15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Bihar Tourist Destinations: सीता की जन्म धरती सीतामढ़ी की करें सैर, भारत का छिपा खजाना है ये जगह

Bihar Tourist Destinations: सीतामढ़ी जिसे जानकी माता यानि सीता की जन्म धरती कहा जाता है. अगर आपका कभी बिहार जाने का प्लान बना और आपको सीतामढ़ी शहर में रुकना पड़ें तो यहां घूमने का मौका हाथ में जाने नहीं दीजिएगा.

Bihar Tourist Destinations: बिहार में पर्यटन केंद्रों की भरमार है. बिहार में ही एक जिला है सीतामढ़ी है, जिसकी चर्चा किए बिना बिहार के टूरिस्ट प्लेस के बारे में बतलाना अधूरा है. सीतामढ़ी जिसे जानकी माता यानि सीता की जन्म धरती कहा जाता है. अगर आपका कभी बिहार जाने का प्लान बना और आपको सीतामढ़ी शहर में रुकना पड़ें तो यहां घूमने का मौका हाथ में जाने नहीं दीजिएगा.

Also Read: Friendship Day 2023 Tour Ideas: सहेलियों के साथ मनाना है फ्रेंडशिप डे, तो इन जगहों को करें एक्सप्लोर

सीतामढ़ी आएं तो इन जगहों पर जरूर घूमें

जानकी मंदिर सीतामढ़ी – Janaki Mandir Sitamarhi

जानकी मंदिर सीतामढ़ी का प्रमुख धार्मिक स्थल है. यह एक पवित्र स्थल है. यह मंदिर सीतामढ़ी मुख्य शहर में स्थित है. यह स्थान जगत जननी मां जानकी की प्रकट स्थली होने के कारण विख्यात है. यह सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किलोमीटर दूर है. यहां पर एक सुंदर सरोवर, राजा जनक को हल चलाते एवं मां जानकी प्रकट होने का दृश्य युक्त प्रतिमा स्थित है. यहां पर मुख्य गर्भगृह में, सीता जी राम जी और लक्ष्मण जी की प्राचीन प्रतिमाओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं. यहां पास ही में उर्विजा सरोवर देखने के लिए मिलता है, जिस की खुदाई से यह प्रतिमा प्राप्त हुई है.

जनकपुर

सीतामढ़ी से लगभग 35 कि.मी. दूर नेपाल के जनकपुर जा सकते हैं जो प्राचीन मिथिला की राजधानी होने के साथ ही जानकी मंदिर के लिए जाना जाता है. आप बिना किसी रोकटोक के बॉर्डर क्रॉस कर सकते हैं. जानकारी हो कि भारत-नेपाल की सीमा आवागमन के लिए खुली है. बताया जाता है कि जनकपुर में ही सीता स्वयंवर का आयोजन किया गया था. आज भी वहाँ राम-सीता विवाह स्थल, मंदिर आदि अनेक दर्शनीय स्थल मौजूद हैं.
सीताकुंड

सीतामढ़ी से करीब 10 किलोमीटर दूर पंथपाकर गांव है.ऐसी मान्यता है  कि जब देवी सीता भगवान राम के साथ जनकपुर से अयोध्या जा रही थीं जब उनकी डोली इस स्थान पर रुकी थी.ऐसा कहा जाता है कि इस कुंड  का पानी कभी सूखता नहीं है.हर साल छठ पूजा में यहां सैकड़ों वर्ती महिलाएं आती हैं।

सीता कुंज नगर उद्यान सीतामढ़ी – Sita Kunj Nagar Park Sitamarhi

सीता कुंज नगर उद्यान सीतामढ़ी शहर का एक मुख्य पार्क है. यह उद्यान सीतामढ़ी शहर के बीचोंबीच स्थित है. यह पार्क बहुत सुंदर है. यहां पर आपको विभिन्न प्रकार के झूले देखने के लिए मिलते हैं, जिसमें आप झूल कर इंजॉय कर सकते हैं. यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है. यहां पर जिम करने के लिए मशीनें भी लगाई गई हैं. यहां पर बच्चे लोग भी काफी इंजॉय कर सकते हैं.

बगही धाम सीतामढ़ी

बगही धाम सीतामढ़ी का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है. यह स्थल संत ब्रह्मलीन नारायण दास जी महाराज की तपोभूमि और जन्म स्थान है. यहां पर आपको संत नारायण दास जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते है. यह मंदिर बहुत ही अच्छी तरीके से बना हुआ है. मंदिर का शिखर बहुत सुंदर है. मंदिर में आपको शिव भगवान जी के शिवलिंग के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं. यहां पर सीता और राम जी का मंदिर भी बना हुआ है. यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है.

बाबा नागेश्वर नाथ मंदिर

सीतामढ़ी के प्रमुख शिव मंदिरों में से एक बाबा नागेश्वर नाथ मंदिर है.ऐसा माना जाता है कि यहां जलाभिषेक करने वाले लोगों की मनोकामना पूरी होती है.सावन महीने में यहां दूर-दूर से शिव भक्त जल चढ़ाने आते हैं.वहीं रविवार को यहां मेला लगता है.

सीता के जन्म की कहानी से जुड़ा है सीतामढ़ी का नाम

त्रेता युग में मिथिला नरेश राजा जनक के सामने विकट स्थिति उत्पन्न हो गई. वर्षा के अभाव में प्रजा त्राहि-त्राहि कर रही थी. गुरु के आदेश से इंद्रदेव को खुश करने के लिए जनक खेतों में उतरे. ऐसे समय में धरती के अंदर से एक कन्या का प्रकट हुआ जिसका नाम सीता रखा गया. दरअसल हल जोतने के समय जमीन पर जो रेखा बनती है, उसे स्थानीय भाषा में सीत कहते हैं और सीत से जन्मी कन्या को सीता कहा गया. इसके बाद इंद्र देवता प्रसन्न हुए और जमकर वर्षा होने लगी. इसी वर्षा से बच्ची को बचाने के लिए वहाँ आनन-फानन में एक शेड बनवाया गया जिसे मड़ई कहते हैं. तभी से इस जगह को सीतामड़ई, फिर सीतामही और बाद में सीतामढ़ी कहा जाने लगा.

कैसे पहुंचें सीतामढ़ी

हवाई मार्ग द्वारा

अगर हवाई मार्ग से सीतामढ़ी आने का प्लान है तो आपके लिए जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, पटना बेहतर ऑप्शन रहेगा जो कि 139 कि.मी. की दूरी पर है. यहाँ से बस या अन्य वाहन से आप सीतामढ़ी पहुँच सकते हैं.

रेल मार्ग द्वारा

सीतामढ़ी में रेलवे स्टेशन मौजूद है जो कि पूर्वी मध्य रेलवे रक्सौल-दरभंगा रेल मार्ग पर स्थित है. यहाँ तक सीमित ट्रेनें ही हैं. आप रक्सौल, दरभंगा या फिर मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन खोजें. आप चाहें तो पटना भी रेल से पहुँचकर वहाँ से बस या अन्य वाहन से सीतामढ़ी पहुँच सकते हैं.

सड़क मार्ग द्वारा

अगर आप सड़क मार्ग से पवित्र शहर सीतामढ़ी आने का प्लान बनाते हैं तो यात्रा रोमांचकारी होने वाली है. शहर सड़क मार्ग से अच्छी तरह कनेक्टेड है और बिहार के प्रमुख शहरों से आप आसानी से यहाँ पहुँच सकते हैं.

मिथिला के इस प्राचीन भाग की यात्रा में आपको बिहार की एक अलग ही छवि देखने को मिलती है. यहाँ की भाषा-संस्कृति और बॉर्डर क्षेत्र का शांतिपूर्ण इलाका आपको आश्चर्यचकित कर सकता है. अगर आप छुपे हुए जगहों की यात्रा करने के शौक़ीन हैं तो आप पुनौराधाम की यात्रा जरूर करें. आप भारत-नेपाल दोनों देशों के सीमा क्षेत्रों में बसी आबादी के जीवनशैली को निकट से देख सकते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें