Health Tips : पीरियड्स के दौरान होने वाली पीड़ा और ऐंठन से राहत दिलायेंगे ये पांच सुपरफूड

पीरियड्स के दौरान सुपरफूड अपने पोषक तत्वों के कारण काफी मदद कर सकते हैं. सुपरफूड दर्द और सूजन को कम करने, हार्मोन को नियमित करने संपूर्ण सेहत को ठीक रखन में मदद करते हैं.

By Devendra Kumar | April 15, 2024 6:06 PM

Health Tips : हर महीने महिलाओं को मासिक धर्म यानी पीरियड्स के चक्र से गुजरना पड़ता है. इस दौरान ज्यादातर महिलाओं को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है. साथ ही इस दरम्यान महिलाओं को काफी मात्रा में रक्तस्राव होता, जिससे शरीर में खून की कमी हो सकती है. हालांकि, अच्छे मासिक धर्म स्वास्थ्य के लिए कोई जादुई उपाय नहीं है, लेकिन अपनी डायट में पोषण से युक्त चीजों को शामिल कर मासिक धर्म से जुड़ी कुछ परेशानियों से राहत पा सकती हैं. चिकित्सकों की मानें, तो सुपरफूड में मौजूद पोषक तत्वों की वजह से इनका नियमित सेवन करने से पीरियड्स के दौरान काफी मदद मिल सकती है. सुपरफूड दर्द और सूजन को कम करने, हार्मोन को नियमित करने में मदद करते हैं. जानिए कुछ ऐसे ही पांच सुपरफूड के बारे में, जो पीरियड्स के दौरान उसे जुड़ी समस्याओं से राहत दिला सकते हैं.

हरी एवं पत्तेदार सब्जियां

हरी एवं पत्तेदार सब्जियां (जैसे, पालक, केल) पोषण और खनिज से भरपूर होती हैं. इसे न्यूट्रिशनल पावरहाउस के नाम से भी जाना जाता है. पीरियड्स के दौरान पत्तेदार सब्जियां खाने से शरीर को सभी पोषक तत्व मिलते हैं. पत्तेदार सब्जियां में आयरन प्रचुर मात्रा में होता है, जो शरीर में स्वस्थ रक्त स्तर को बनाये रखने के लिए आवश्यक खनिज है. मासिक धर्म के दौरान खून की कमी के कारण आयरन का स्तर गिर सकता है, जिससे थकान और कमजोरी हो सकती है. पत्तेदार सब्जियों का सेवन इन लक्षणों से निपटने, आयरन भंडार को फिर से भरने में मदद करता है. साथ ही पत्तेदार सब्जियां में फोलेट और कैल्शियम के साथ-साथ विटामिन ए, सी और के भी होते हैं, जो पीरियड्स के दौरान सेहत को ठीक रखते हैं.

सैल्मन फिश

सैल्मन जैसी वसायुक्त मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड, खासकर ईपीए और डीएचए भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इन आवश्यक फैटी एसिड में इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो ऐंठन और सूजन सहित मासिक धर्म की परेशानी को कम करने में मदद कर सकते हैं. ओमेगा-3 हार्मोन को नियमित करने में भी मदद करता है. साथ ही यह मूड स्विंग और प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) से जुड़ी चिड़चिड़ापन को कम करता है. इसके अलावा सैल्मन प्रोटीन और विटामिन डी का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो मासिक धर्म के दौरान मांसपेशियों के स्वास्थ्य और मूड को ठीक करने में मदद कर सकता है.

बेरीज ( ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी)

बेरीज ऐसे फल हैं, जिसमें पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होता है. खासकर, इसमें विटामिन सी और फ्लेवोनोइड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से निपटने में मदद करते हैं. पीरियड्स के दौरान सूजन, ऐंठन जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. बेरीज खाने से शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट्स मिलता है, जो सूजन को कम करते हैं और मासिक धर्म की परेशानी से राहत दिलाते हैं.

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दही

दही एक प्रोबायोटिक युक्त भोजन है, जिसमें लाभकारी बैक्टीरिया होते हैं जो हमारी आंत को ठीक रखने में मदद करते हैं. मासिक धर्म सहित समग्र स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम को बनाये रखना जरूरी है. प्रोबायोटिक्स पाचन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और सूजन और कब्ज जैसी छोटी-छोटी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधी समस्याओं को कम करते हैं, जो पीरियड्स के दौरान काफी सामान्य हैं. इसके अलावा, दही कैल्शियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है. कैल्शियम मांसपेशियों को आराम देने और पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन को कम करने में मदद करता है. पीरियड के दौरान दही का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत करने और मासिक धर्म की परेशानी को कम करने में मदद कर सकता है.

हल्दी

हल्दी हमारी रसोईघर का एक प्रमुख मसाला है, जिसका इस्तेमाल ज्यादातर व्यंजनों में खूब किया जाता है. हल्दी में करक्यूमिन नामक एक सक्रिय यौगिक मौजूद होता है, जो अपने शक्तिशाली सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है. आमतौर पर मासिक धर्म के दौरान सूजन, दर्द, ऐंठन और अन्य परेशानियां बढ़ जाती हैं. पीरियड के दौरान होने वाले असहनीय दर्द और सूजन से छुटकारा पाने के लिए आप अपनी डायट में हल्दी को शामिल कर सकती हैं. इसके अलावा करक्यूमिन हार्मोन को नियमित करने में भी मदद सकता है. खासकर, पीएमएस से जुड़े मूड स्विंग और भावनात्मक उतार-चढ़ाव को कम कर सकता है.

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