Independence Day 2023: राजस्थान अपनी विविधता, संस्कृति और इतिहास के लिए प्रसिद्ध है. राजस्थान की राजधानी जयपुर है. यहां की महलों, किलों, हवेलियों और बड़े प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर की गरिमा है. यहां के लोग अपनी रंगीन संस्कृति, परिधान, संगीत और नृत्य के लिए भी प्रसिद्ध हैं. कई प्रसिद्ध महाराजा, राजपूताना की वीरता की कहानियों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिकाएं हैं. देश-विदेश से पर्यटक यहां घूमने आते हैं. इस स्वतंत्रता दिवस 2023 के खास मौके पर छुट्टियां मनाने आप राजस्थान आ सकते हैं. यहां घूमने के लिए बेहद खूबसूरत जगहें हैं.
हवा महल राजस्थान का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है. यह जयपुर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है. हवा महल का निर्माण महाराजा सवाई प्रताप सिंह द्वितीय ने 1799 में करवाया था. यह महल उनकी महारानी के लिए एक विशेष इमारत के रूप में बनाया गया था ताकि उन्हें दिनभर के दौरान अपने महल से बाहर न निकलकर बाहर की जगहों का दर्शन कर सकें. हवा महल की विशेषता उसकी पच्छीस छज्जे वाली दीवारों में है, जिनमें से प्रत्येक दीवार में छोटी-छोटी खिड़किया हैं जो हवा को आने देती हैं और महल को ठंडी बनाती है. यही कारण है कि महल को “हवा महल” के नाम से भी जाना जाता है. आजादी का जश्न मनाने के लिए आप हवा महल आ सकते हैं.
इस साल आजादी का जश्न मनाने के लिए आप जंतर-मंतर आ सकते हैं. जंतर-मंतर एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो जयपुर, राजस्थान में स्थित है. यह महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय के शासनकाल में निर्मित किया गया था. यह यूनेस्को के ‘विश्व धरोहर के सूची में शामिल है. इसे देखने के लिए हर साल लाखों पर्यटक आते हैं. बता दें इसका निर्माण बहुत बड़े पत्थरों और संरचनाओं से किया गया है.
जयपुर के सिटी पैलेस राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. यह राजपूत शासकों के आवास के रूप में बनाया गया था और इसका निर्माण महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा 18वीं सदी में किया गया था. सिटी पैलेस का निर्माण एक समृद्धि और शौक दिखाने का प्रतीक है जो राजपूतों के राजमहलों की सुंदरता को दिखाता है. सिटी पैलेस एक संरचित किले के रूप में बना है, जिसमें कई महल और मंदिर है.
विजय स्तम्भ (Vijay Stambh) राजस्थान में स्थित एक ऐतिहासिक स्मारक है जो चित्तौड़गढ़ किले के भीतर स्थित है. यह एक विशाल खंडहर का हिस्सा है और यह राजपूतों की शौर्य और वीरता की कहानियों का प्रतीक माना जाता है. विजय स्तम्भ का निर्माण महाराणा कुम्भा द्वितीय ने 1448 ईसा पूर्व किया था. यह स्तम्भ विजयपूर स्तम्भ के रूप में भी जाना जाता है. विजय स्तम्भ की ऊंचाई करीब 37 मीटर (122 फीट) है और इसकी चौड़ाई 14.5 मीटर (47.5 फीट) है. यह पूरी तरह से रेड संगमरमर से बना हुआ है. यहां आप अपनी फैमिली के साथ घूमने जा सकते हैं.
आमेर किला, जिसे अम्बर किला भी कहा जाता है, राजस्थान में स्थित है. यह जयपुर से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर है. इस किले को 16वीं शताब्दी में अकबर के विश्वस्त सेनापति मान सिंह ने इसका निर्माण करवाया था. आमेर किला को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं. यह किला राजपूत शौर्य और संघर्ष की कई कहानियों की गवाही देता है.
चित्तौड़गढ़ किला, राजस्थान राज्य के चित्तौड़गढ़ शहर में स्थित है. यह किला भारतीय इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण स्मारकों में से एक है. जिसे चित्रांगद मौर्या ने बनवाया था. यह एक विश्व विरासत स्थल है. यह इतिहास की सबसे खूनी लड़ाईयों का गवाह है. चित्तौड़गढ़ किले के भीतर कई महत्वपूर्ण स्थल हैं जैसे कि पद्मिनी की पालकी, कुम्भश्याम टेम्पल, राज्य प्रतिहार द्वार है. जिसे देखने हर साल लाखों पर्यटक आते हैं.
आभानेरी राजस्थान में स्थित एक ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल है. आभानेरी का किला एक विशेष डिजाइन के साथ बनाया गया है. इस किले की खासियत यह है कि यह सफेद मार्बल से बना है और इसमें अद्भुत जालियां, बगीचे और महल हैं. किले के अंदर एक विशेषता है “बौद्धि का महल” जिसे बादशाह की पत्नी के लिए बनवाया गया था और जिसमें 9 मंजिलें हैं. यह स्थल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. इसे देखने के लिए हर साल विदेश से पर्यटक आते हैं.
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मेहरानगढ़ किला में राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित है. यह किला जयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. यह अपनी वास्तुकला, सुंदर दृश्य और ऐतिहासिक महत्व की वजह से प्रसिद्ध है. मेहरानगढ़ किले का निर्माण सवाई जय सिंह द्वितीय ने 18वीं सदी में करवाया था. इसमें भव्य महल, दरबार हॉल, सुंदर बगीचे हैं. इस स्वतंत्रता दिवस के खास मौके पर जश्न मनाने आप यहां आ सकते हैं.