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Swami Vivekananda Jayanti 2023: स्वामी विवेकानंद की जयंती पर जानें, उनके बारे में 10 रोचक फैक्ट्स

National Youth Day 2023: 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के दिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. वे एक आध्यात्मिक विचारक थे जो राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में युवाओं के महत्व के बारे में अत्यंत मुखर थे. जानें उनके बारे में रोचक फैक्ट्स.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2023 8:15 AM

Swami Vivekananda Jayanti, National Youth Day 2023: स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 जनवरी को हमारे देश में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. दुनिया के सभी युवा पीढ़ी के बीच, स्वामी विवेकानंद का नाम सबसे पहले आता है. स्वामी विवेकानंद एक प्रभावशाली व्यक्तित्व रहे हैं जो दुनिया भर में लाखों लोगों की प्रेरणा थे. उनके निधन की एक सदी बाद भी उनकी नैतिकता और चुंबकीय आभा का जश्न मनाया जाता रहा है. फिर भी शायद कुछ ऐसे फैक्ट्स हैं जिनके बारे में शायद आप नहीं जानते हैं. स्वामी विवेकानंद के बारे में 10 इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स यहां पढ़ें…

ग्रेजुएशन के समय अच्छी नहीं थी स्वामी विवेकानंद की अंग्रेजी

1. स्वामी विवेकानंद का पूर्व-मठवासी नाम नरेंद्र नाथ दत्ता था. वे योगियों के स्वभाव के साथ पैदा हुए थे और बहुत कम उम्र में ही ध्यान करते थे.

2. स्वामी विवेकानंद का अंग्रेजी व्याकरण ग्रेजुएशन के समय तक बहुत खराब था और उन्होंने उस समय केवल 50 प्रतिशत ही स्कोर किया था. इसी व्यक्ति ने बाद में संयुक्त राज्य अमेरिका में अंग्रेजी में ऐसा भाषण दिया कि उनके भाषण को सबसे अच्छे भाषणों में से एक माना जाता है.

उनके मठ में महिलाओं का प्रवेश वर्जित था

3. हालांकि विवेकानंद महिलाओं का सम्मान करते थे, लेकिन उनके मठ में उनका प्रवेश सख्त वर्जित था. एक बार जब वे बीमार थे तो उनके शिष्य उनकी माता को ले आए. मठ में अपनी मां को देखकर वह चिल्लाये, ‘तुमने एक औरत को अंदर क्यों आने दिया? मैंने ही नियम बनाया था और यह नियम मेरे लिए ही तोड़ा जा रहा है.”

4. स्वामी विवेकानंद का संगीत के प्रति लगाव बचपन से ही था. वह एक योग्य शास्त्रीय संगीतकार थे, जिन्हें ध्रुपद (भारतीय उपमहाद्वीप से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में एक शैली) में प्रशिक्षित किया गया था.

स्वामी विवेकानंद 31 बीमारियों से पीड़ित थे

5. उन्होंने अमेरिका और इंग्लैंड की यात्रा की. इस दौरान उन्होंने शिकागो, इलिनोइस में आयोजित विश्व धर्म संसद में भाग लिया.

6. अपने जीवन के दौरान, स्वामी विवेकानंद 31 बीमारियों से पीड़ित थे.

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अपने जीवन के बारे में की थी भविष्यवाणी

7. विवेकानंद वह व्यक्ति थे जिन्होंने वेदांत दर्शन को पश्चिम में ले गए और हिंदू धर्म में भारी सुधार किया.

8. स्वामी विवेकानंद ने भविष्यवाणी की थी कि वह 40 साल से अधिक जीवित नहीं रहेंगे.

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चाय के पारखी के रूप में भी जाने जाते थे

9. उन्हें चाय के पारखी के रूप में जाना जाता था. यहां तक ​​कि उन्होंने अपने मठ में इस तथ्य के लिए भी चाय पेश की कि भारत में ब्रिटिश उपनिवेशवादियों ने चाय पीने की अनुमति नहीं दी थी.

10. स्वामीजी पुस्तकालय से पुस्तकें उधार लेकर अगले दिन वापस कर देते थे.

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