Tourist Places Bhopal: भोपाल एक मशहूर शहर है. जो संस्कृति, इतिहास और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. भोपाल राजघराने की राजधानी रहा है और इसे एक भव्य और संस्कृतिक नगर के रूप में विकसित किया गया है. यहां पर कई भव्य मंदिर, मस्जिदें, गुरुद्वारे और चर्च हैं जो इसकी संस्कृति और धार्मिकता को दर्शाते हैं. इतना ही नहीं भोपाल पर्यटकों के लिए आकर्षक स्थल है. देश-विदेश से लोग यहां घूमने आते हैं. आइए जानते हैं विस्तार से.
भोपाल लेक (Bhopal Lake) भोपाल शहर में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है. यह एक महत्वपूर्ण झील है, जिसे भोपाल के शहरी और प्राकृतिक जीवन का हृदय कहा जाता है. भोपाल लेक अपने खूबसूरत पर्यावरण, प्राकृतिक सौंदर्य और शांति वातावरण के लिए प्रसिद्ध है. अगर इसकी इतिहास के बारे में बता करें तो इसका निर्माण 11वीं शताब्दी में राजा भोज ने किया था. इसलिए इसे “राजा भोज का झील” भी कहा जाता है. यह झील बोटिंग के लिए भी फेमस है. यहां आप बोट किराए पर ले सकते हैं और झील की सुंदरता का आनंद उठा सकते हैं.
भोपाल के शौर्य स्मारक (Shaukat Mahal) एक ऐतिहासिक स्मारक है जो भोपाल शहर के दिल में स्थित है. यह स्मारक भोपाल नगर निगम द्वारा संरक्षित है और राजगोपाल बाग के पास स्थित है. शौर्य स्मारक का निर्माण 19वीं सदी में नवाब शाहजहां के शासनकाल में हुआ था. इसे नवाब की विवाह समारोहों के लिए उपयोग किया जाता था और इसकी नक्काशी में विशेष ध्यान दिया जाता था. बता दें शौर्य स्मारक भोपाल का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो इसके ऐतिहासिकता, संस्कृति और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है. यहां लोग इसके सुंदरता और धार्मिक महत्व को देखने के लिए आते हैं.
भारत भवन (Bharat Bhavan) भोपाल में स्थित एक मार्गीकृत कला और सांस्कृतिक केंद्र है. यह स्थान भोपाल नगर निगम द्वारा संचालित होता है और 1982 में स्थापित किया गया था. यह भारतीय संस्कृति, लोक कला, विभिन्न कला प्रदर्शनियों, साहित्य, संगीत और नाटक को प्रमोट करने का एक प्रमुख केंद्र है. इस भवन का भव्य वास्तुकला और चित्रकारी शैली इसे विशेष बनाती है. इसके भवन की नक्काशी में शैली और विविधता को देखते हुए, इसे मार्गीकृत कला और संस्कृति के लिए एक आकर्षक स्थान बनाया गया है. इसमें एक बड़ी लाइब्रेरी भी है जो विभिन्न भारतीय भाषाओं में किताबें, पुरानी पुस्तकें, लेखकों की रचनाएं, साहित्यिक विभागों के पत्रिकाएं और विभिन्न विषयों पर पुस्तकें संग्रहित करती है.
ताज उल मसाजिद भोपाल में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. यह भोपाल शहर के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में स्थित है और भोपाल का सबसे बड़ा मस्जिद है. ताज उल मसाजिद को नवाब शाहजहां ने मुगल शैली में बनवाया था. इसका निर्माण 19वीं सदी में पूरा हुआ था और इसे भोपाल शहर की धार्मिकता और संस्कृति का प्रतीक बनाया गया है. वास्तुकला की बात करें तो ताज उल मसाजिद का वास्तुकला और शैली उस समय की मुगल शैली में बनाई गई है. इसकी मीनार, खंभा और विभिन्न नक्काशी संरचनाएं इसे खूबसूरत और आकर्षक बनाती हैं. इस मसाजिद में ताजिया का विशेष महत्व है. इसे मुहर्रम के मौके पर शिया मुस्लिम समुदाय द्वारा धार्मिक परंपराओं के अनुसार यहां रखा जाता है. बता दें ताज उल मसाजिद भोपाल का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां आप इसके प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं.
भोपाल में स्थित गोहर महल एक ऐतिहासिक भवन है. यह भोपाल शहर के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में स्थित है और नवाब गोहर बेगम ने इसे बनवाया था. गोहर महल का निर्माण 19वीं सदी में पूरा हुआ था. यह मुगल शैली में बना हुआ है और इसकी वास्तुकला और नक्काशी की सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. गोहर बेगम भोपाल शहर की नवाबा थीं और इसके शासनकाल में ही इसे बनवाया गया था. अगर इसकी संरचना के बारे में बात करें तो यह महल तीन मंजिलों में बना हुआ है और इसका भवन विभिन्न इमारतों के जैसा है. यह जगह भोपाल का सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है.
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भोपाल म्यूजियम (Bhopal Museum) भोपाल शहर में स्थित एक सांस्कृतिक और इतिहासिक संग्रहालय है. यह म्यूजियम भोपाल नगर निगम द्वारा संचालित होता है और भारतीय संस्कृति, ऐतिहासिक विरासत, कला और पुरातत्व को प्रदर्शित करने का मुख्य कार्य करता है. इस म्यूजियम में विभिन्न गैलरीज हैं, जो विभिन्न विषयों पर प्रदर्शनियों को प्रस्तुत करती हैं. यहां विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक आभूषण, वस्तुएं, पुरातात्विक खजाने, पेंटिंग और स्कलप्चर्स को देखा जा सकता है. अगर आप भोपाल आ रहे हैं तो इस म्यूजिम में जा सकते हैं.