जानें आखिर क्यों Indian Railway के ट्रेन के डिब्बे पर लिखा जाता है ये 5 डिजिट का नंबर, क्या है इसका मतलब
Train Ticket Coach Number Meaning: लगातार यात्रा करने के बावजूद भी भारतीय रेल से जुड़ी कुछ जानकारियां हमें मालूम नहीं होती हैं. हम सभी उसके बगल में लिखे ट्रेन का नाम तो पढ़ लेते हैं, लेकिन क्या आपने कभी उस नंबर के बारे में सोचा है कि आखिर इसे क्यों लिखा गया है और इसका मतलब क्या होता है?
Train Ticket Number Meaning: भारत में रेलवे को लाइफलाइन कहा जाता है. यहां 75% लोग लंबी दूरी के लिए ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि, यहां दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. करोड़ों की संख्या में लोग हर दिन भारत में ट्रेन से यात्रा करते हैं. देश में हजारों की संख्या में ट्रेन मौजूद हैं. हम सभी ट्रेन से यात्रा करते हैं, अपनी सुविधा के हिसाब से ट्रेन में सीट बुक करते हैं. लेकिन लगातार यात्रा करने के बावजूद भी भारतीय रेल से जुड़ी कुछ जानकारियां हमें मालूम नहीं होती हैं. हम सभी उसके बगल में लिखे ट्रेन का नाम तो पढ़ लेते हैं, लेकिन क्या आपने कभी उस नंबर के बारे में सोचा है कि आखिर इसे क्यों लिखा गया है और इसका मतलब क्या होता है? तो इन्हीं नंबरों के बारे में जानकारी हम आपके लिए लेकर आए हैं.
नंबर बताते हैं बहुत कुछ
ट्रेन के हर कोच पर मुख्य रूप से 5 अंकों की संख्या लिखी होती है. इनके अलग-अलग मतलब होते हैं. इसके पहले दो अंक ये बताते हैं कि कोच किस साल में बना था. जैसे ट्रेन के किसी कोच पर 92322 लिखा है. तो पहले दो अंक के अनुसार, ये कोच साल 1992 में बना है. अगर किसी कोच का नंबर 0123, तो इसके पहले दो अंकों से पता चलता है कि ये कोच साल 2001 में बना है.
बाकी के तीन नंबर इस बारे में बताते हैं कि कोच एसी 1 टियर है या 2 टियर या फिर सामान्य द्वितीय कैटेगरी का है. जैसे कि 92322 किसी कोच पर लिखा है. बाकी के तीन नंबर ये बताते हैं कि कोच किस कैटेगरी के हैं. जैसे की 322 से पता चलता है कि कि ये सेकेंड कैटेगरी स्लीपर कोच है.
0 से 9 देते हैं रेलवे जोन की जानकारी
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0 सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे, वेस्ट सेंट्रल रेलवे.
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2 सुपरफास्ट, शताब्दी, जन शताब्दी ट्रेन.
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3 ईस्टर्न और ईस्ट सेंट्रल रेलवे.
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4 नॉर्थ, नॉर्थ वेस्टर्न और नॉर्थ सेंट्रल रेलवे.
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5 नेशनल ईस्टर्न और नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे.
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6 साउथर्न और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे.
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7 साउथर्न सेंट्रल और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे.
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8 साउथर्न ईस्टर्न और ईस्ट कोस्टल रेलवे.
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9 नॉर्थ वेस्टर्न, वेस्टर्न और वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे.
जानें इन अंकों का मतलब
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001-025 : AC First class
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026-050 : Composite 1AC + AC-2T
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051-100 : AC-2T
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101-150 : AC-3T
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151-200 : CC (AC Chair Car)
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201-400 : SL (2nd Class Sleeper)
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401-600 : GS (General 2nd Class)
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601-700 : 2S (2nd Class Sitting/Jan Shatabdi Chair Class)
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701-800 : Sitting Cum luggage Rake
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801 + : Pantry Car, Generator or Mail
भारत की 5 सबसे शानदार ट्रेनें
डेक्कन ओडिसी
ट्रेन यात्रा यात्रियों को राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक ले जाती है. इसे महाराष्ट्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2005 में पेश किया गया था. भारतीय रेलवे और महाराष्ट्र राज्य सरकार के बीच संयुक्त सहयोग यात्रियों को राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक दिखाता है.
महाराजा एक्सप्रेस
महाराजा एक्सप्रेस आईआरसीटीसी द्वारा शुरू की गई प्रमुख लक्जरी ट्रेन है. इसमें 23 कैरिज-लंबे ट्रेन हाउस शामिल हैं जिनमें डीलक्स केबिन, जूनियर सुइट केबिन, सुइट्स और प्रेसिडेंशियल सुइट्स जैसी सुविधाएं शामिल हैं. ट्रेन में दो अद्भुत रेस्तरां हैं जिन्हें रंग महल और मयूर महल के नाम से जाना जाता है. पहला लाल किले के मूल रंग महल की थीम पर आधारित है और दूसरा भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर पर आधारित है.
रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स
रॉयल राजस्थान, राजस्थान पर्यटन विकास निगम (RTDC) और भारतीय रेलवे का संयुक्त उद्यम है. ट्रेन में आधुनिक सुविधाओं के साथ एक जातीय डिजाइन है. इसमें राजस्थान के शाही स्थलों के साथ-साथ आगरा, खजुराहो और वाराणसी जैसे गंतव्य शामिल हैं.
पैलेस ऑन व्हिल्स
यह लक्जरी ट्रेन है जो विश्व स्तरीय होस्टिंग और शानदान यात्रा प्रदान करती है. यह राजस्थान पर्यटन विकास निगम और भारतीय रेलवे का संयुक्त उद्यम है. इस ट्रेन में सभी प्रकार की नवीनतम सुविधाएं उपलब्ध हैं.
रॉयल ओरिएंट
इस ट्रेन को 1994-95 में गुजरात पर्यटन निगम और भारतीय रेलवे के बीच एक ज्वाइंट वेंचर के रूप में पेश किया गया था. यह आकर्षक ट्रेन यात्रियों को राजस्थान और गुजरात जैसे समृद्ध राज्यों में ले जाती है. ट्रेन आठ दिन और सात रात की यात्रा प्रदान करती है जो एक यादगार अनुभव देती है.