लाइव अपडेट
जानिए कहां खत्म हो चुका है सूर्य ग्रहण
दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बंगलौर, चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद, पुणे, सिरसा, टिहरी में सूर्य ग्रहण की समाप्ति हो चुकी है.
सदी का दुर्लभ और साल का पहला सूर्य ग्रहण अब हो रहा समाप्त
सदी का दुर्लभ और साल का पहला सूर्य ग्रहण समाप्त होने जा रहा है. दोपहर 03 बजकर 15 मिनट पर खत्म हो जाएगा. इस ग्रहण का अद्भुत और अभूतपूर्व नजरा राजधानी दिल्ली समेत सभी महानगरों में देखने को मिला. ग्रहण का समय शुरू होते ही धीरे-धीरे आसमान का नजारा बदलने लगा.
Weekly Rashifal: मिथुन, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशियों पर पड़ेगा सूर्य ग्रहण का बुरा प्रभाव , जानिए आप इस हफ्ते किन परेशानियों का करेंगे सामना
जानें- किस शहर में कितने बजे से सू्र्य ग्रहण
दिल्ली में सूर्यग्रहण की समाप्ति 01 बजकर 49 मिनट पर
मुंबई में सूर्यग्रहण की समाप्ति 01 बजकर 28 मिनट पर
चेन्नई में सूर्यग्रहण की समाप्ति 01 बजकर 42 मिनट पर
लखनऊ में सूर्यग्रहण की समाप्ति 01 बजकर 59 मिनट पर
पटना में सूर्यग्रहण की समाप्ति 02 बजकर 10 मिनट पर
अहमदाबाद में सूर्यग्रहण की समाप्ति 01 बजकर 31 मिनट पर
देहरादून में सूर्यग्रहण की समाप्ति 01 बजकर 51 मिनट पर
आगरा में सूर्यग्रहण की समाप्ति 01 बजकर 51 मिनट पर
शिमला में सूर्यग्रहण की समाप्ति 01 बजकर 48 मिनट पर
चेन्नई में सूर्यग्रहण की समाप्ति 01 बजकर 42 मिनट पर
कोलकाता में सूर्यग्रहण की समाप्ति 02 बजकर 17 मिनट पर
विशाखापट्टनम में सूर्यग्रहण समय सुबह 02 बजकर 00 मिनट पर
बिहार में बादलों के बीच लुका-छिपी कर रहा सूर्य
बिहार में मानसून के बादलों के बीच सूर्य लुकाछिपी कर रहा है. पटना में यह बदलों के बाइच से दिख रहा है, फिर बादल इसे ढक जा रहे हैं
पंजाब के आसमान में दिखा ऐसा नजारा
Uttarakhand: #SolarEclipse2020 as seen in the skies of Dehradun. pic.twitter.com/Zg0zOpwIou
— ANI (@ANI) June 21, 2020
पंजाब के आसमान में दिखा ऐसा नजारापंजाब के आसमान में दिखा ऐसा नजारा
Punjab: #SolarEclipse2020 as seen in the skies of Amritsar today. pic.twitter.com/usRHFtjlgP
— ANI (@ANI) June 21, 2020
एथोपिया में दिखा सूर्य ग्रहण का अलग नजारा...
Happening now over the sky of Alamata, Ethiopia#SolarEclipse2020 pic.twitter.com/jOknIzLgTe
— Land of Origins (@Landoforigins) June 21, 2020
देखिए अमृतसर में कैसा दिखा नजारा
सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए. कहा जाता है कि इससे हमारी आंखो को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए इसे देखने के लिए टेलीस्कोप या सोलर फिल्टर चश्में का उपयोग किया जाता है.
Uttarakhand: #SolarEclipse2020 as seen in the skies of Dehradun. pic.twitter.com/Zg0zOpwIou
— ANI (@ANI) June 21, 2020
देश की राजधानी दिल्ली के आसमान में इस तरह दिखा सूर्य ग्रहण
Uttarakhand: #SolarEclipse2020 as seen in the skies of Dehradun. pic.twitter.com/Zg0zOpwIou
— ANI (@ANI) June 21, 2020
जानें पटना में कब दिखेगा रिंग ऑफ फायर
पटना में सूर्यग्रहण सुबह 10.37 बजे से शुरू हो चुका है. पटना में सूर्यग्रहण 12.25 बजे अपने चरम स्थिति में रहेगा. पटना में 12 बजकर 25 मिनट पर रिंग ऑफ फायर दिखेगा. वहीं, दोपहर 2.09 बजे (2.09 PM) में खत्म होगा. इस तरह, राजधानी पटना में सूर्यग्रहण तीन घंटा 33 मिनट तक दिखेगा. इस दौरान लोगों को नंगी आंखों से देखने की मनाही की गई है.
पंजाब: अमृतसर के आसमान में देखा गया इस तरह का सूर्य ग्रहण
Punjab: #SolarEclipse2020 as seen in the skies of Amritsar today. pic.twitter.com/usRHFtjlgP
— ANI (@ANI) June 21, 2020
सूर्यग्रहण पाकिस्तान के कराची में देखा गया. पाकिस्तान के मौसम विभाग के अनुसार, सूर्य ग्रहण, जो स्थानीय समयानुसार सुबह 8:46 बजे शुरू हुआ, 2:34 बजे सबसे बड़े ग्रहण के साथ 11:40 बजे समाप्त होगा.
#SolarEclipse2020 as seen in Karachi of Pakistan.
— ANI (@ANI) June 21, 2020
As per Pakistan Meteorological Department, the solar eclipse, which began at 8:46 am local time, will end at 2:34 pm with the greatest eclipse occurring at 11:40 am. pic.twitter.com/ZW2SRDESSe
लग चुका है इस साल का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण
इस समय साल का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण लग चुका है. इस सूर्य ग्रहण को लेकर सरकार ने भी लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. बता दें कि यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण है, जिसमें सूर्य किसी चमकीले छल्ले की तरह नजर आता है. इस दौरान सूर्य का करीब 99 प्रतिशत हिस्सा चंद्रमा की छाया में छिप जाता है.
अब कुछ ही देर में देखने को मिलेगा ग्रहण का अनोखा नजारा
मुंबई, दिल्ली और नोएडा जैसे महानगरों में इस समय सूर्य ग्रहण लग चुका है. जैसे-जैसे समय आगे बढ़ रहा है वैसे ही देश के अन्य हिस्सों में भी ग्रहण का अनोखा नजारा देखने को मिल रहा है. यह ग्रहण दोपह के 3 बजे तक रहेगा. अब बस कुछ ही देर में रिंग ऑफ फायर का नजारा देखने को मिलेगा.
रिंग ऑफ फायर के लिए करना होगा थोड़ा और इंतजार
सूर्य ग्रहण कई जगहों पर देखा जा रहा है. अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलक प्रकार के देखने को मिल रहा है. सूर्य ग्रहण होने में कम से कम 1 घंटा बीत चुका है. अब से थोड़ी देर बाद आप रिंग ऑफ फायर का अनोखा नजारा देख सकेंगे. रिंग ऑफ फायर में चांद करीब 99 प्रतिशत सूर्य का भाग ढक जाता है. जिस कारण सूर्य के किनारे रिंग के आकार की आकृति दिखाई देने लगती है.
महाराष्ट्र: मुंबई के आसमान में देखा गया इस तरह का सूर्य ग्रहण
Maharashtra: #SolarEclipse2020 seen in the skies of Mumbai.
— ANI (@ANI) June 21, 2020
The solar eclipse will be visible until 3:04 PM. The maximum eclipse will take place at 12:10 IST. It will be visible from Asia, Africa, the Pacific, the Indian Ocean, parts of Europe and Australia. pic.twitter.com/n32nzIXYDR
महाराष्ट्र: मुंबई के आसमान में देखा गया इस तरह का सूर्य ग्रहणलग चुका है सदी का सबसे बड़ा ग्रहण, भूलकर भी न करें ये गलती
पूरे देश में सूर्य ग्रहण लग चुका है. देश के अलग-अलग हिस्सों में सूर्य ग्रहण आप टीवी चैनलों पर देख सकते है. यूं तो चांद का ज्यादातर हिस्सा छिप जाएगा लेकिन फिर भी इसे नंगी आंखों से नहीं देखा जाना चाहिए. एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोलर व्यूइंग ग्लासेज (Solar viewing glasses) या टेलिस्कोप-दूरबीन जैसे स्पेशल फिल्टर्स का इस्तेमाल करना चाहिए. सूरज को सीधे देखने से आंखों का पर्दा खराब हो सकता है और हमेशा के लिए आंखों की रोशनी जा सकती है.
जानें- किस शहर में कितने बजे से सू्र्य ग्रहण
दिल्ली सूर्यग्रहण समय सुबह 10 बजकर 20 मिनट से
मुंबई सूर्यग्रहण समय सुबह 10 बजकर 43 सेकंड से
चेन्नई सूर्यग्रहण समय सुबह 10 बजकर 22 मिनट से
लखनऊ सूर्यग्रहण समय सुबह 10 बजकर 26 मिनट से
कानपुर सूर्यग्रहण समय सुबह 10 बजकर 24 मिनट से
कुरुक्षेत्र सूर्यग्रहण समय सुबह 10 बजकर 21 मिनट से
पटना सूर्यग्रहण समय सुबह 10 बजकर 37 मिनट से
आगरा सूर्यग्रहण समय सुबह 10 बजकर 20 मिनट से
देहरादून सूर्यग्रहण समय सुबह 10 बजकर 24 मिनट से
शिमला सूर्यग्रहण समय सुबह 10 बजकर 23 मिनट से
कोलकाता सूर्यग्रहण समय सुबह 10 बजकर 46 मिनट से
विशाखापट्टनम सूर्यग्रहण समय सुबह 10 बजकर 30 मिनट से
यह ग्रहण शुभ नहीं है
कई ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यह सूर्य ग्रहण अशुभ योग में घटित हो रहा है, जिस कारण से दुनिया में महामाही और तनाव के बढ़ने का अंदेशा है. ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव लोगों के जीवन में पड़ेगा.
कुछ ही देर में ग्रहण होगा शुरू
सूर्य ग्रहण अब कुछ ही देर में दिखेगा, अब कुछ ही मिनट बाकी है. ग्रहण धीरे-धीरे आंशिक सूर्य ग्रहण के तौर लगना शुरू होगा. फिर जैसे जैसे समय बीतेगा तब ग्रहण अपने चरम की तरफ बढ़ना शुरू हो जाएगा. दोपहर के समय पर सूर्य अंगूठी की भांति चमकता हुआ दिखाई देगा.
आंख के रोगी ग्रहण ना देखें
सूर्य ग्रहण की शुरुआत हो गई है. सूर्य ग्रहण को ना देखे तो ही अच्छा रहेगा. आंख क रोगी इस ग्रहण का बिलकुल ही ना देखें, नहीं तो आंख को नुकसान पहुंच सकती है.
नग्न आंखों से ना देखें सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए. विज्ञान के अनुसार नग्न आंखों से सूर्य ग्रहण देखना आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है. सोलर फिल्टर चश्मे या फिर टेलीस्कोप की मदद से सूर्य ग्रहण देख सकते हैं. इसके अलावा सूर्य ग्रहण देखने के लिए बाजार में कई सर्टिफाइड चश्में उपलब्ध हैं.
बस आप हो जाइए तैयार, अब शुरू होगा ग्रहण
अब चंद मिनटों में ग्रहण शुरू हो जाएगा. ग्रहण 09 बजकर 15 मिनट पर लगेगा.
विशेष टेलीस्कोप से सूर्यग्रहण को रिकॉर्ड किया जाएगा
लद्दाख में तनाव के बीच एलएसी से सटा हनले गांव में सूर्यग्रहण की खगोलीय घटना को अन्य क्षेत्रों की तुलना में ज्यादा साफ और करीब से दिखेगा. एलएसी से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित इंडियन एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेटरी हनले में विशेष टेलीस्कोप से सूर्यग्रहण को रिकॉर्ड किया जाएगा.
बस कुछ ही देर में शुरू होगा ग्रहण
इस साल का पहला सूर्यग्रहण बस कुछ ही देर में लगने जा रहा है. ऐसा नजारा धरती पर कम ही देखने को मिलता है. आज सूर्य एक चमकती अंगूठी की तरह दिखेंगे. ये न तो आंशिक ग्रहण होगा और न ही पूर्ण. यह ग्रहण उत्तर भारत में दिखाई देगा. राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड, कुरूक्षेत्र, चमौली, सिरसा, सूरतगढ़ में भी इसे देखा जा सकेगा.
यहां देखें पूर्ण सूर्य ग्रहण का लाइव अपडेट
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दुर्लभ खगोलीय घटना
आज सूर्य ग्रहण लग रहा है. बस अब कुछ ही देर में शुरू हो जाएगा. इसे लेकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय का कहना है कि यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना है. यह साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा. इसे रिंग्स ऑफ फायर ग्रहण के नाम से भी जाना जाता है. साल का पहला सूर्य ग्रहण ग्रीष्म संक्रांति में लग रहा है.
सूर्यग्रहण का केन्द्र होगा कुरुक्षेत्र
इस साल का पहला सूर्यग्रहण भारत के साथ दक्षिण पूर्व यूरोप और पूरे एशिया में दिखाई देगा. सूर्यग्रहण का केन्द्र हरियाणा राज्य के कुरुक्षेत्र में होगा. यह सूर्यग्रहण मिथुन राशि मंगल के मृगशिरा नक्षत्र में लगने जा रहा है जो कि 03 घंटे 25 मिनट और 17 सेकण्ड तक चलेगा.
जानें भारत में सबसे पहले कहा दिखेगा सूर्य ग्रहण
अब थोड़ी ही देर में सूर्य ग्रहण शुरू हो जाएगा. भारत में सबसे पहले मुंबई और पुणे में दिखेगा. मुंबई और पुणे में सुबह 10.01 बजे दिखेगा.
भारत के अलावा यहां देखने को मिलेगा ग्रहण का नजारा
भारत के अलावा यह ग्रहण एशिया के कई हिस्सों,अफ्रीका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में भी देखा जा सकेगा. सूर्य ग्रहण आज कुछ ही देर में 10 बजकर 15 मिनट से शुरू हो जाएगा और दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर प्रभाव अधिक रहेगा और दोपहर 3 बजकर 4 मिनट पर सूर्य ग्रहण खत्म हो जाएगा.
कुछ ही देर में शुरू होगा ग्रहण, घरों से न निकले बाहर
कुछ ही देर में सूर्य ग्रहण शुरू होगा. आप अपने घरों से बाहर न निकले. इस दौरान अपना ध्यान भगवान की भक्ति में लगाएं. सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य से निकलने वाली किरणे नुकसानदेह होती है.
कुछ ही देर में शुरू होगा ग्रहण
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण के सूतक काल इस समय लगा हुआ है. कुछ ही देर में सूर्य ग्रहण लगेगा. इस दौरान आप भगवान की मूर्तियों को स्पर्श नहीं करें. 09 बजकर 15 मिनट पर ग्रहण प्रारंभ हो जाएगा.
ग्रहण काल में निषेध कार्य करने से घर में होता है क्लेश
अशांति और अवनति का वातावरण बनता है, ग्रहण काल में निषेध कार्यों को करने से शारीरिक और मानसिक समस्याएं आती हैं. साथ ही घर में क्लेश, अशांति और अवनति का वातावरण बनता है. इससे बचने के लिए शास्त्रों में बताए गए नियमों का पालन करना चाहिए.
इन राशि वालों को मिलेगा लाभ
आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या आज लगने वाला सूर्य ग्रहण मृगशिरा नक्षत्र में पड़ेगा. कन्या, मिथुन व मीन राशि के लिए यह लाभप्रद होगा.
ग्रहण को देखने के लिए सोलर फिल्टर ग्लास वाले चश्में का करें इस्तेमाल
आज 09 बजकर 15 मिनट पर सूर्य ग्रहण लगेगा. इस समय अपको खास ध्यान देने की जरूरत होगी. बच्चों से लेकर बड़ों तक कोई भी इस ग्रहण को नंगी आंख से न देखें. नासा के अनुसार, सूर्य ग्रहण को देखने के लिए सोलर फिल्टर ग्लास वाले चश्में का इस्तेमाल करें.
भूलकर भी न करें ये गलती
नग्न आंखों से ग्रहण देखने पर आंखों को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए दूरबीन, टेलीस्कोप, ऑप्टिकल कैमरा व्यूफाइंडर से सूर्य ग्रहण को देखना सुरक्षित है.
21 जून को सूर्य ग्रहण का समय
9:15 पूर्वाह्न आंशिक ग्रहण शुरू
10:17 पूर्वाह्न पूर्ण ग्रहण शुरू
12:10 अपराह्न अधिकतम ग्रहण
2:02 बजे पूर्ण ग्रहण समाप्त
3:04 बजे आंशिक ग्रहण समाप्त
आज रात में लगेगा ग्रहण सूतक काल
कल लगने वाले ग्रहण का सूतक काल आज रात 09:15 बजे लगेगा. सूतक काल सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले ही लग जाएगा. प्रमुख मंदिर और धार्मिक स्थल सूतक काल के दौरान बंद रहेंगे. सूतक लगने से पहले खाने-पीने के समानों में तुलसी पत्ती डाल देनी चाहिए.
विज्ञान के अनुसार कैसे लगता है सूर्य और चंद्र ग्रहण
विज्ञान के अनुसार पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है, जबकि चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर घूमता है. पृथ्वी और चंद्रमा घूमते-घूमते एक समय पर ऐसे स्थान पर आ जाते हैं जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा तीनों एक सीध में हो जाते हैं, जब पृथ्वी घूमते-घूमते सूर्य व चंद्रमा के बीच में आ जाती है. चंद्रमा की इस स्थिति में पृथ्वी की ओट में पूरी तरह छिप जाता है और उस पर सूर्य की रोशनी नहीं पड़ पाती है इसे चंद्र ग्रहण कहते है. वहीं, जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाती है और वह सूर्य को ढक लेता है तो इसे सूर्य ग्रहण कहते है.
एक के बाद एक लग रहे हैं तीन ग्रहण
05 जून 2020, चंद्र ग्रहण : 05 जून की रात्रि को 11 बजकर 16 मिनट से 6 जून को 2 बजकर 34 मिनट तक रहा, ये उपच्छाया ग्रहण था. ये ग्रहण भारत, यूरोप, अफ्रीक, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई दिया, उपच्छाया चंद्र ग्रहण होने के कारण सूतक काल का प्रभाव कम रहा.
21 जून 2020, सूर्य ग्रहण : 21 जून की सुबह 9 बजकर 15 मिनट से दोपहर 15 बजकर 04 मिनट तक रहेगा, यह वलयाकार सूर्य ग्रहण रहेगा. दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर इस ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव रहेगा. इसे भारत समेतदक्षिण पूर्व यूरोप, हिंद महासागर, प्रशांत महासागर, अफ्रीका और उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के प्रमुख हिस्सों में देखा जा सकेगा.
05 जुलाई 2020, चंद्र ग्रहण : सुबह 08 बजकर 38 मिनट से 11 बजकर 21 मिनट तक रहेगा, ये उपच्छाया ग्रहण होगा. जिसके कारण इसका प्रभाव भारत में बहुत कम रहेगा. इस दिन लगने वाला ग्रहण अमेरिका, दक्षिण-पश्चिम यूरोप और अफ्रीका के कुछ हिस्से में दिखाई देगा.
30 दिन के अंदर ही लगे रहे हैं 3 ग्रहण
30 दिनों के अंतराल में तीन ग्रहण देखने को मिलेंगे. 5 जून की चंद्रग्रहण लगा, फिर 21 जून को सूर्य ग्रहण और 5 जुलाई को चंद्रग्रहण लगेगा.
ग्रहण के दौरान अनजानी शक्तियां होती है प्रभावी
ग्रहण के दौरान अनजानी शक्तियां प्रभावी हो जाती हैं. बेहतर होगा कि ग्रहण के दौरान किसी भी सुनसान या श्मशान जैसी जगहों से जाने से बचें. यह शक्तियां किसी को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं. ग्रहण के दौरान घर पर ही पूजा करें. वहीं, इस दौरान अपने घरों में ही रहना चाहिए.
ग्रहण का क्या है वैज्ञानिक पहलू
ग्रहण का वैज्ञानिक पहलू भी है. माना जाता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इस दौरान अल्ट्रावॉयलेट किरणें निकलती हैं जो एंजाइम सिस्टम को प्रभावित करती हैं, इसलिए ग्रहण के दौरान सावधानी बरतने की जरूरत होती है.
इस मंत्र के जाप से होगी पुण्य की प्राप्ति
"गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती नर्मदा सिंधु कावेरी जलेस्मिन सन्निधिम कुरु...।"
हाथ में जल लेकर मंत्रोच्चार करें और जल को संपूर्ण जल पात्र में मिला दें. इससे समस्त नदियों में स्नान का पुण्य प्राप्त होगा.
योगा दिवस मनाने के दौरान नजर आएगा सूर्य ग्रहण
जब भारत में 21 जून को छठा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा उसी दौरान सूर्य ग्रहण नजर आएगा.
अमेरिकी संस्था ने कहा है ग्रहण के दौराम कार या वाहन न चलाएं
एक अमेरिकी संस्था के अनुसार, ग्रहण के वक्त कार/अन्य वाहन न चलाएं. लेकिन यदि कोई ग्रहण के वक्त रास्ते में ही है तो वह अपने वाहन की हेडलाइट जलाकर और अन्य वाहनों से कुछ दूरी बनाकर ही वाहन चलाए. ड्राइविंग में विशेष सावधानी बरतने की हिदायत है.
सूर्य ग्रहण का है पाचन शक्ति से संबंध
सूर्य ग्रहण का हमारी पाचन शक्ति से भी संबंध बताया जाता है. कहते हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान खाया गए खाद्य पदार्थ को पचाने में काफी दिक्कत होती है. इसलिए सूतक और ग्रहण के दौरान खाने-पीने की मनाही की गई है. इस दौरान सूर्य से निकलने वाली दूषित किरणों से खाद्य सामग्री भी दूषित हो जाती है.
ग्रहण को देखने के लिए सोलर फिल्टर ग्लास वाले चश्में का करें इस्तेमाल
बच्चों से लेकर बड़ों तक कोई भी इस ग्रहण को नंगी आंख से न देखें. नासा के अनुसार, सूर्य ग्रहण को देखने के लिए सोलर फिल्टर ग्लास वाले चश्में का इस्तेमाल करें.
कहां कहां दिखाई देगा सूर्यग्रहण
यह सूर्य ग्रहण भारत, नेपाल, पाकिस्तान, सऊदी अरब, यूऐई, एथोपिया तथा कोंगों में दिखाई देगा. देहरादून, सिरसा तथा टिहरी कुछ प्रसिद्ध शहर हैं जहाँ पर वलयाकार सूर्यग्रहण दिखाई देगा.
एक साथ छह ग्रह होंगे वक्री
मेष, सिंह, कन्या, मकर राशि पर शुभ, वृषभ, तुला, धनु, कुंभ राशि पर मध्यम और मिथुन, कर्क, वृश्चिक, मीन राशि पर उसके अशुभ प्रभाव रहेंगे. इस ग्रहण के अवधि काल में एक साथ छह ग्रह वक्री रहेंगे. इसमें बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु, केतु हैं. ये ग्रह 21 जून को वक्री रहेंगे.
ग्रहण के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का करें जाप
ग्रहण के दौरान आप दीपक जलाकर गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते रहें. ये जाप आपके संकटों को दूर कर देगा.
ग्रहण के दौरान बीज मंत्र का जाप करें
सूर्य ग्रहण के समय किसी भी ईश्वर के बीज मंत्र का जाप करें. इसके साथ चालीसा पढ़ना और भजन कीर्तन करना चाहिए. इस दौरान ध्यान रखें कि भगवान की प्रतिमा को न छूएं.
सूर्यग्रहण के दौरान इन मंत्रों का करें जाप
सूर्य ग्रहण के समय “ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय: नम:” और “ऊँ घृणि: सूर्याय नम:” मंत्र का जाप करते रहें.
लाल वस्तुएं दान करने से बचें
याद रखें जिस जातक की कुंडली में सूर्य उच्च हो तो उससे लाल वस्तुओं का दान नही करना चाहिए. ऐसे जातक अन्न, वस्त्र, फल, पीली मिठाई आदि का दान कर सकते हैं.
सूर्यग्रहण के पहले और बाद में करें ये काम
सूर्य ग्रहण काल के दौरान तुलसी के पौधे को न छूएं, बल्कि ग्रहण शुरू होने से पहले तुलसी के पत्तों का बचे हुए खाने में डाल दें. इससे ग्रहण का प्रभाव बचे भोजन पर नहीं पड़ता. वहीं जब ग्रहण खत्म हो जाए तो तुलसी पर भी गंगाजल छिड़ककर शुद्ध कर दें.
इस साल लग रहे हैं कुल पांच ग्रहण
आज रात में चंद्र ग्रहण लगेगा. इस साल कुल पांच ग्रहण लग रहे हैं. इनमें से दो ग्रहण जून महीने में पड़ रहे हैं. वहीं, एक ग्रहण जनवरी में लग चुका है, और दूसरा चंद्रग्रहण 5 जून को लगा था. इस बार लगातार तीन ग्रहण लग रहे है. एक ग्रहण 5 जून को लग चुका है, वहीं दूसरा ग्रहण कल यानी 21 जून को लग रहा है. इसके बाद फिर एक ग्रहण 05 जुलाई को लगेगा. इसलिए ज्योतिषियों के लिए यह थोड़ा चिंता का विषय बना हुआ है. वहीं, 21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण बड़ा सूर्य ग्रहण होगा.
ग्रहण काल में रखें ये सावधानियां
ग्रहणकाल में प्रकृति में कई तरह की अशुद्ध और हानिकारक किरणों का प्रभाव पड़ता है. इसलिए कई ऐसे कार्य हैं, जिन्हें ग्रहण काल के दौरान नहीं किया जाता है.
- ग्रहणकाल में गर्भवती महिलाओं को कैंची, सूई, चाकू या धारदार चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
- ग्रहणकाल में स्नान न करें. ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करें.
सूर्यग्रहण का प्रभाव
इस बार सूर्यग्रहण रविवार को पड़ रहा है, इसलिए यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि इससे गेहूं के उत्पाद में कमी के अलावा धान एवं अन्य अनाजों की उपज पर असर होगा. इसके अलावा गाय के दूध का उत्पाद भी कम हो सकता है.
सूर्य ग्रहण क्या है (Surya Grahan kya hai) ?
जिस तरह चंद्र ग्रहण के दौरान चांद और सूर्य के बीच जब पृथ्वी आ जाता है ठीक उसी तरह जब सूर्य व पृथ्वी के बीच में चन्द्रमा आ जाता है तो यह सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) पड़ता है. इस दौरान चन्द्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ समय के लिए नहीं पहुंच पाता. जिसके कारण यह घटना घटती है. आपको बता दें कि पृथ्वी सूर्य तो चांद पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए इस स्थिति में आ जाता है. कुछ समय चांद, सूरज और धरती के बीच आ जाता है और सूरज की किरणों को पूरी तरह से रोक लेता है जिसके कारण धरती पर रोशनी नहीं पड़ पाती और अंधेरा छा जाता है. इस घटना को भी सूर्य ग्रहण कहा जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह हर अमावस्या को होता है.
इस बार कैसा रहेगा सूर्य ग्रहण (Surya Grahan)
21 जून को पड़ने वाला ग्रहण एक वलयाकार सूर्य ग्रहण है अर्थात इस दौरान चंद्रमा की छाया सूर्य के 99 प्रतिशत हिस्से को ढक लेगी. और अपने छाया से सूर्य के केन्द्र के साथ मिलकर एक वलयाकार आकृति बनायेगी. जिसके कारण धरती से सूर्य का शेष भाग सोने के कंगन की तरह चमकता दिखेगा.
क्या है सूतक ग्रहण (sutak kal surya grahan) और कब लगेगा (surya grahan sutak kaal kab hoga)
21 जून को पड़ने वाले सूर्य ग्रहण के दिन भी सूतक काल पड़ने वाला है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह अशुभ माना जाता है. पंडित सुनिल सिंह की मानें तो ग्रहण से 12 घंटे पूर्व सूतक काल चालू हो जायेगा. हालांकि, यह बच्चों, बृद्धों और बीमार लोगों के लिए सूतक 21 जून की सुबह 05 बजकर 08 मीनट से शुरू होगा.
सूर्य ग्रहण का सही समय (Surya grahan timing)
21 जून का सूर्य ग्रहण सुबह 10:31 बजे शुरू होगा, जो दोपहर 02:04 बजे तक रहेगा. कुल 03 घंटे 33 मिनट के इस ग्रहण में यह 12:18 PM में सर्वाधिक प्रभाव में रहेगा.
रशियों पर इसका प्रभाव (surya grahan effect on rashi 2020)
- ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार मिथुन राशि वालों पर इसका प्रभाव पड़ने वाला है.
- सूर्य ग्रहण के दौरान मंगल ग्रह मीन में स्थित होकर सूर्य, चंद्रमा, बुध और राहू को देखेगा. यही कारण है कि इससे अशुभ स्थिति उत्पन्न होगी.
- धर्म गुरूओं की मानें तो इस अवधि में कुल 6 ग्रह वक्री अवस्था में रहेंगे जो बेहद अशुभ है.
- पंडित सुनिल सिंह की मानें तो इससे प्राकृतिक आपदाओं का खतरा हो सकता है. इसका प्रभाव पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका समेत भारत में पड़ सकता है. कोरोना महासंकट के बीच लोगों को जन-धन की हानि हो सकती है. यही नहीं जून के अंतिम सप्ताह में प्रलयकारी तूफान व भयंकर वर्षा और बाढ़ जैसी आपदाएं भी आने की संभावना है.
- मेष, सिंह, कन्या, मकर और मीन राशि वालों के लिए यह ग्रहण मंगलकारी और फलदायी बताया जा रहा है.
- वहीं, वृष, तुला, धनु राशि वालों को इससे थोड़ा प्रभाव पड़ने की उम्मीद है.
कैसे देखें सूर्य ग्रहण (surya grahan ko kaise dekhe)
- सूर्य ग्रहण के दौरान सीधे सूर्य को कभी नहीं देखना चाहिए. यह आपके आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है. अगर ग्रहण के बाद आपको कोई ऐसे लक्षण दिखे तो फौरन डॉक्टर को अपना आंख दिखवाना चाहिए.
- नंगी आंखों से देखने से आप अंधापन या रेटिनल जलन के शिकार हो सकते हैं. इसके संपर्क में आने से रेटिना (आंख के पिछले हिस्से) में क्षति हो सकती है या आंखों से संबंधी कोशिकाएं नष्ट हो सकती हैं.
- कोशिश करें की सुरक्षा उपकरण या तकनीकों का उपयोग करके ही ग्रहण देखें.
- इसके लिए सन ग्लास ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग आदि का सहाया ले करते हैं.
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें क्या नहीं (surya grahan me kya kare kya nahi)
- ग्रहण का सूतक काल 20 जून रात 9 बजकर 25 मिनट से शुरू हो जाएगा. ऐसे में पंडित सुनिल सिंह बताते हैं कि इस दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. विशेष जरूरत पड़ने पर ही जाएं.
- सुनसान जगहों पर न जाएं. और कोशिश करें कि ग्रहण से 12 घंटे पूर्व भोजन कर लें.
- बच्चे, बूढ़े, बीमार लोग व गर्भवती महिलाएं ग्रहण से चार घंटे पूर्व भी खा सकते हैं.
- याद रहे कि ग्रहण से पूर्व खाने में तुलसी की पत्तियां डाल दें और नहीं तो इसे समाप्त कर जाएं.
- ग्रहण के बाद स्नान करना न भूलें.
- कोशिश करें कि ग्रहण के बाद पूरे घर की शुद्धि गंगा जल से कर दें.
- इस दौरान दान करने से भी लाभ होता है.
- संभव हो तो घर में पीने का पानी भी बदल दें. हालांकि, इसकी बर्बादी न करें बल्कि दूसरे कामों में प्रयोग में लाएं
Posted By : Sumit Kumar Verma