, कोलकाता, भोपाल, मुंबई समेत देश के कई शहरों को करीब से देखने का मौका मिला. आर्किटेक्चर से मिस दीवा यूनिवर्स तक का सफर तय करने वाली दिविता कहती हैं- ‘जब मैं तीन साल की थी, तब मेरी मां और नानी स्कूल में होने वाले फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता और ‘लिटिल मिस इंडिया’ के लिए मुझे तैयार करती थीं. उसी समय से मैं मिस इंडिया या मिस यूनिवर्स बनने का सपना देखने लगीं. उस वक्त मैं अक्सर गोल्डन कलर के पेपर और सैश से क्राउन बनाती और उसे पहनकर खुद को मिस इंडिया के रूप में देखती. इस तरह मैंने बचपन में ही ठान लिया था कि एक-न-एक दिन मैं मिस इंडिया या मिस यूनिवर्स जरूर बनूंगी’.

तमाम रिजेक्शन व असफलताओं के बावजूद बरकार रखा जुनून

हर माता-पिता की तरह दिविता के परिजन भी चाहते थे कि उनकी बेटी भी पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी करे. अपनी मम्मी-पापा के सपनों को पूरा करने के लिए उन्होंने सर जेजे कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर, मुंबई से बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद कुछ समय तक के लिए नौकरी की. बावजूद इसके उन्होंने सपना देखना कभी नहीं छोड़ा और ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लेने के लिए अपनी ओर से तैयारी शुरू कर दी. पहली बार उन्होंने वर्ष 2018 में आयोजित फेमिना मिस इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, लेकिन वह सेकेंड रनरअप रहीं. अगले साल 2019 में बेंगलुरु में आयोजित फेमिना मिस इंडिया प्रतियोगिता में भी लिया हिस्सा, पर कामयाबी नहीं मिली. तमाम रिजेक्शन और असफलताओं के बावजूद दिविता ने अपना प्रयास जारी रखा. फिर उन्होंने वर्ष 2021 में आयोजित मिस दीवा यूनिवर्स में भी हिस्सा लिया, मगर भाग्य ने इस बार भी उनका साथ नहीं दिया. इस प्रतियोगिता में हरनाज संधू विजेता बनीं थीं, जबकि वह मिस दीवा सेकेंड रनर अप रहीं. इस मुकाम तक पहुंचने के बाद भी बार-बार की रिजेक्शन की वजह से वह एक पल के लिए निराश और हताश हो गयीं. फिर उन्होंने खुद को मोटिवेट किया. आखिरकार, 18 साल के अथक प्रयास के बाद इस बार मिस दीवा यूनिवर्स 2022 का खिताब जीतने में सफल हुई हैं.

अब मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने की है ख्वाहिश

‘मिस दीवा यूनिवर्स’ फेमिना मिस इंडिया प्रतियोगिता का ही एक हिस्सा है. जो भी इस प्रतियोगिता को जीतता है, वह मिस यूनिवर्स के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करता है. मिस यूनिवर्स दुनिया के चार बड़े सौंदर्य प्रतियोगिता मिस वर्ल्ड, मिस इंटरनेशनल और मिस अर्थ में से एक है. ‘बदलाव से मत डरना, जिंदगी को गले लगाना और हर एक लम्हे को खुलकर जीना’- जैसे आदर्श वाक्य में विश्वास रखने वाली दिविता मिस यूनिवर्स 1994 सुष्मिता सेन को अपनी रोल मॉडल मानती हैं. वे कहती हैं- ‘अगर किसी की मानसिक स्थिति को समझने का मौका मिले, तो मैं मैक्सिकन पेंटर फ्रीडा काहलो के रूप में जन्म लेना चाहती हूं’

बैडमिंटन व बास्केटबॉल खेलना और किताबें पढ़ना है पसंद

पेशे से आर्किटेक्ट और मिस दीवा यूनिवर्स दिविता को मॉडलिंग के साथ स्पोर्ट्स में काफी दिलचस्पी है. उन्हें बैडमिंटन व बास्केटबॉल खेलना काफी पसंद है. साथ ही उन्हें पेंटिंग, संगीत सुनने और किताबें पढ़ने का भी शौक है.

शिक्षा को हर किसी के लिए सुलभ बनाना चाहती हैं दिविता

मिस दीवा का खिताब जीतने के बाद दिविता शिक्षा को हर एक वर्ग के लिए सुलभ बनाना चाहती हैं और उन्हें अपने पिता से यह प्रेरणा मिली है. वे कहती हैं, ‘मेरे पिता ने आर्थिक संकट से बाहर आने के लिए शिक्षा की ताकत का इस्तेमाल किया. उन्होंने पैसे कमाने के लिए खुद को सशक्त बनाया और अपने परिवार की मदद की.’

उपलब्धियां

  • वर्ष 2018 में आयोजित फेमिना मिस इंडिया प्रतियोगिता में सेकेंड रनरअप रहीं

  • वर्ष 2019 में बेंगलुरु में आयोजित फेमिना मिस इंडिया प्रतियोगिता में लिया हिस्सा

  • वर्ष 2021 में आयोजित मिस दीवा यूनिवर्स प्रतियोगिता में सेकेंड रनरअप रहीं

  • इंस्टाग्राम प्लेटफॉर्म पर अब तक उनके 24.4K फॉलोअर है.

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