Taj Mahotsav 2024: शाहजहां-मुमताज के प्रेम की निशानी है ताजमहल, जानिए इसकी खासियत
ताज महोत्सव का आगाज आज से हो चुका है. लेकिन, इसकी फॉर्मल ओपनिंग कल यानी कि 18 फरवरी से होने वाली है.
Taj Mahotsav 2024: ताज महोत्सव का आगाज आज से हो चुका है. लेकिन, इसकी फॉर्मल ओपनिंग कल यानी कि 18 फरवरी से होने वाली है. इस महोत्सव के दौरान शिल्प, आर्ट्स और तरह-तरह के व्यंजनों का काफी बड़ा गेदरिंग देखने को मिल जाता है. महोत्सव की तैयारियां पूरी हो गयी है और बॉलीवुड एक्टर्स के कुछ स्पेक्स एक्ट्स के साथ इस बार का ड्रामा फेस्टिवल भी काफी स्पेशल होने जा रहा है. टूरिस्ट्स को लुभाने के लिए इस बार हॉट एयर बैलून की यात्रा को भी जोड़ा गया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें ताज महोत्सव में शामिल होने के लिए ऑनलाइन एंट्री टिकट भी अवेलेबल कराया जाएगा.
ताज महल के कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट्स
जैसे ही हमारे दिमाग में ताज शब्द आता है वैसे ही आंखों के सामने एक खूबसूरत सी मार्बल की इमारत सामने आ जाती है. अपनी खूबसूरती और वास्तुकला की वजह से यह ईमारत पूरी दुनिया में बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है. आज इस आर्टिकल में हम आपसे ताज महल से जुड़े कुछ काफी मजेदार फैक्ट्स शेयर करने जा रहे हैं. अगर आप नहीं जानते हैं तो बता दें ताज महल की ऊंचाई 171 मीटर्स है और इसका निर्माण करीबन 1632 से लेकर 1653 के बीच हुआ है. रिपोर्ट्स की अगर माने तो ताज महल को देखने के लिए सालभर में करीबन 35 लाख टूरिस्ट आते हैं.
Place To Visit During March: मार्च के महीने में घूमने के लिए बेस्ट हैं ये जगहें: Taj Mahotsav 2024: शाहजहां-मुमताज के प्रेम की निशानी है ताजमहल, जानिए इसकी खासियत
कितने रुपये में बना ताज महल
जानकारी के अनुसार ताज महल के निर्माण में 32 मिलियन की कॉस्टिंग आयी थी. मौजूदा समय में अगर इसकी तुलना की जाए तो यह रकम करीबन 1 बिलियन डॉलर्स है. ताज महल से जुड़ी एक मजेदार बात यह भी है कि इसे बनाने में करीबन 17 साल का समय लगा और यहां आप संगमरमर के पत्थरों पर बारीक नक्काशी भी देख सकते हैं. जिस समय ताज महल का निर्माण किया जा रहा था उस समय इसे बनाने के लिए 22 कारीगरों की जरुरत पड़ी थी.
Also Read: खाने के बाद करें इन हर्बल टी का सेवन, मिलेंगे एक से बढ़कर एक जादुई फायदे
गुंबद पर लगा सोने का कलश
शाहजहां ने ताज पर जो गुंबद लगा है उसे भी सोने का बनवाया था. इसे बनाने में करीबन 466 किलोग्राम सोने का इस्तेमाल किया गया था. लेकिन, इसे साल 1810 में इसे उतार लिया गया था और इसकी जगह पर सोने की पोलिश किया हुआ तांबे का कलश लगवा दिया गया था. उस समय से लेकर यह कलश अबतक तेन बार बदला जा चुका है.
Garden Tourism Festival 2024: राजधानी दिल्ली में आज से शुरू हो गया गार्डन टूरिज्म फेस्टिवल, जानें टिकट और टाइमिंग: Taj Mahotsav 2024: शाहजहां-मुमताज के प्रेम की निशानी है ताजमहल, जानिए इसकी खासियतचांदनी रात में दमकते हैं नगीने
ताजमहल में कई तरह के नगीने लगे हुए हैं जो चांदनी रात में दमकते हैं. जब दिन के समय ताज पर सूर्य की किरणें पड़ती है तो उसकी जो चमक होती है वह लोगों को काफी ज्यादा लुभाने लगती है. पूरे दिन में ताज महल तीन बार अलग-अलग दिखाई देता है और काफी ज्यादा आकर्षक लगने लगता है.