Varanasi Famous Food: अगर वाराणसी आ रहे हैं घूमने तो जरूर चखे इन लजीज व्यंजनों को, कभी नहीं भूल पाएंगे स्वाद
Varanasi Famous Food: वाराणसी उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है और गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है. वाराणसी धार्मिकता, संस्कृति और विद्या केंद्र के रूप में महत्वपूर्ण है. आज हम आपको बताएंगे यहां के जायकों के बारे में. अगर आप वाराणसी आए हैं तो इन जायकों का स्वाद जरूर लें.
Varanasi Famous Food: वाराणसी जिसे बनारस भी कहा जाता है, भारत के प्रमुख और प्राचीनतम स्पिरिचुअल नगरों में से एक है. यह उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है और गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है.वाराणसी धार्मिकता, संस्कृति और विद्या केंद्र के रूप में महत्वपूर्ण है. वाराणसी के घाट गंगा नदी के किनारे स्थित हैं. यह शहर काशी विश्वनाथ मंदिर, सारनाथ, बनारसी साड़ी, बनारसी पान के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है. देश-विदेश से लोग यहां घूमने आते हैं. यह उत्तर प्रदेश का सबसे मशहूर शहर है. सुबह और शाम को यहां गांगा आरती होती है. जिसे देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ती है. आज हम आपको बताएंगे यहां के जायकों के बारे में. अगर आप वाराणसी आए हैं तो इन जायकों का स्वाद जरूर लें. आइए जानते हैं विस्तार से.
ठंडाई
बनारस (Banaras) की ठंडाई एक प्रसिद्ध ठंडी ड्रिंक है जो इस शहर में विशेष रूप से मशहूर है. ठंडाई गर्मियों में लोगों द्वारा पसंद की जाती है और इसे धार्मिक और सामाजिक अवसरों पर भी परोसा जाता है. इसका स्वाद अद्भुत होता है. यह मिश्रण दूध, बादाम, पिस्ता, सेव, कस्तूरी, इलायची, सफेद ज़र्दा से बना होता है. अगर आप वाराणसी आ रहे हैं तो यहां की ठंडाई का अनुभव जरूर लें.
कचौड़ी
वाराणसी की कचौड़ी उत्तर भारतीय राजस्थानी और उत्तर प्रदेशी रसोई का प्रमुख व्यंजन है और इसे बनारस के बाहर भी प्रसिद्धता मिली हुई है. वाराणसी की कचौड़ी का स्वाद अद्भुत होता है. इसे कचौड़ी का आटा मैदा, नमक, हल्दी और तेल के साथ तैयार किया जाता है और तला जाता है ताकि खरी और क्रिस्पी हो जाए. कचौड़ी को आम तौर पर चटनी और सब्ज़ी के साथ परोसा जाता है. इसके साथ हरी धनिया-पुदीना चटनी, आलू की सब्ज़ी और टमाटर की सब्ज़ी के साथ परोसा जाता है. अगर आप वाराणसी आ रहे हैं तो यहां की कचौड़ी का स्वाद जरूर लें.
हींग की कचौड़ी
आप अगर वाराणसी आ रहे हैं तो यहां की हींग की कचौड़ी का स्वाद जरूर लें. क्योंकि जायको के बीच हींग की कचौड़ी का स्वाद बेहद लजीज है. यह चटपटा, क्रिस्पी और स्वादिष्ट होता है. इसे बनाने के लिए आटा, नमक, हींग और तेल के साथ मिलाकर तैयार किया जाता है. इसे बेलन से पतली रोटी की तरह पतला बेला जाता है और तेल में तला जाता है ताकि वह क्रिस्पी हो जाए. कचौड़ी हींग की मसाला से युक्त होती है, जिसमें हींग (असाफेटिडा), जीरा, हरी मिर्च, अदरक, लहसुन, नमक और अन्य मसाले शामिल होते हैं. इस मसाले का उपयोग कचौड़ी पर चटनी और दही लगाने के लिए किया जाता है.
लिट्टी-चोखा
वाराणसी की लिट्टी चोखा (बाटी चोखा) एक प्रमुख और पसंदीदा डिश है जो उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रमुख भोजन व्यंजनों में से एक है. इसका स्वाद बनारस की गलियों में बेहद मशहूर है. बाटी को गेहूं के आटे, सूजी, तेल, दही, नमक, हरी मिर्च और अजवाइन के साथ मिश्रित करके बनाया जाता है. इसमें पानी जोड़कर गाढ़ा आटा बनाया जाता है और उसे मोटे गोले या पतले लम्बे आकार में बाटी के रूप में बनाया जाता है. यह तंदूर में पकाया जाता है ताकि वह क्रिस्पी हो जाए. वहीं चोखा बनाने के लिए भूने आलू को मसालों, हरी मिर्च, प्याज़, अदरक, लहसुन, नमक, हल्दी पाउडर और तेल के साथ मिलाया जाता है. आप वाराणसी की स्थानीय रसोई और खान-पान का अनुभव कर सकते हैं.
आपको बताते चलें कि अगर आप बनारस आना चाहते हैं तो नवरात्रि के खास अवसर पर आ सकते हैं. क्योंकि बड़े ही धूमधाम से इस दौरान माता दुर्गा की पूजा और आराधना की जाती है. इसके अलावा आप दिवाली के समय में यहा घूमने आ सकते हैं. क्योंकि बनारस में दिवाली बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है. यह विशेष तौर पर दिवाली की शोभायात्रा और गंगा आरती के दौरान आपके लिए अद्भुत अनुभव हो सकता है. इसके अलावा आप महाशिवरात्रि के दिन भी यहां आ सकते हैं. यह हिन्दू धर्म का प्रमुख त्योहार है और बनारस में महाशिवरात्रि के दौरान ब्रह्मा बाबा मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर में आराधना की जाती है. यह वक्त बहुत ही धार्मिक और आनंददायक होता है और आपको वाराणसी की असली धार्मिक अनुभव प्रदान करता है.