Jaipur के इन शाही जगहों का जरूर करें विजिट, देखिए तस्वीरें
Jaipur Famous Place: जयपुर में घूमने के लिए बहुत ही खूबसूरत जगहें हैं. जिसे देखने के लिए विदेश से लोग आते हैं. आज हम आपको बताएंगे जयपुर में घूमने लायक जगहों के बारे में जहां आपको एक बार जरूर घूमने जाना चाहिए.
जयपुर राजस्थान की राजधानी है. यह शहर राजस्थान का सबसे बड़ा शहर है और “रंगीला” और “रंगों का शहर” के नाम से प्रसिद्ध है. यहां आपको बहुत सारी ऐसी जगहें मिल जाएंगी, जहां आप अपनी फैमिली के साथ वक्त बिता सकते हैं. चलिए जानते हैं जयपुर में घूमने वाली जगहों के बारे में.
जयपुर शिल्प ग्राम (Jaipur Shilp Gram) एक हस्तकला बाजार है जो राजस्थान की लोक संस्कृति, कला और शिल्पों को प्रदर्शित करता है. यह बाजार जयपुर के सिंहों की चौराही (Singh Ki Chaupar) के निकट स्थित है. यहां आपको राजस्थानी बंधनी, पट्टी, मोज़ड़ी, संगठनी और विभिन्न प्रकार के शिल्प उत्पाद मिल जाएंगे. इसके अलावा आप शिल्प ग्राम में विभिन्न वस्तुएं, जूते, पर्दे, रुमाल, गुलाबी चादर, पुष्कर की विभिन्न आभूषण, विरासत बांधनी साड़ी, चांदी और जरकन जैसे आकर्षक उत्पाद खरीदे जा सकते हैं.
जौहरी बाजार जयपुर का प्रसिद्ध गहनों का बाजार है जिसमें मुख्य रूप से सोने, चांदी, पत्थरों, ज़र्कॉन और गुलाबी पत्थरों से बने आभूषण मिलते हैं. यहां आप प्राचीन राजस्थानी कला, वस्त्र, पर्दे, जूते, अलंकारी उत्पाद, पुतले और अन्य स्थानीय आभूषण खरीद सकते हैं. यहां आप कढ़ाई वाले वस्त्र, लहरिया, बांधनी, साड़ी, सूट और अन्य राजस्थानी ड्रेस खरीद सकते हैं.
जयगढ़ किला (Jaigarh Fort) जयपुर शहर के निकट स्थित एक महत्वपूर्ण इतिहासिक क़िला है. यह राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध किले में से एक है. यह क़िला मुख्य रूप से महाराजा जय सिंग्ह के राजसत्ता और साम्राज्य की सुरक्षा के लिए बनवाया गया था. जयगढ़ क़िला में सूरज मंदिर भी है, जो आरामदायक ध्यान के लिए जाना जाता है. यहां से आप आमेर फोर्ट, में तालाब, जल महल, और पिंटू खाड़ी का खूबसूरत परिदृश्य देख सकते हैं.
जल महल (Jal Mahal) राजस्थान में स्थित एक प्रसिद्ध भवन है. यह जल महल की विशेषता है कि यह सरोवर (तालाब) के बीच में बना हुआ है और पानी में स्थित होने के कारण इसे “जल महल” कहा जाता है. यह महल मूल रूप से महाराजा सवाई माधो सिंह द्वितीय (Madho Singh II) ने 18वीं सदी में निर्माण करवाया था. यह भवन पांच मंजिलों पर बना हुआ है, लेकिन केवल ऊपरी दो मंजिल ही पर्यटकों के लिए खुले होते हैं जिससे यात्रियों को जल महल की खूबसूरती और विरासती वास्तुकला का आनंद लेने का मौका मिलता है. महल के अच्छी तरह से बनी हुई मंजिलों के शीशे से आप आसपास के सरोवर की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं.
हवा महल (Hawa Mahal) एक प्रसिद्ध आर्किटेक्चर धरोहर है. यह जयपुर के भव्य नगरीय भवनों का एक हिस्सा है और राजपूत शासकों द्वारा बनवाया गया था. इस महल का निर्माण महाराजा सवाई प्रताप सिंह द्वितीय ने 1799 में शुरू किया था. इसे राजपूतों के महाराजा की विशाल भवनों की शृंगारी रास्ता के रूप में बनाया गया था ताकि महिलाएं शहर के विभिन्न भागों में अवसर और आयोजनों को देख सकें, बिना बाहर जाए.यह महल पांच मंजिलों पर बना है और इसमें 953 जालियां और छतरी हैं.