कोरोना के इस महामारी में साफ, सफाई के अलावा भी एक चीज मायने रखता है वो है हमारा खानपान. और एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि जो गंभीर लक्षण वाले मरीज हैं वो तो पौष्टिक खान-पान और साधारण दवाईयों से ही ठीक हो जा रहें हैं. ऐसे में जरूरी है कि हम अच्छा भोजन करें. क्योंकि अच्छे खान पान से हमारा इम्यूनिटी सिस्टम सही रहता है जो कि कोरोना से लड़ने में मददगार साबित होता है. तो आईये जानते हैं कि इस कोरोना महामारी के समय में क्या खाना चाहिए कि हमारा इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत रहे.
दही का उपयोग गर्मी के इस मौसम में अपना इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार साबित होता है. इसलिए रोजाना एक कटोरी दही खाना फायदेमंद साबित होगा. आप इसे रोटी या फिर चपाती के साथ या फिर चावल के साथ खा सकते हैं, लेकिन दही को रात में खाने से बचना चाहिए.
केला भी हमारा इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाने में काफी मददगार साबित होता है. क्यों कि इसमें आयरन, मैग्निशियम और पोटैशियम बहुत अच्छी मात्रा में होते हैं. जिस वजह से केला रोगों से लड़ने की क्षमता देता है. आपने इस बात पर कभी न कभी जरूर ध्यान दिया होगा कि अगर आप केले के छिलके को छील कर रख देंगे तो ये काला हो जाता है. ऐसा इसलिए क्यों कि इसमें आयरन होता है. केले में मौजूद आयरन हमारे फेफड़ों में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने का काम करता है. इससे कोरोना जैसे श्वसनतंत्र को प्रभावित करनेवाले वायरसों से लड़ने की ताकत हमारे शरीर को मिलती है
अपने पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए छाछ भी बेहद फायदेमंद है, छाछ पीने से लू का असर भी कम होता है और ये हमारे शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या भी नहीं होने देता. जब हमारा पाचन तंत्र मजबूत होगा तो हमारा खाया हुआ भोजन भी असानी से पचेगा. इससे हमारे गट बैक्टीरिया को भी लाभ मिलता है और शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है
गर्मी के मौसम में हमेशा ही कुछ न कुछ ठंडा पीने का मन जरूर करता है लेकिन अगर आपको सुबह या शाम को चाय की आदत है तो आप तुलसी और शहद की चाय जरूर लें. क्योंकि तुलसी में ऐंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं जो शरीर में किसी भी प्रकार के सूजन बढ़ने से रोकता है. साथ ही साथ बीमारियों से लड़ने में भी ये सहायता प्रदान करता है. आयुष मंत्रालय ने भी तुलसी के उपयोग को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानेवाला बताया है. अगर आप हर दिन इसका इस्तेमाल करेंगे तो फ्लू और वायरस के प्रति आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगी.